नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज हम बात करेंगे, वीर्य की गुणवत्ता में कमी इस विषय के बारे में। पिछले कुछ सालों से कई सारे पुरुष वीर्य की गुणवत्ता में कमी, वीर्य का पतलापन, शुक्राणुओं की संख्या में कमी जैसे अनगिनत समस्याओं से जूझ रहे हैं। वीर्य की गुणवत्ता में कमी आने से पुरुषों के शुक्राणुओं के उत्पादन और शुक्राणु की संख्या में भी गिरावट आ जाती है; जिसके चलते उनका सेक्स परफॉर्मेंस बुरी तरीके से प्रभावित होता है।

साथ ही, वीर्य की गुणवत्ता बरकरार रहना बच्चे को पैदा करने के लिए भी बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है, अगर किसी पुरुष के वीर्य की गुणवत्ता में कमी है और उसका वीर्य पतला है; तो ऐसे पुरुषों को प्रजनन क्षमता में कमजोरी का अनुभव होता है और वह बाप बनने में असमर्थता महसूस करने लगते हैं।

दोस्तों, पुरुषों में यौन इच्छा और सेक्स के अंतिम पड़ाव में लिंग में से एक तरल पदार्थ स्त्रावित होता है; जिसे “वीर्य” कहा जाता है। यौन ग्रंथियों से सीक्रेट होने वाला इस वीर्य में शुक्राणु मौजूद होते हैं। शुक्राणु के साथ-साथ; वीर्य में फ्रुक्टोज, प्रोलैक्टिन नामक एंजाइम्स तथा अन्य प्रकार के एंजाइम्स मौजूद होते हैं।

इन सभी घटकों का वीर्य में उचित मात्रा में होना वीर्य को स्वस्थ बनाता है; जिससे पुरुषों की प्रजनन क्षमता काफी स्वास्थ्य बना रहता है। अगर पुरुषों के वीर्य के गुणवत्ता में कमी आ जाती है; तब उसमें मौजूद एंजाइम्स, शुक्राणु जैसे घटकों के उत्पादन और संख्या भी प्रभावित होती है। ऐसा होने पर पुरुषों की प्रजनन क्षमता में भी कमजोरी आ जाती है; जिसके चलते वह सेक्स करते हुए कमजोरी का अनुभव करते हैं।

वीर्य की गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए पुरुषों को अपने आहार में उचित प्रकार के पदार्थों को शामिल करना चाहिए; जिसमें जिंक, विविध प्रकार के मिनरल्स तथा विटामिंस मौजूद होने चाहिए। साथ ही, प्रजनन क्षमता में सुधार लाने के लिए पुरुषों को विविध प्रकार के आयुर्वेदिक दवाइयों का सेवन करने से भी लाभ देखने को मिलते हैं।

ऐसी कई आर्युवेदिक दवाइयां उपलब्ध होती हैं; जिनका सेवन करने से वीर्य की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सकता है। इसी के साथ, विविध प्रकार की एक्सरसाइज तथा योगा, प्राणायाम का रोजाना अभ्यास करने से पुरुषों के वीर्य की गुणवत्ता में सुधार आता है और प्रजनन क्षमता बढ़ती है।

तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; वीर्य की गुणवत्ता में कमी के बारे में पूरी जानकारी।

वीर्य की गुणवत्ता में कमी आने के कारण क्या है ? Virya Ki Quality Kami Hone Ke Karan

वीर्य की गुणवत्ता में कमी आने के कारण
वीर्य की गुणवत्ता में कमी आने के कारण

दोस्तों, वीर्य की गुणवत्ता में कमी आने के निम्नलिखित कारण होते हैं।

 १) बढ़ती उम्र –

दोस्तों, बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं और पुरुषों की प्रजनन क्षमता में गिरावट देखी जाती हैं; जो कि बहुत ही सामान्य बात मानी जाती हैं। बढ़ती उम्र के साथ पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की लेवल भी प्रभावित होती हैं; जिसके कारण वीर्य की गुणवत्ता और शुक्राणुओं की संख्या भी प्रभावित होती है। बढ़ती उम्र के साथ वीर्य में पतलापन, वीर्य की गुणवत्ता में कमी जैसे समस्याएं उभर कर आती हैं। लेकिन, आजकल कम उम्र में ही पुरुषों को वीर्य की गुणवत्ता में कमी की समस्या सता रही है।

