नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज हम कंडोम के उपयोग, लाभ और जानकारी के बारे में जानने वाले है | आजकल के आधुनिक युग में जहां महिलाएं भी मर्दों से कंधे से कंधा मिलाकर प्रोफेशनल जॉब में अपना झंडा गड़ा रहे हैं। ऐसे में, शादीशुदा होने के बावजूद महिलाएं तुरंत बच्चा पैदा करने से परहेज कर देती है और अनचाही गर्भावस्था से छुटकारा पाने के लिए वह गर्भनिरोधक गोलियों का सहारा लेती हैं।

लेकिन, कई ऐसी महिलाएं हैं; जिन्हें गर्भनिरोधक गोलियों की वजह से शारीरिक रूप से साइड इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं। इसीलिए, महिलाएं मेल पार्टनर को कंडोम का इस्तेमाल करने की सलाह देती है। इसी के साथ, आजकल तो महिलाओं में इस्तेमाल किए जाने वाले फीमेल कंडोम भी मार्केट में उपलब्ध होते हैं; जिनके बारे में काफी कम लोगों को जानकारी प्राप्त है।

कंडोम का इस्तेमाल अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा पाने के लिए और योनि तथा लिंग में इंफेक्शन से सुरक्षित रहने के लिए एक बहुत ही कारगर उपाय साबित होता है। सेक्स करते समय कंडोम का इस्तेमाल लगभग हर कोई करता ही है। लेकिन, कंडोम का अधिक इस्तेमाल करने से आपको नुकसान भी हो सकते हैं।

कंडोम का इस्तेमाल करने के बाद सेक्स करते समय आपको उतना ही आनंद आता है; जितना कि नॉर्मल तरीके से सेक्स करने के दौरान आता है। आजकल मार्केट में कई प्रकार के कंडोम उपलब्ध है: जिनका इस्तेमाल युवक-युवतीया तथा शादीशुदा जोड़े भी करने लगे हैं। ।

कंडोम का सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए; तो आप प्राइवेट पार्ट का इन्फेक्शन तथा अनचाहे गर्भावस्था जैसी समस्याओं से सुरक्षित रह पाते हैं। लेकिन, गलत तरीके से कंडोम का इस्तेमाल किया जाए; तो इससे कंडोम फट सकता है और आपको अनचाही गर्भावस्था का खतरा बना रहता है।

तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; कंडोम का उपयोग बारे में पूरी जानकारी।

कंडोम क्या होता है ? Condom Kya Hota Hai ?

कंडोम क्या होता है
कंडोम क्या होता है

कंडोम एक तरह का गर्भनिरोधक उपकरण है; जिसे शारीरिक संबंध बनाने के दौरान पुरुषों के लिंग में सीधे तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। आमतौर पर, सभी प्रकार के कंडोम लैटेक्स से बने होते हैं; जिसका आवरण रबर का होता है। तने हुए तथा एक्साइट हुए लिंग में कंडोम को लगाने से वीर्य से निकले शुक्राणुओं को महिलाओं के योनि में सीधे तौर पर पहुंचने से रोका जा सकता है; जिससे अनचाहे गर्भावस्था से महिलाओं को छुटकारा मिल पाता है।

शारीरिक संबंध बनाने से पहले भी आप कंडोम को सीधे तौर पर लिंग पर लगा सकते हैं और उसके बाद शारीरिक संबंध बना सकते हैं। कंडोम का इस्तेमाल ना सिर्फ अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा दिलाता है; बल्कि योनि तथा लिंग के इंफेक्शन से भी यह सुरक्षितता प्रदान करता है। कंडोम का इस्तेमाल पुरुष तथा महिलाएं दोनों भी कर सकती है। महिलाओं में इस्तेमाल करने के लिए फीमेल कंडोम उपलब्ध है; जिनका इस्तेमाल करके महिलाएं अनचाहे गर्भ अवस्था तथा योनि के इन्फेक्शन से सुरक्षित रह पाती है।

