नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज का आर्टिकल होने वाला है, प्राइवेट पार्ट में फुंसी का इलाज इस विषय के बारे में। दोस्तों, जैसा कि हम सभी जानते हैं; महिलाओं का और पुरुषों का जननांग का हिस्सा सबसे नाजुक और संवेदनशील होता है। साथ ही, जननांग के हिस्से की त्वचा शरीर के अन्य त्वचा के मुकाबले सबसे संवेदनशील होती हैं।
इसीलिए, महिलाओं को और पुरुषों को अपने जननांग के हिस्से का तथा उस हिस्से की त्वचा का ख्याल रखना बहुत ही जरूरी माना जाता है। अगर किसी कारणवश महिलाएं तथा पुरुष अपने जननांगों की उचित रूप से साफ सफाई नहीं कर पाते हैं; तो उन्हें जननांगों के संक्रमण तथा अन्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
जननांग में उचित रूप से साफ सफाई ना करने पर जननांग में पसीना जमा हो जाता है और बैक्टीरिया पनपने लगते हैं; जिसके चलते उन्हें इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। जननांग का हिस्सा हमेशा कपड़ों से ढका होता है। इसीलिए, जननांगों के हिस्से में प्राकृतिक वेंटीलेशन भी कम ही होता है; जिसके चलते जननांग के हिस्से में पसीना जमा हो जाता है और पसीने की वजह से उसमें दानों की समस्या, रेडनेस, रैशेज, खुजली, जलन जैसी अन्य समस्याएं भी उभर कर आती है।
अधिकतर कारणों की वजह से महिलाओं को और पुरुषों को लिंग तथा योनि में फुंसी की समस्या हो जाती हैं। महिलाओं में और पुरुषों में फुंसी होने के पीछे के जननांगों में फुंसी होने के पीछे कई प्रकार के कारण मौजूद होते हैं; जो एक दूसरे से काफी अलग पाए जाते हैं। फुंसी होने के बाद महिलाओं को और पुरुषों को जननांग के हिस्से में काफी सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
जैसे; जननांग में दर्द होना, प्रभावित क्षेत्र सूजन आना, लालिमा होना, जननांगों के फुंसी में से मवाद निकलना जैसे गंभीर लक्षण दिखाई देने पर महिलाओं और पुरुषों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर इस समस्या का इलाज समय रहते ही कर लेना चाहिए।
तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; प्राइवेट पार्ट में फुंसी होने के बारे में पूरी जानकारी।
हमें प्राइवेट पार्ट में फुंसी क्यों होती है ? Vagina Me Pimples Hona
दोस्तों, महिलाओं की और पुरुषों की रिप्रोडक्टिव सिस्टम एक-दूसरे से काफी अलग होती है। साथ ही, महिलाओं के और पुरुषों के जननांग के हिस्से का स्वास्थ्य भी एक-दूसरे से काफी अलग पाया जाता है। इसी लिहाज से, अगर महिलाओं के और पुरुषों के जननांग के हिस्से में फुंसी हो जाती है; तो उसके उसके पीछे मौजूद कारण भी महिलाओं में और पुरुषों में अलग-अलग पाए जाते हैं। हम महिलाओं में और पुरुषों के जननांगों में फुंसी होने के कारण को एक एक कर के जानेंगे।
महिलाओं के योनि में फुंसी होने के कारण – Vagina Me Pimples Hone ke karan
महिलाओं के योनि में फुंसी होने के निम्नलिखित कारण मौजूद होते हैं।
- योनि के हिस्से में अतिरिक्त पसीना आना और योनि का हिस्सा मूत्र, वीर्य के संपर्क में आना।
- केमिकल युक्त साबुन, केमिकल युक्त इंटिमेट हाइजीन वॉश प्रोडक्ट्स, डिओडरेंट्स तथा अन्य प्रकार के केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स का योनि में इस्तेमाल करना।