२) तनाव –

अत्याधिक मात्रा में शारीरिक एवं मानसिक तनाव आपके संपूर्ण शारीरिक, मानसिक एवं यौन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होता है। तनाव चाहे किसी भी कारण आया हो; उसको कम करने के लिए आपको हमेशा प्रयत्नशील रहना चाहिए। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव आना या डिप्रेशन की समस्या होना बहुत ही आम माना जाता है।

लेकिन, अंदरूनी रूप से आप की प्रजनन क्षमता तनाव के कारण काफी बुरी तरीके से प्रभावित होती है। अत्यधिक तनाव लेने से शरीर में स्ट्रेस हार्मोन की लेवल बढ़ जाती है; जिसके तहत वीर्य की गुणवत्ता और शुक्राणुओं की संख्या में भी गिरावट आ जाती है।

३) नशीली चीजों का सेवन –

शराब, धूम्रपान, तंबाकू के पदार्थ या सरकार द्वारा बैन किए गए नशीली चीजों का सेवन कुछ देर के लिए आपको स्वर्ग की अनुभूति कराता है। लेकिन, इन सभी गलत आदतों की वजह से आपके शारीरिक, मानसिक और यौन स्वास्थ्य पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है; जो लॉन्ग टर्म इफेक्ट होता है।

इसी कारणवश, इन सभी गलत आदतों की वजह से पुरुषों की यौन क्षमता बहुत कमजोर हो जाती हैं, टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन बाधित होता है और शरीर में वीर्य की गुणवत्ता में कमी आ जाती हैं। इन सारी नशीली चीजों का सेवन करने से पुरुषों के शुक्राणु के उत्पादन पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है और उनके शरीर में शुक्राणुओं की संख्या में कमी आ जाती है।

४) अंडकोष की समस्या –

दोस्तों, अंडकोष को पुरुषों के लैंगिक स्वास्थ्य का सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। अंडकोष में किसी कारणवश चोट लग जाने की वजह से पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या और वीर्य की गुणवत्ता काफी बुरी तरीके से प्रभावित होती है। अंडकोष में चोट लग जाने की वजह से अंडकोष का सामान्य कार्य प्रभावित होता है; जिससे वीर्य को बनाने वाली और शुक्राणुओं के उत्पादन को बढ़ाने वाली ऊतकों को नुकसान पहुंचता है और वीर्य की गुणवत्ता में कमी आ जाती हैं। इसी के साथ, अगर किसी कारणवश पुरुषों का अंडकोष ठीक तरीके से विकसित नहीं होता है; तो इसके कारण भी पुरुषों के लैंगिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और वीर्य की गुणवत्ता शुक्राणुओं की संख्या में गिरावट आ सकती हैं।

५) शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं –

डायबिटीज, मोटापा, थायराइड, हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रोल जैसी शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं पुरुषों में दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है। इन सभी समस्याओं की वजह से पुरुषों की प्रजनन क्षमता भी बुरी तरीके से प्रभावित होती है। इन समस्याओं की वजह से पुरुषों के शुक्राणु के उत्पादन और वीर्य की गुणवत्ता में भी कभी देखी जाती है।

साथ ही; शीघ्रपतन, स्तंभन दोष, कामेच्छा की कमी, लिंग में शिथिलता, लिंग का ढीलापन, लिंग के नसों में कमजोरी जैसे अनगिनत यौन संबंधित समस्याओं की वजह से भी पुरुषों की प्रजनन क्षमता काफी बुरी तरीके से प्रभावित हो जाती है; जिसके चलते उनके शरीर में वीर्य की गुणवत्ता में और शुक्राणुओं की संख्या में गिरावट देखी जाती है।