कंडोम के प्रकार क्या है ? Condom Ke Prakar

कंडोम के निम्नलिखित प्रकार होते हैं।

१) मेल कंडोम – Male Condom

मेल कंडोम या रेगुलर कंडोम, लगभग हर किसी को इसके बारे में जानकारी प्राप्त है। मेल कंडोम पुरुषों के लिंग में पहना जाता है; जिसे एक्सटर्नल कंडोम भी कहा जाता है। शारीरिक संबंध बनाने से पहले या उसके दौरान कंडोम का इस्तेमाल करने से स्पर्म तथा अन्य तरल पदार्थ कंडोम में जमा हो जाते हैं। इसी वजह से, शारीरिक संबंध बनाते दौरान कंडोम का इस्तेमाल करने से शुक्राणु सीधे तौर पर योनि में प्रवेश करने से सुरक्षित नहीं पाते हैं और महिलाएं अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा पा सकती हैं।

मेल कंडोम आमतौर पर लेटेक्स से बने होते हैं; जो एक तरह का रबड़ होता है। पुरुषों में इस्तेमाल किए जाने वाले कंडोम कई प्रकार मौजूद होते हैं। जैसे; डॉटेड कंडोम्स, फ्लेवर्ड कंडोम, सुपर थीन कंडोम, प्लेजर शेप्ड कंडोम आदि। यह सारे ही प्रकार आपको शारीरिक संबंध बनाते दौरान अधिक एक्साइटिड करते हैं और आप कंडोम का इस्तेमाल करते हुए भी पूरी तरीके से सेक्स का सुख ले पाते हैं।

२) फीमेल कंडोम – Female Condom

अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा पाने के लिए और योनि के इन्फेक्शन से सुरक्षित रहने के लिए महिलाओं को अब अपने मेल पार्टनर के ऊपर निर्भर रहने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। क्योंकि, मार्केट में फीमेल कंडोम भी उपलब्ध है; जिनका इस्तेमाल करके महिलाएं योनि का इन्फेक्शन और अनचाहे गर्भ अवस्था से आसानी से छुटकारा पा सकती हैं।

फीमेल कंडोम योनि के अंदर लगाए जाते हैं। इसलिए, इन्हें इंटरनल कंडोम भी कहा जाता है। महिलाओं में इस्तेमाल किए जाने वाले यह कंडोम नॉन लेटेक्स मटेरियल से बने होते हैं;  जो प्री लुब्रिकेटेड होते हैं। फीमेल कंडोम को योनि में से बाहर निकालने के लिए बाहरी रूप से एक लचीली रिंग प्रोवाइड की जाती है; जिसको खींचने से कंडोम आसानी से बाहर आ जाता है।

फीमेल कंडोम का इस्तेमाल करने के बाद महिलाएं ना सिर्फ अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा पा सकती हैं; बल्कि योनि के आसपास के क्षेत्र तथा योनि में होने वाले तरह-तरह के संक्रमण से भी वह सुरक्षित रह पाती है।

३) डेंटल डैम – Dental Dam

कई ऐसे कपल होते हैं; जिन्हें प्राइवेट पार्ट के सेक्स के साथ-साथ, ओरल सेक्स करना भी पसंद होता है। ओरल सेक्स का आनंद उठाने के लिए और इंफेक्शन से सुरक्षित रहने के लिए मार्केट में डेंटल डैम नामक ओरल सेक्स के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले कंडोम मौजूद है। इनका इस्तेमाल सेक्स करते समय मुंह के अंदर किया जाता है; जो साथी के जननांग और आपके मुंह के बीच में एक अवरोध उत्पन्न करता है। इसका इस्तेमाल करके आप सुरक्षित तरीके से ओरल सेक्स का आनंद उठा पाते हैं और यौन संचारित रोगों से भी सुरक्षित रह पाते हैं। डेंटल डैम कंडोम लेटेक्स या पॉलीयूरेथेन शीट से बने होते हैं।

कंडोम का इस्तेमाल कब करना चाहिए ? Condom Ka Use Kaise Kare ?