- योनि में लुब्रिकेंट तथा कंडोम का इस्तेमाल करना।
- योनि की ठीक तरीके से साफ सफाई ना करना।
- योनि के हिस्से में शेविंग करने से कट लगना या अन्य किसी कारणवश योनि के बाल उखाड़ना।
- कुछ मामलों में, हार्मोन परिवर्तन या असंतुलन की वजह से प्राइवेट पार्ट में फुंसी हो जाती हैं।
- फॉलिक्यूलायटिस होना।
- योनि में किसी तरह का इन्फेक्शन होना।
पुरुषों के लिंग में फुंसी होने के कारण – Penis Me Pimple Hone Ke Karan
दोस्तों, पुरुषों के लिंग में फुंसी होने के निम्नलिखित कारण मौजूद होते हैं।
- लिंग की उचित रूप से साफ सफाई ना करना।
- लिंग में किसी तरह का इन्फेक्शन होना।
- लिंग के हिस्से में केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स जैसे; इंटिमेट हाइजीन वॉश, साबुन तथा डिओडरेंट का इस्तेमाल करना।
- लिंग के हिस्से में किसी तरह की एलर्जी होना।
- लिंग के हिस्से में अतिरिक्त पसीना आना।
- लिंग पर कंडोम का इस्तेमाल करना तथा लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करना।
- लिंग के हिस्से में बाल साफ करते समय कट लगना या बाल उखड़ना।
- लिंग के हिस्से में अतिरिक्त टाइट अंडरवियर या कपड़े पहनना।
योनि के बाजू में फुंसी होने पर क्या करना चाहिए ? Vagina ke side me Pimple Hona
योनि के हिस्से में फुंसी की समस्या होने पर होने वाली तकलीफ उसे सुरक्षित रहने के लिए तथा उसका इलाज करने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपायों को अपनाना चाहिए।
१) योनि की साफ सफाई-
महिलाओं को रोजाना तौर पर नहाते समय हल्के गुनगुने पानी की मदद से अपने योनि की साफ सफाई करना बहुत ही महत्वपूर्ण बात मानी जाती है। अगर महिलाएं रोजाना तौर पर योनि की साफ सफाई नहीं करती हैं; तो योनि के हिस्से में पसीने की समस्या होकर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और इन्फेक्शन का कारण बनते हैं।
योनि में फुंसी की समस्या का इलाज करने के लिए महिलाओं को दिन में दो से तीन बार हल्के गुनगुने पानी की मदद से योनि को साफ रखना चाहिए और योनि में अतिरिक्त नमी को भी नहीं बनाए रखना चाहिए। योनि की सफाई करने के लिए सिर्फ हल्का गुनगुना पानी ही पर्याप्त होता है। लेकिन, अगर आपको योनि की सफाई करने के लिए किसी अन्य प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना है; तो डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही प्रोडक्ट का चयन करें।
२) कॉटन अंडरवियर –
योनि के हिस्से में प्राकृतिक वेंटीलेशन को बनाए रखने के लिए और योनि में हुई फुंसी की समस्या को नियंत्रित करने के लिए महिलाओं को कॉटन के अंडर वियर का इस्तेमाल करना चाहिए। आजकल सिंथेटिक अंडरवेयर का इस्तेमाल करने का चलन काफी बढ़ चुका है; जिसके चलते महिलाओं के योनि में पसीना जमा होकर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और इन्फेक्शन का कारण बनते हैं।
अपने योनि के हिस्से को प्राकृतिक वेंटीलेशन प्रदान करने के लिए और योनि को इंफेक्शन से सुरक्षित रखने के लिए महिलाओं को हमेशा ही कॉटन के अंडर वियर का ही इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही, अतिरिक्त टाइट अंडरवियर पहनने से भी बचना चाहिए; जिससे योनि में उचित नमी और सूखापन बना रहे।
३) एप्पल साइडर विनेगर –