६) अत्याधिक हस्तमैथुन –

दोस्तों, सीमित मात्रा में किया गया हस्तमैथुन आपको कई सारे स्वास्थ्यवर्धक लाभ प्रदान करता है। लेकिन, अमर्यादित रूप से किया गया हस्तमैथुन पुरुषों के शारीरिक, मानसिक एवं यौन स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है। अत्याधिक हस्तमैथुन करने से पुरुषों के लिंग में शिथिलता आ जाती है और वह सही इरेक्शन बनाने में असमर्थ हो जाता है। इसी के साथ, हस्तमैथुन की लत लग जाने की वजह से पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या में और वीर्य की गुणवत्ता में भी कमी आ जाती है।

७) पोषक तत्वों की कमी –

दोस्तों, एक स्वस्थ वीर्य का उत्पादन होने के लिए पुरुषों के शरीर में पोषक तत्वों की आपूर्ति होते रहना बहुत ही आवश्यक होता है। लेकिन, अगर पुरुषों के शरीर में किसी कारणवश पोषक तत्वों की कमी हो रही है; तो इसका प्रभाव उनके यौन स्वास्थ्य पर पड़ता है और वीर्य की गुणवत्ता में भी खराबी आ जाती है।

वीर्य की गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए शरीर में पोषक तत्व का उचित मात्रा में होना बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। लेकिन, गलत खानपान की पद्धति और जंक फूड का अधिक मात्रा में सेवन जैसे खराब आदतों की वजह से पुरुषों के शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है; जिसके चलते उनके शरीर में वीर्य की गुणवत्ता बुरी तरीके से प्रभावित होती है और उसमें कमी देखी जाती है।

वीर्य की गुणवत्ता में कमी आने से क्या होता है ? Virya Ki Quality Me Kami

दोस्तों, पुरुषों के शरीर में वीर्य की गुणवत्ता उचित मात्रा में होना; एक अच्छे यौन स्वास्थ्य को दर्शाता है लेकिन, अगर पुरुषों के शरीर में वीर्य की गुणवत्ता में कमी आ जाती है; तो वीर्य में मौजूद विभिन्न प्रकार के एंजाइम्स तथा शुक्राणुओं के उत्पादन पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इसी के चलते, वीर्य की गुणवत्ता में कमी की वजह से पुरुषों के शरीर में शुक्राणु का उत्पादन भी बुरी तरीके से प्रभावित होता है।

शुक्राणुओं का उत्पादन प्रभावित होने पर शरीर में शुक्राणु की कमी हो जाती है और पुरुष यौन कमजोरी का अनुभव करने लगते हैं। साथ ही, वीर्य का पतलापन और वीर्य गुणवत्ता में कमी जैसे समस्याएं होने पर पुरुषों के को इनफर्टिलिटी की समस्या हो जाती हैं; जिसके चलते वह बाप बनने में असमर्थता महसूस करने लगते हैं। वीर्य की गुणवत्ता में कमी के चलते पुरुषों का स्वास्थ्य खराब होने की आशंका बनी रहती है।

साथ ही, वीर्य की गुणवत्ता में कमी आने के कारण शुक्राणु की संख्या घट जाती है और इसी कारणवश, लिंग में शिथिलता, लिंग में ढीलापन जैसी समस्याएं उभर आती है। वीर्य की गुणवत्ता में कमी पुरुषों को सेक्स करते समय पर परेशान करती है और उनके लिंग में सही तनाव नहीं बन पाता है; जिसके चलते उनकी सेक्स लाइफ और वैवाहिक जीवन दोनों ही खतरे में आ जाते हैं।

वीर्य की गुणवत्ता लड़की को गर्भवती बनाने के लिए जरूरी क्यों होती है ? Sperm Quality Pregnant Banane Ke Liye

दोस्तों, आमतौर पर सेक्स की प्रक्रिया के दौरान यौन इच्छाओं के अंतिम पड़ाव पर पहुंचने के बाद पुरुषों के लिंग में से वीर्य स्खलित होता है और महिलाओं के योनि में जाता है। महिलाओं के योनि में जाने के बाद फर्टिलाइजेशन की आगे की प्रक्रिया शुरू हो जाती है और असुरक्षित यौन संबंध बनाने से महिलाएं गर्भवती हो जाती है।