कंडोम का इस्तेमाल शारीरिक संबंध बनाते दौरान करना चाहिए।चाहे वह किसी भी प्रकार का कंडोम हो; लेकिन उसका इस्तेमाल करने से आप अनचाहे गर्भावस्था तथा योनि, गुदा और लिंग के इंफेक्शन से सुरक्षित रह पाते हैं। फीमेल कंडोम, मेल कंडोम या डेंटल डैम कंडोम का इस्तेमाल शारीरिक संबंध बनाने से पहले अवश्य करना चाहिए। अगर आप ओरल या एनल सेक्स कर रहे हैं; तब भी आपको कंडोम का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। क्योंकि, सेक्स करते समय कंडोम का इस्तेमाल करने से आप किसी भी तरह के इंफेक्शन से सुरक्षित नहीं पाते हैं।

क्या सेक्स करते समय कंडोम पहनना जरूरी है ? Sex Ke Samay Condom Pehnana

जी हां! दोस्तों, सेक्स करते समय कंडोम पहनना बहुत ही जरूरी होता है। अगर आप कंसीव करना चाहते हैं और मां बनने की इच्छा रखते हैं; तो आप शारीरिक संबंध बनाते दौरान कंडोम का इस्तेमाल ना करें।

लेकिन, अगर आप मां नहीं बनना चाहती हैं और अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा पाना चाहती हैं; तो आपको कंडोम का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। आप चाहे फीमेल कंडोम का इस्तेमाल करें या अपने मेल पार्टनर को कंडोम का इस्तेमाल करने के लिए बोले; लेकिन सेक्स करते समय कंडोम पहनना बहुत ही आवश्यक होता है।

कंडोम पहनने से शारीरिक संबंध बनाने की प्रक्रिया तो आसान बनते ही है; लेकिन उसी के साथ आप कई प्रकार के योनि और लिंग के इंफेक्शन से भी सुरक्षित रह पाते हैं।

पुरूष कंडोम और महिला कंडोम में क्या फर्क है ? Male Condom Aur Female Condom Me Farak

पुरूष कंडोम और महिला कंडोम
पुरूष कंडोम और महिला कंडोम

दोस्तों, आजकल फीमेल कंडोम उपलब्ध है; इस बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी प्राप्त है। फीमेल कंडोम का इस्तेमाल योनि के अंदर करते हैं, उन्हें योनि के अंदर डाला जाता है; जिससे महिलाएं अनचाहे गर्भावस्था और योनि में होने वाले इन्फेक्शन से सुरक्षित रह पाती हैं।

महिलाओं में इस्तेमाल किए जाने वाले कंडोम नाइट्राइल या पॉलीयूरेथेन से बने होते हैं; जो एक पाउच की तरह दिखते हैं। पाउच की तरह दिखने वाले फीमेल कंडोम में दो छोर होते हैं; जिसका एक छोर योनि के अंदर डाला जाता है और दूसरा छोर योनि के बाहर रहता है; जिसको खींचकर आसानी से कंडोम को बाहर निकाला जा सकता है।

फीमेल कंडोम का इस्तेमाल करने के लिए महिलाओं को थोड़े प्रैक्टिस की जरूरत पड़ती है। कई महिलाओं को फीमेल कंडोम इस्तेमाल करने की आदत ना होने के कारण योनि में कुछ परेशानियां उत्पन्न हो सकती है। इसीलिए, फीमेल कंडोम का इस्तेमाल करने से पहले महिलाएं योनि में तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं।

वहीं दूसरी ओर, पुरुषों में इस्तेमाल किए जाने वाले कंडोम लेटेक्स या पॉलीयूरेथेन से बने होते हैं; जो शारीरिक संबंध बनाते दौरान इरेक्शन प्राप्त करने से पहले लिंग में सीधे तौर पर पहने जा सकते हैं। पुरुषों में इस्तेमाल किए जाने वाले कंडोम लिंग के ऊपर लगाए जाते हैं; जिसमें वीर्य इकट्ठा हो जाता है और लगभग ९०-९५% सुरक्षितता प्रदान करता है।

वैसे देखा जाए; तो पुरुषों में इस्तेमाल किए जाने वाले कंडोम के बारे में सभी को जानकारी मालूम है। इसी वजह से, इसकी खपत और इस्तेमाल महिला कंडोम के मुकाबले बहुत ज्यादा है।

हालांकि, पुरुषों में इस्तेमाल किए जाने वाले कंडोम की वजह से योनि तथा लिंग में इंफेक्शन की समस्या ज्यादातर देखी जाती हैं। वहीं दूसरी ओर, फीमेल कंडोम की वजह से इंफेक्शन होने का खतरा कम होता है।

