नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप ? महिलाओं के योनि का हिस्सा बहुत ही महत्वपूर्ण और नाजुक होता है। योनि के हिस्से में किसी भी तरह के समस्या होने पर महिलाओं को कई सारी तकलीफ का सामना करना पड़ता है। योनि का हिस्सा महिलाओं के शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है; क्योंकि योनि के जरिए ही महिला बच्चे को जन्म देती है। लेकिन अक्सर महिलाओ की योनी में छाले होने लगते है , इसलिए आज हम आपको योनि में छाले होने के कारण और उपाय की जानकारी देने वाले है |

योनि में ठीक तरीके से साफ सफाई रखने के कारण महिलाओं को योनि का इन्फेक्शन होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। योनि में इन्फेक्शन होने पर योनि में से बदबू आना, योनि में खुजली, जलन, झनझनाहट का अनुभव होना, योनि में से सफेद पानी की समस्या होना, योनि में सूजन तथा दर्द का अनुभव होना जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं।

आमतौर पर, महिलाएं योनि में हो रही इन समस्याओं को नजरअंदाज कर देती हैं और इन पर इलाज नहीं करवाती हैं। लेकिन, ऐसा करने से योनि के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़कर योनि का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। योनि में छाले होना भी एक ऐसे ही समस्या है; जो इंफेक्शन के कारण हो सकती हैं।

दरअसल, योनि के क्षेत्र में पहले से ही सामान्य रूप में कुछ बैक्टीरिया तथा कैंडिडें एलबिकंस नामक फंगस रहती है। अगर यह फंगस सामान्य तौर पर रहती है; तो इससे योनि के स्वास्थ्य पर कोई भी पूरा प्रभाव नहीं पड़ता है।

लेकिन, अगर इसकी संख्या बढ़ जाती है; तो योनि में इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है। योनि में छाले होना भी कैंडिडा की वजह से होने वाली एक समस्या है। तो दोस्तो, आज जानेंगे; योनि में छाले होने की समस्या के बारे में पूरी जानकारी।

योनि में छाले होना याने क्या होता है ? Yoni me Chale Hona

योनि में छाले
योनि में छाले

दुनिया में ऐसी कई महिलाएं हैं; जो योनि में होने वाले छालों की समस्या का सामना करती हैं। दुनिया के लगभग ७० से ७५% महिलाएं जिंदगी में कभी ना कभी योनि के छालों की समस्या का सामना करती ही है। योनि में छाले होना महिलाओं में काफी आम समस्या मानी जाती है।

आमतौर पर, योनि के क्षेत्र में सामान्य संख्या में और स्वाभाविक रूप से कैंडिडा एलबिकंस नामक यीस्ट रहता है; जो कम संख्या में रहकर योनि के क्षेत्र पर कोई भी बुरा प्रभाव नहीं डालता है। लेकिन जब कैंडिडा यीस्ट की संख्या अत्याधिक हो जाती हैं; तो यह योनि में इन्फेक्शन पैदा करता है और योनि में छालों की समस्या हो जाती हैं।

योनि में छालों की समस्या होने पर महिलाओं को योनि में जलन, दर्द, झनझनाहट, पेशाब करते वक्त दर्द और चुभन, सफेद पानी निकलना, योनि में से बदबू आना, योनि में सूजन आना जैसे कई लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

योनि में किसी प्रकार का बदलाव नजर आने पर और उपर्युक्त लक्षण दिखाई देने पर महिलाओं को तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और इसका इलाज शुरू करवा देना चाहिए।

योनि में छाले के लक्षण क्या हैं ? Vagina me Chale Ke Lakshan

योनि में छाले होने पर निम्नलिखित लक्षण दिखाई पड़ते हैं।

  1. योनि में खुजली तथा जलन का अनुभव होना।
  2. योनि में दर्द और झनझनाहट महसूस होना।
  3. योनि में से बदबूदार सफेद पानी निकलना।
  4. योनि के क्षेत्र में सूजन आना।
  5. पेशाब करते समय जलन, झनझनाहट और चुभन का अनुभव होना।
  6. शारीरिक संबंध बनाते दौरान दर्द का अनुभव होना।
  7. योनि के क्षेत्र में लालिमा होना।

योनि के अंदर छाले होने के कारण : Yoni ke andar Chale hone ke Karan :