महिलाओं के गर्भवती होने के लिए पुरुषों के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या तथा वीर्य की गुणवत्ता उचित होना बहुत ही आवश्यक माना जाता है। अगर किसी कारणवश पुरुषों के वीर्य खराब हो चुका है, वीर्य पतला हो जाता है या वीर्य की गुणवत्ता में कमी आ जाती है; तो महिलाओं को प्राकृतिक गर्भावस्था प्राप्त करने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

वीर्य की गुणवत्ता सही होने से और वीर्य का स्वास्थ्य उचित होने से महिलाओं को प्राकृतिक गर्भावस्था प्राप्त करने में कोई भी परेशानी उत्पन्न नहीं होती है। इसीलिए, लड़की को गर्भवती करने के लिए वीर्य की गुणवत्ता बहुत ही अच्छी होना जरूरी माना जाता हैं।

वीर्य को गाढ़ा कैसे करें ? Virya Ko Gadha Kaise Kare

वीर्य को गाढ़ा कैसे करें
वीर्य को गाढ़ा कैसे करें

दोस्तों, वीर्य को गाढ़ा बनाने के लिए और उसकी गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए आपको निम्नलिखित उपाय अपनाने चाहिए।

१) एक्सरसाइज –

दोस्तों, एक्सरसाइज चाहे कोई भी हो; आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और आवश्यक मानी जाती है। जो लोग रोजाना तौर पर एक्सरसाइज करते हैं; वह कम बीमार पड़ते हैं और उनको यौन स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न होने की संभावनाएं भी काफी कम हो जाती है। वीर्य को प्राकृतिक रूप से गाढ़ा बनाने के लिए पुरुषों को साइकिलिंग, जोगिंग, रनिंग जैसी हल्की-फुल्की एक्सरसाइज का प्रयास जरूर करना चाहिए।

इसी के साथ; कीगल एक्सरसाइज, प्लैंक एक्सरसाइज, स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज जैसी विशिष्ट प्रकार की एक्सरसाइज का अभ्यास आप किसी एक्सपर्ट की सलाह के अनुसार कर सकते हैं; ताकि आप प्राकृतिक रूप से अपने यौन क्षमता में सुधार ला सके और वीर्य की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सके।

योगासन, प्राणायाम, मेडिटेशन जैसी अच्छी आदतों का पालन करने से आपको मानसिक रूप से शांति मिलती है और आपकी मस्तिष्क की न्यूरोट्रांसमीटर्स पुनर्जीवित होने में मदद मिल पाती है। भस्त्रिका, अनुलोम विलोम, कपालभाति, भ्रामरी जैसे प्राणायाम आपके अंदरूनी स्वास्थ्य को बढ़ाते हैं और स्वास्थ्य में भी सुधार लाते हैं।

इसी के साथ; पश्चिमोत्तानासन, धनुरासन,मकरासन, बालासन, सर्वांगासन, हलासन जैसे विभिन्न प्रकार की योगासनों का अभ्यास आपके लिंग की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, लिंग के हिस्से में रक्त प्रवाह तेजी से बढ़ाता है; जिसके चलते लिंग की उसके पुनर्जीवित हो जाती है और अपना नियमित कार्य करने में सक्षम हो जाती है। इसी कारणवश, एक्सरसाइज का अभ्यास करने से पुरुष प्राकृतिक रूप से वीर्य को गाढ़ा बनाते हैं।

२) तनाव –

रोजमर्रा की जिंदगी में आने वाला शारीरिक एवं मानसिक तनाव कम करने के लिए और हमेशा तनाव मुक्त रहने के लिए खुश रहने की कोशिश करें। ऐसा कोई नहीं है; जिसे जिंदगी में तनाव नहीं है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम सभी ही स्ट्रेस से हमेशा ही गुजरते हैं। तनाव को कम करने के लिए अंदरूनी रूप से खुश होना बहुत ही आवश्यक माना जाता है। तनाव को कम करने के लिए आप योगा, मेडिटेशन या प्राणायाम जैसे अच्छी आदतों का पालन कर सकते हैं।