कंडोम का इस्तेमाल करने के फायदे : Condom Ka Use Karne Ke Fayde

कंडोम का इस्तेमाल करने से निम्नलिखित फायदे देखने को मिलते हैं।

१) अनचाही प्रेगनेंसी –

कंडोम का इस्तेमाल करके महिलाएं अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा पा सकती हैं। ऐसा तो नहीं कह सकते; कि कंडोम का इस्तेमाल करने से आपको १००% सुरक्षित तथा मिल सकती है। लेकिन, ९० से ९५% सुरक्षितता प्रदान करने में कंडोम सक्षम होते हैं और इससे योनि, लिंग का इंफेक्शन कम होने में भी मदद मिल पाती है। शारीरिक संबंध बनाते दौरान अगर सही साइज, सही तरीका और सही रूप से कंडोम का इस्तेमाल किया जाए; तो महिलाएं अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा पाने के साथ-साथ, अपने मेल पार्टनर के साथ पूरी तरीके से संभोग का सुख प्राप्त कर सकती हैं।

२) आसानी से उपलब्ध –

कंडोम की यह खासियत है; कि वह आजकल लगभग हर छोटे से बड़े मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध होते हैं  कंडोम का इस्तेमाल और खपत को देखकर कई बड़े-बड़े सुपर स्टोर और सुपरमार्केट भी कंडोम की बिक्री करने लगे हैं। इसीलिए, कंडोम आसानी से किसी भी स्टोर पर उपलब्ध होते हैं; जिन्हें आप आसानी से खरीद पाते हैं। कंडोम को खरीदने के लिए आपको किसी विशेष रूप की तैयारी नहीं करनी पड़ती और वह बहुत ही आसानी से उपलब्ध होते हैं। आसानी से उपलब्ध होने वाले यह कंडोम विविध प्रकार के फ्लेवर और आकार में उपलब्ध होते हैं; जिनका इस्तेमाल बड़े ही आसानी से अपने जरूरत के हिसाब से किया जा सकता है

३) इंफेक्शन से बचाव –

कंडोम का इस्तेमाल महिलाएं तथा पुरुषों को कई तरीके के यौन संचारित रोग, एचआईवी इनफेक्शन तथा अन्य प्रकार के योनि, लिंग के इंफेक्शन से सुरक्षित रखने में बहुत ही सक्षम होता है। इसी के साथ, कई महिलाओं को सेक्स करने के बाद योनि में खुजली, जलन, लालिमा, योनि में से बदबू आना, सफेद पानी की समस्या जैसे समस्याएं होती है और कई महिलाएं शुक्राणुओं की वजह से भी एलर्जी का सामना करती है  ऐसी महिलाओं में इंफेक्शन से बचाव पाने के लिए शारीरिक संबंध बनाते दौरान कंडोम का इस्तेमाल करना एक बहुत ही सुरक्षित उपाय साबित होता है  इसी के साथ, कंडोम का इस्तेमाल करने से पुरुष भी लिंग में होने वाली खुजली, जलन, झनझनाहट जैसी आम समस्याओं से राहत पा सकते हैं।

४) इस्तेमाल करने में आसानी –

कंडोम को इस्तेमाल करने में आसानी होने की वजह से कंडोम एक बहुत ही सुरक्षित उपाय साबित होता है। जब भी आपको शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा होती है; तब आप सीधे तौर पर कंडोम का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको शारीरिक संबंध बनाने से पहले कोई भी तैयारी करने की जरूरत नहीं करनी पड़ती। यहां तक; कि कुछ महिलाएं पीरियड के दौरान भी शारीरिक संबंध बनाती हैं; ऐसी महिलाएं पीरियड्स के दौरान भी आसानी से कंडोम का इस्तेमाल करके शारीरिक संबंध बना सकती हैं।

५) जनसंख्या नियंत्रण –

पूरी दुनिया के सामने आज सबसे बड़ी समस्या है; जनसंख्या नियंत्रण करना। हमारे भारत देश में आज भी ग्रामीण इलाकों में जनसंख्या की कोई भी सीमा नहीं है और इसके नियंत्रण के बारे में किसी को भी जानकारी प्राप्त नहीं है। इसलिए, दुनिया भर में जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर कंडोम के बारे में जागरूकता फैलाने की कोशिश की जा रही है।