योनि के अंदर छाले होने के कारण
योनि के अंदर छाले होने के कारण

योनि में छाले होने के निम्नलिखित कारण होते हैं।

१) पर्सनल हाइजीन – Personal Hygine

रोजाना सुबह नहाते समय अगर महिलाएं योनि की ठीक तरीके से साफ सफाई नहीं करती है; तो योनि में इन्फेक्शन पैदा होकर योनि के हिस्से में छाले होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। पर्सनल हाइजीन मेंटेन ना करने की वजह से योनि में छालों की समस्या उत्पन्न हो जाती हैं।

२) डायबिटीज – Diabetes

जिन महिलाओं के शरीर में डायबिटीज की समस्या नियंत्रण में नहीं रहती है और शरीर में ब्लड ग्लूकोस लेवल बढ़ता ही रहता है; उन महिलाओं के शरीर में योनि में छाले होने की समस्याएं हो जाती हैं। क्योंकि, शरीर में बढ़ा हुआ ग्लूकोस यीस्ट के लिए सप्लीमेंट्री फूड की तरह काम करता है।

३) हार्मोनल परिवर्तन – Harmonal Changes

महिलाओं के शरीर में ता उम्र हारमोंस के बदलाव देखे जाते हैं। महिलाओं के शरीर में मौजूद एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की लेवल कम या ज्यादा होने पर इसका सीधा प्रभाव योनि में मौजूद बैक्टीरिया और खमीर के संतुलन पर पड़ता है। इसी कारणवश, योनि में यीस्ट इंफेक्शन हो जाता है और योनि में छाले पड़ने की समस्या हो सकती है।

४) अंडरवीयर – Underwear

आजकल फैशन के चलते महिलाएं सिंथेटिक एवं लाइक्रा के मटेरियल से बने अंडर वियर का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन, सिंथेटिक अंडरवियर योनि के क्षेत्र में प्राकृतिक वेंटीलेशन को रोकते हैं; जिसकी वजह से योनि के हिस्से में नम वातावरण पैदा हो जाता है। योनि के हिस्से में नमी पैदा होने की वजह से यीस्ट तथा अन्य तरह के बैक्टीरिया पनपने में आसानी होती हैं; जिसके तहत महिलाओं के योनि में इंफेक्शन हो जाता है और योनि में छाले पड़ने की समस्या हो जाती हैं।

५) इंटिमेट हाइजीन प्रोडक्ट – Intimate Hygine

इंटिमेट हाइजीन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल महिलाओं में काफी प्रसिद्ध और प्रचलित हो रहा है। लेकिन, इंटिमेट हाइजीन प्रोडक्ट बनाते समय उसमें कई सारे केमिकल्स इस्तेमाल किए जाते हैं; जिसका सीधा योनि पर किया गया उपयोग योनि क्षेत्र के पीएच लेवल में असंतुलन बना सकता है। योनि के क्षेत्र में पीएच बिगड़ने की वजह से योनि में पनपने वाले सामान्य रूप के बैक्टीरिया और खमीर की संख्या बढ़ सकती है और उनके असंतुलन में गड़बड़ी होने की वजह से योनि में इन्फेक्शन पैदा होकर योनि के छालों की समस्या हो जाती है।

योनि के अंदर छाले होने के नुकसान : Vagina Me Chale hone Ke Nuksan

योनि के अंदर छाले होने की वजह से महिलाओं को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और उनका स्वास्थ्य बिगड़ने की संभावनाएं भी बढ़ जाती है। योनि के अंदर छाले होने की वजह से महिलाओं को पेशाब करते दौरान जलन, झनझनाहट का अनुभव होता है और पेशाब करते वक्त चुभन भी महसूस होती है।

इसी के साथ, शारीरिक संबंध बनाने के वक्त भी महिलाओं को योनि में दर्द का अनुभव हो सकता है। योनि के क्षेत्र में जलन, चुभन, लालिमा, सूजन जैसी अनगिनत तकलीफों का सामना महिलाएं योनि में छाले होने से करती हैं।

योनि में छाले होने पर सेक्स कर सकते हैं क्या ? Vagina Me Chale hone Ke Bad Sex

महिलाओं के योनि में छालों की समस्या होने के बावजूद भी महिलाएं शारीरिक संबंध बना सकती हैं। हालांकि, शारीरिक संबंध बनाते दौरान छालों की वजह से योनि में आपको कुछ दर्द तथा असहजता का अनुभव जरूर हो सकता है। योनि में छाले होने पर सेक्स को सहज बनाने के लिए महिलाएं लुब्रिकेंट का इस्तेमाल कर सकती हैं।