इसी के साथ, खुश रहने के लिए और तनाव से हमेशा मुक्त रहने के लिए अपनी मनपसंद चीजों का अभ्यास करें। जैसे; म्यूजिक सुनना, बुक्स पढ़ना, गार्डनिंग करना, परिवार के साथ समय व्यतीत करना, दोस्तों के साथ घूमने जाना आदि अच्छी आदतों का पालन आपको तनाव से दूर रहने में मदद करता है। ऐसा करने से पुरुषों के यौन क्षमता में भी सुधार आता है और वीर्य को प्राकृतिक रूप से गाना बनाया जा सकता है।

३) संतुलित आहार –

दोस्तों, प्राकृतिक रूप से वीर्य को गाढ़ा बनाने के लिए संतुलित आहार अपने बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जैसा कि हमने देखा; जंक फूड का अधिक मात्रा में सेवन और असंतुलित आहार का सेवन करने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है और पुरुषों के वीर्य की गुणवत्ता में कमी आ जाती है। इस समस्या का प्राकृतिक रूप से इलाज करने के लिए और वीर्य को गाढ़ा बनाने के लिए अपने आहार में सभी पोषक तत्वों से युक्त पदार्थों का समावेश करें। इसी के साथ; जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक्स जैसे इंस्टेंट पदार्थों का सेवन करने से बचे; ताकि प्राकृतिक रूप से आपके वीर्य की गुणवत्ता बरकरार रहने में मदद मिल पाती।

४) गलत आदतों को छोड़ना –

प्राकृतिक रूप से वीर्य को गाढ़ा बनाने के लिए पुरुषों को अपनी गलत आदतों की लत पर भी नियंत्रण पाना आवश्यक होता है। शराब, धूम्रपान, तंबाकू के पदार्थ तथा अन्य नशीली चीजों के आदतों से पीछा छुड़ाना इतना आसान भी नहीं होता है! लेकिन, आपको इसके लिए हमेशा प्रयत्नशील रहना चाहिए और इन गलत आदतों पर नियंत्रण पाना भी आवश्यक होता है।

वीर्य को प्राकृतिक रूप से गाढ़ा बनाने के लिए इन सभी गलत आदतों को त्यागने के लिए आप अपने परिवार के साथ मांग सकते हैं। अगर यह भी आपके लिए पॉसिबल नहीं है और सब कुछ अपनाने के बाद भी आपके गलत आदतों का व्यसन नहीं छूट रहा है; तो आप किसी एक्सपर्ट, नशा मुक्ति केंद्र या मनोविकार तज्ञ का सहारा ले सकते हैं।

वीर्य की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए क्या खाएं ? Sperm Ki Quality Badhane Ke Liye Kya Khaye ?

वीर्य की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए क्या खाएं
वीर्य की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए क्या खाएं

दोस्तों, वीर्य की गुणवत्ता प्राकृतिक रूप से बढ़ाने के लिए निम्नलिखित पदार्थों का अपने आहार में रोजाना तौर पर सेवन करें।

१) विटामिन डी और कैल्शियम युक्त पदार्थ –

विटामिन डी और कैल्शियम युक्त पदार्थों का नियमित रूप से सेवन करने से आपकी वीर्य की गुणवत्ता में काफी हद तक सुधार आता है। अध्ययन के अनुसार, विटामिन डी और कैल्शियम युक्त पदार्थों का नियमित रूप से किया गया सेवन पुरूषों की प्रजनन क्षमता में इजाफा करता है और शरीर में उचित पोषक तत्व की आपूर्ति करता है; जिसके चलते शुक्राणुओं की संख्या और वीर्य की गुणवत्ता में सुधार आ पाता है। दूध, पनीर, मछली, अंडे, ओटमील जैसे पदार्थ विटामिन डी और कैल्शियम से युक्त होते हैं; इनका सेवन करके पुरुषों को प्राकृतिक रूप से वीर्य को गाढ़ा बनाना चाहिए।