हमारे भारत देश के ग्रामीण इलाकों में आज भी फैमिली प्लानिंग या कंडोम का इस्तेमाल करने के बारे में लोगों में काफी उदासीनता देखी जाती है; जिसकी वजह से जनसंख्या बढ़ती ही जा रही है। इसलिए, नेशनल लेवल पर हमारी भारत सरकार भी कंडोम का इस्तेमाल करने की जागरूकता निर्माण कर रहे हैं; जिसकी वजह से जनसंख्या नियंत्रण पाने में वह सफल हो सके।

कंडोम का इस्तेमाल करने के नुकसान : Condom Ka Istmal Karne Ke Nuksan

कंडोम का इस्तेमाल करने से निम्नलिखित नुकसान दिखाई देते हैं।

  1. गलत तरीके से और गलत आकार का कंडोम पहनने से शारीरिक संबंध बनाते दौरान कंडोम फटने की आशंका रहती है; जिसकी वजह से अनचाहे गर्भावस्था का खतरा बना रहता है।
  2. अगर पुरुष सही साइज का कंडोम इस्तेमाल नहीं करते हैं; तो शारीरिक संबंध बनाते दौरान उत्तेजना में कमी देखी जा सकती है।
  3. कई मर्दों को लेटेक्स से बने कंडोम की वजह से एलर्जी हो सकती है; जिसकी वजह से उन्हें कंडोम का इस्तेमाल करने के लिए एक सीमा बन जाती है।
  4. कंडोम का इस्तेमाल करने से लिंग में अधिक घर्षण पैदा हो जाता है; जिसकी वजह से लिंग को योनि में ठीक तरीके से प्रवेश नहीं कर पाता है।

कंडोम को सेक्स करते वक्त किस तरीके से पहनना चाहिए ? Condom Ko Kaise Pehne

सेक्स करते दौरान कंडोम को निम्नलिखित तरीके से पहनना चाहिए।

  1. कंडोम पहनने से पहले सबसे पहले पैक पर एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें।
  2. कंडोम का पैकेट को खोलते समय थोड़ी सावधानी बरतें; क्योंकि पैक को खोलते समय और कंडोम निकालते समय नाखून तथा दातों से कंडोम फट सकता है।
  3. अगर आपका खतना नहीं हुआ है; तो कठोर लिंग के सिर पर कंडोम रखने से पहले चमड़ी को पीछे खींचे।
  4. कंडोम की नोक से एक्स्ट्रा एयर निकालने के लिए कंडोम की नोक को चुटकी से दबाएं।
  5. कंडोम उल्टा तो नहीं पहना है; यह सुनिश्चित जरूर करें।
  6. पूरी तरीके से कंडोम पहनने के बाद सुनिश्चित कर ले; कि पूरा लिंग कवर हो चुका है।
  7. शारीरिक संबंध बनाने के बाद लिंग को योनि में से बाहर खींचते समय कंडोम को बेस पर पकड़े।
  8. एक बार इस्तेमाल किए जाने पर कंडोम को सीधा कूड़ेदान में डाल दे।
  9. अगर शारीरिक संबंध बनाते दौरान कंडोम फट जाए; तो अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
  10. अगली बार सेक्स करते समय नए कंडोम का इस्तेमाल करें। एक बार इस्तेमाल किया गया कंडोम दोबारा इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।

कंडोम का इस्तेमाल करते समय क्या सावधानी बरतें ? Condom Ka Istmal

कंडोम का इस्तेमाल करते समय निम्नलिखित सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए।

  1. कंडोम को हमेशा ठंडी, सुखी जगह पर रखना चाहिए। कंडोम का पैकेट को गर्म तथा नम जगह पर ना रखें।
  2. कंडोम का इस्तेमाल करने से पहले उसके एक्सपायरी डेट चेक जरूर करें।
  3. कंडोम को खोलते समय सावधानी जरूर बरतें; क्योंकि कंडोम फटने की आशंका रहती है।
  4. एक बार इस्तेमाल किया गया कंडोम अच्छी तरीके से रेप करके डस्टबिन में फेंकना चाहिए और उसका दोबारा इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
  5. कंडोम किस मटेरियल से बना है; इसकी जानकारी हर कंडोम का पैकेट पर प्राप्त होती हैं। कंडोम खरीदने से पहले इस जानकारी को अवश्य पढ़ें; ताकि आपको विशिष्ट प्रकार की एलर्जी होने पर आप कंडोम का सही चयन कर सकते हैं।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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