दोस्तों, सेब के सिरके में एंटी बैक्टीरियल, एंटी इन्फ्लेमेटरी तथा एंटीफंगल जैसे औषधीय तत्व पाए जाते हैं। योनि में हुई फुंसी की समस्या को नियंत्रित करने के लिए महिलाओं को एप्पल साइडर विनेगर का इस्तेमाल करने से भी काफी फायदा देखने को मिलता है। एक कप पानी में एक कप सेब का सिरका मिलाकर अच्छे से मिश्रण तैयार करें।
इस मिश्रण को योनि के फोन से प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं और थोड़ी देर बाद हल्के गुनगुने पानी की मदद से साफ कर ले। सेब के सिरके का यह प्रयोग आप दिन में दो से तीन बार दोहरा सकती है। इस तरह से सेब का सिरका इस्तेमाल करने के बाद योनि में फुंसी की समस्या का कारण बनने वाले बैक्टीरिया का नियंत्रण किया जाता है।
४) टी ट्री ऑयल –
टी ट्री ऑयल में भी एंटीमाइक्रोबॉयल तथा एंटीफंगल जैसे औषधीय तत्व पाए जाते हैं; जो योनि में हुए फुंसी की समस्या का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को नष्ट करने में प्रभावी माने जाते हैं। एक चम्मच ऑलिव ऑयल में एक बूंद टी ट्री ऑयल का मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें। इस मिश्रण को योनि के फुंसी प्रभावित हिस्से पर लगा कर रखें और उसे वैसा ही छोड़ दें। आप इसका प्रयोग दिन में दो बार कर सकते हैं। ऐसा करने से फुंसी पैदा करने वाले बैक्टीरिया को नियंत्रण किया जाता है; जिसके चलते योनि में फुंसी की समस्या ठीक हो पाती हैं।
लिंग के ऊपर फुंसी होने पर क्या करना चाहिए- Penis Par funsi Hone Par
लिंग के ऊपर फुंसी की समस्या होने पर पुरुषों को निम्नलिखित घरेलू को उपायों को अपनाना चाहिए।
१) लिंग की साफ सफाई –
लिंग के ऊपर होने वाली फुंसी की समस्या का नियंत्रण करने के लिए और लिंग के हिस्से को इंफेक्शन से सुरक्षित रखने के लिए पुरुषों को रोजाना तौर पर नहाते समय लिंग की हल्के गुनगुने पानी की मदद से साफ सफाई करनी चाहिए। लिंग को साफ करने के लिए हल्का गुनगुना पानी ही पर्याप्त होता है। अगर आपको लिंग को साफ करने के लिए किसी अन्य प्रकार के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना है; तो डॉक्टर के द्वारा बताए गए प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल करें। साथ ही, जब भी आप पेशाब करने जाते हैं; उसके बाद भी लिंग के हिस्से को अच्छे से साफ करें; ताकि उसमें किसी भी तरह के बैक्टीरिया पनपने की संभावना ना बचे और आप इंफेक्शन से सुरक्षित रह सके।
२) हीट थेरेपी –
गर्म पानी में एक तौलिया भिगोकर उसको निचोड़ लें और लिंग के आसपास लपेटकर रखें। ऐसा करने से आपके लिंग का के त्वचा में रोम छिद्र खुल जाते हैं; जिसके चलते फुंसी की समस्या का नियंत्रण किया जा सकता है। साथ ही, हिट थेरेपी को अपनाकर पुरुष फुंसी की वजह से होने वाले सूजन तथा दर्द की समस्या से भी छुटकारा पा सकते हैं। हिट थेरेपी की यह प्रक्रिया पुरुष दिन में दो बार दोहरा सकते हैं।
३) अंडर वियर का चयन –
दोस्तों, पुरुषों को हमेशा ही कॉटन के अंडर वियर का ही इस्तेमाल करना चाहिए। फैशन के चलते पुरुष सिंथेटिक अंडरवियर का इस्तेमाल कर लेते हैं; जिसके चलते पुरुषों के लिंग के हिस्से में पसीना जमा होकर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और इन्फेक्शन का कारण बनते हैं। इस समस्या को से हमेशा के लिए सुरक्षित रहने के लिए और लिंग के ऊपर फुंसी का इलाज करने के लिए पुरुषों को हमेशा कॉटन के अंडर वियर ही पहनने चाहिए; जो ज्यादा टाइट ना हो। कॉटन के अंडरवियर पहनने से पुरुषों के लिंग के हिस्से में प्राकृतिक वेंटीलेशन बना रहता है; जिसके चलते पसीने की समस्या नहीं होती है और ढीले ढाले कपड़े पहनने से लिंग में फुंसी की समस्या भी जल्दी ठीक हो जाती है।