२) सूरजमुखी के बीज –

दोस्तों, सूरजमुखी के बीजों का सेवन पुरुषों में वीर्य को गाढ़ा बनाने के लिए बहुत ही उपयुक्त माना जाता है। सूरजमुखी के बीज और कद्दू के बीज जैसे बीजों का सेवन पुरुषों के लिए वीर्य वर्धक और कामोत्तेजक गुणों से भरपूर माना जाता है। जिन पुरुषों को वीर्य को गाढ़ा बनाना है; उनको रोजाना तौर पर कम से कम एक से डेढ़ महीने तक कद्दू के बीज और सूरजमुखी के बीजों का सेवन अवश्य करना चाहिए। इन दोनों ही बीजों में जिंक, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम तथा विविध प्रकार के विटामिन मौजूद होते हैं; जो पुरुषों के वीर्य के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं और उसकी गुणवत्ता में सुधार लाते हैं।

३) लहसून –

लहसुन में कामोत्तेजक, वीर्य वर्धक और लिंग वर्धक गुण मौजूद होते हैं। लहसुन का रोजाना तौर पर सेवन करने से पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन नियंत्रित होता है, शुक्राणुओं की संख्या बढ़ती है और वीर्य की गुणवत्ता में सुधार आता है। हमारे भारतीय घरों में लगभग रोजाना तौर पर लहसुन का सेवन किसी ना किसी रूप में किया ही जाता है। भारतीय किचन में ऐसी कोई भी सब्जी नहीं बनती है; जिसमें लहसुन ना डाला जाता हो।

लेकिन, लेहसन की कच्ची कलियों का सेवन करने से पुरुषों को विशेष तौर पर लैंगिक स्वास्थ्यवर्धक लाभ देखने को मिलते हैं। लहसुन की कच्ची कलियों का सेवन रोजाना तौर पर पुरुषों का अवश्य करना चाहिए; ताकि वह प्राकृतिक रूप से वीर्य की गुणवत्ता में सुधार ला सके और उसे गाढ़ा बना सके। लहसुन की कलियों को खाने में परेशानी हो रही है; वह तो घी में भूनकर भी पुरुष उनका सेवन कर सकते हैं।

४) वीर्य को गाढ़ा बनाने वाले अन्य पदार्थ –

नींबू, अनार, ग्रीन टी, केला, दही, साबुत अनाज, सभी प्रकार की दाले, डार्क चॉकलेट, हल्दी, दूध तथा दूध से बनने वाले पदार्थ, ड्राई फ्रूट्स, राजमा जैसे विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों से युक्त पदार्थों का सेवन रोजाना तौर पर करने से पुरुष प्राकृतिक रूप से वीर्य की गुणवत्ता में सुधार लाकर उसे गाढ़ा बना सकते हैं और अपने प्रजनन क्षमता में सुधार ला सकते हैं।

वीर्य की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए दवा की जानकारी – Sperm Quality Badhane Ke Liye Dawa

दोस्तों, वीर्य की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए एलोपैथी, होम्योपैथी और आयुर्वेदिक दवाइयां उपलब्ध होती है; जिनका सेवन विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए। हम आपको यहां आयुर्वेदिक दवाइयों के बारे में जानकारी देने वाले हैं; जिनका सेवन आप आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही करें।

१) अश्वगंधा –

दोस्तों, अश्वगंधा एक बहुत ही ताकतवर जड़ी बूटी है; जिसका सेवन महिलाओं के तथा पुरुषों के यौन स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए काफी पुराने जमाने से होता आ रहा है। पुरुषों के लिए अश्वगंधा किसी वरदान से कम नहीं है। अश्वगंधा का रोजाना तौर पर सेवन करने से पुरुषों की लगभग हर यौन संबंधित समस्या का समाधान पाने में उन्हें मदद मिल पाती है। अध्ययन के अनुसार, अश्वगंधा का सेवन पुरुषों में वीर्य की गुणवत्ता और शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाने में लाभदायक माना जाता है।