प्राइवेट पार्ट में फुंसी होने से बचने के तरीके – Private Part Me Funsi Se Kaise Bache
दोस्तों, किसी भी समस्या का इलाज करने से बेहतर होता है; कि उस समस्या से हमेशा के लिए सुरक्षित रहा जाए! तो हम आपको प्राइवेट पार्ट में होने वाले फुंसी की समस्या से बचने के तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं; जो पुरुष और महिलाएं दोनों ही अपना सकते हैं, इन पर आप जरूर गौर करें।
- प्राइवेट पार्ट में फुंसी की समस्या होने पर किसी भी यौन गतिविधि में शामिल होने से बचना चाहिए।
- साथ ही, प्राइवेट पार्ट में फुंसी की समस्या हो गई है; तो ऐसी परिस्थिति में शेविंग करने से बचना चाहिए।
- योनि और लिंग में फुंसी की समस्या होने से बचने के लिए अतिरिक्त टाइट कपड़े पहनने से बचना चाहिए।
- प्राइवेट पार्ट में फुंसी की समस्या होने से सुरक्षित रहने के लिए महिलाओं को और पुरुषों को हमेशा ही कॉटन के अंडर वेयर का इस्तेमाल करना चाहिए।
- प्राइवेट पार्ट में फुंसी की समस्या होने पर उसे बार-बार ना छूए; वरना वह फूट सकती है और इन्फेक्शन बढ़ने की संभावनाएं बढ़ जाती है।
- प्राइवेट पार्ट में फुंसी पैदा होने से सुरक्षित रहने के लिए लिंग तथा योनि को साफ करने के लिए हमेशा हल्के गुनगुने पानी की मदद से ही प्राइवेट पार्ट को साफ करें।
- अगर महिलाओं को और पुरुषों को हारमोंस परिवर्तन या असंतुलन की समस्या हो रही है; तो तुरंत इसका इलाज करवाएं; ताकि उसकी वजह से उन्हें योनि तथा लिंग में फुंसी की समस्या ना हो।
- योनि में और लिंग में फुंसी की समस्या से सुरक्षित रहने के लिए महिलाओं को और पुरुषों को प्राईवेट पार्टस में किसी भी केमिकल युक्त प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
प्राइवेट पार्ट पर बाल काटने की वजह से फुंसी होने पर क्या करना चाहिए ? Private Part Ke Baal Katne Se Funsi Hona
दोस्तों, अगर किसी कारणवश प्राइवेट पार्ट के बाल काटते समय महिलाओं को तथा पुरुषों को अपने प्राइवेट पार्ट में फुंसी की समस्या हो जाती है; तो उन्हें कई सारी तकलीफों का सामना करना पड़ता है।
इसीलिए, उन्हें प्राइवेट पार्ट में शेविंग करते वक्त या ट्रिमिंग करते वक्त कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है; जिससे वह प्राइवेट पार्ट में होने वाली फुंसी की समस्या से सुरक्षित रह पाते हैं।
प्राइवेट पार्ट पर बाल काटने के बाद या शेविंग करने के बाद महिलाओं को और पुरुषों को हमेशा प्राइवेट पार्ट पर उचित प्रकार का और केमिकल रहित मॉश्चराइजर का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर प्राइवेट पार्ट पर बाल काटने के बाद मॉइश्चराइजर लगाने के बावजूद आपको फुंसी की समस्या हो रही है और लक्षण तीव्र हो रहे हैं; तो आप तुरंत डर्मेटोलॉजिस्ट की या डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।
तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।