अश्वगंधा के पाउडर को रोजाना तौर पर हल्के गुनगुने दूध में मिलाकर पीने से पुरुषों के शरीर में वीर्य की गुणवत्ता में सुधार आता है, वीर्य गाढ़ा बनता है, शुक्राणु की संख्या बढ़ती है और इनफर्टिलिटी का इलाज संभव हो पाता है। अश्वगंधा के पाउडर की निर्धारित मात्रा जानने के लिए आप डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इसका सेवन करें।

२) मुलेठी –

सर्दी, खांसी को ठीक करने के साथ-साथ; मुलेठी का सेवन पुरुषों में यौन स्वास्थ्यवर्धक लाभ दिलाता है। मुलेठी का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में फर्टिलिटी बूस्ट होती है और योन कमजोरी को दूर किया जा सकता है। वीर्य की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए मुलेठी का सेवन करने से विशेष लाभ देखने को मिलते हैं।

मुलेठी का रोजाना तौर पर सही तरीके से किया गया सेवन पुरुषों के शरीर में शुक्राणु के उत्पादन को बढ़ाने के साथ-साथ, वीर्य को भी गाढ़ा बनाता है। अश्वगंधा की तरह ही मुलेठी भी एक ताकतवर जड़ी बूटी है; जो पुरुषों में नपुंसकता का इलाज करने के लिए काफी पुराने जमाने से इस्तेमाल होती आ रही है। मुलेठी का सेवन करने के लिए आप किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ले और उसके सेवन की निर्धारित मात्रा तय करें।

३) शिलाजीत –

हिमालय की गोदी में पाए जाने वाली शिलाजीत जड़ी बूटी का सही तरीके से किया गया सेवन पुरुषों में लगभग हर यौन संबंधित समस्या का निवारण करने के लिए बहुत ही असरदार, गुणकारी और उपयुक्त माना जाता है। शिलाजीत का सेवन करने से पुरुषों में नपुंसकता का इलाज संभव हो पाता है। शिलाजीत बहुत ही ताकतवर जड़ी बूटी और औषधि है; जिसका सेवन करने से पुरुषों के शरीर में वीर्य की गुणवत्ता बढ़ती है और प्राकृतिक रूप से वीर्य को गाढ़ा बनाया जा सकता है।

इसी के साथ; शीघ्रपतन, स्तंभन दोष, कामेच्छा की कमी, लिंग में ढीलापन, लिंग की शिथिलता जैसी अनगिनत यौन संबंधित समस्याओं का निवारण भी शिलाजीत का सेवन करने से देखा जाता है। साथ ही, पुरुषों के शरीर में शुक्राणु के उत्पादन को और मोटिलिटी को बढ़ाने के लिए भी शिलाजीत का सेवन करने से विशेष लाभ देखने को मिलते हैं।

दोस्तों, आजकल मार्केट में कई सारी शिलाजीत से बनाई गई दवाइयां उपलब्ध होती हैं; लेकिन इनकी शुद्धता के बारे में सही पहचान करने के लिए आपको आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही शिलाजीत जड़ी बूटी का सेवन करना आवश्यक होता है।

४) माका जड़ –

दोस्तों, माका नामक जड़ी बूटी का सेवन भी पुरुषों में कामोत्तेजक और वीर्य वर्धक गुणों से युक्त माना जाता है। जिन पुरुषों को प्राकृतिक रूप से अपने गुणवत वीर्य की गुणवत्ता में सुधार लाना है; उनको आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार माका जड़ का सेवन अवश्य करना चाहिए। इस जड़ी बूटी का सही तरीके से सेवन करने के बाद पुरुषों के शरीर में कामोत्तेजना बढ़ती है, हारमोंस का संतुलन बना रहता है और वीर्य की गुणवत्ता में सुधार आता है। प्राकृतिक रूप से शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के लिए भी माका जड़ का प्रयोग करने से काफी फायदा देखने को मिलता है।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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