वैसे देखा जाए; तो योनि में छाले की समस्या बहुत बड़ी नहीं होती है और इससे पुरुष साथी को भी कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। लेकिन, कुछ मामलों में महिलाओं के योनि में छाले होने की वजह से शारीरिक संबंध बनाने के बाद पुरुषों के लिंग में खुजली तथा जलन का अनुभव हो सकता है। महिलाएं योनि में छाले होने पर अपने सेक्स पार्टनर को कंडोम का इस्तेमाल करने के लिए बोल सकती हैं।

योनि में छाले के घरेलू उपचार : Yoni Me Chale Ke Gharelu Upchar :

योनि में छाले के घरेलू उपचार
योनि में छाले के घरेलू उपचार

महिलाओं के योनि में छाले होने पर कुछ घरेलू उपाय अपनाने से भी लक्षणों से काफी राहत मिल पाती है।

१) एलोवेरा जेल – Aloevera Gel

एलोवेरा त्वचा संबंधित समस्याओं के लिए एक बहुत ही कारगर औषधि साबित होती है। एलोवेरा में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल्स, एंटीसेप्टिक, एंटी फंगल, एंटी ऑक्सीडेंट जैसे औषधीय तत्व त्वचा संबंधित समस्याओं का निवारण करने के लिए बहुत ही उपयुक्त माने जाते हैं। अगर आपको योनि में छालों की समस्या हो रही है; तो ताजा एलोवेरा का पत्ता ले और उसे जेल निकाल ले।

इस जेल को योनि के प्रभावित हिस्से पर पतली परत बनाकर लगाएं और थोड़ी देर के लिए हवा में इसे सूखने दे। बाद में हल्के गुनगुने पानी की मदद से आप योनि को साफ भी कर सकती हैं। एलोवेरा जेल का यह प्रयोग आप योनि पर दिन में दो से तीन बार कर सकती हैं। आपको थोड़ी ही दिन में फर्क नजर आएगा और खुजली, जलन का अनुभव कम होगा।

२) तुलसी – Tulsi

हमारे आयुर्वेद में तुलसी को सर्वोपरि स्थान दिया गया है। तुलसी में मौजूद एंटी फंगल, एंटी सेप्टिक, एंटीमाइक्रोबियल्स जैसे औषधीय तत्व जीवाणुओं को जड़ से खत्म करने में सक्षम होते हैं। महिलाओं को योनि में छालों की समस्या होने पर तुलसी के दो से तीन पत्तीया लेकर योनि के प्रभावित क्षेत्र पर रगड़ने से काफी फायदा देखने को मिलता है।

अगर महिलाओं को योनि में छाले होने के बाद जलन, खुजली जैसे अन्य समस्याएं भी सता रही है; तो तुलसी के पत्तों की चाय बना ले और उसने उसमें कॉटन का कपड़ा भिगोकर और निचोड़ कर प्रभावित क्षेत्र पर थोड़ी देर के लिए रखकर छोड़ दे। बाद में हल्के गुनगुने पानी की मदद से योनि की सफाई करें। तुलसी के पत्तों का यह प्रयोग योनि में आई सूजन, जलन और खुजली जैसे लक्षणों से राहत दिलाने में काफी प्रभावी होता है।

३) नारियल तेल – Coconut Oil

स्किन में नमी बनाए रखने के साथ-साथ, स्किन संबंधित समस्याओं का निवारण करने के लिए भी नारियल के तेल का इस्तेमाल काफी पुराने जमाने से होता आ रहा है। नारियल तेल को योनि के प्रभावित क्षेत्र पर दिन में दो से तीन बार लगाने से योनि में हो रही जलन, खुजली और बदबू से राहत मिल पाती हैं।

लेकिन, ध्यान रहे, जब भी आप नारियल तेल का योनि पर प्रयोग करें; बाहरी रूप से ही करना चाहिए। योनि के अंदर नारियल तेल का प्रयोग ना करें। नारियल तेल में एंटीफंगल तथा एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं; जो योनि में इन्फेक्शन के लक्षणों को काफी हद तक नियंत्रित करने में सक्षम होते हैं।

४) दही – Curd

शरीर में मौजूद सामान्य बैक्टेरिया तथा जीवाणुओं का स्तर असंतुलित होने से स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। जैसे, योनि में छाले होना; यह भी एक प्रकार का फंगल इनफेक्शन है। अगर आप नियमित रूप से दही का सेवन करते हैं; तो अंदरुनी रूप से मौजूद बैक्टीरिया तथा अन्य जीवाणुओं का स्तर संतुलित रहने में मदद मिल पाती है।

महिलाओं को योनि में छालों की समस्या होने पर सीधे तौर पर योनि पर दही का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे, जब भी आप योनि के प्रभावित क्षेत्र में दही लगाने की सोचे; उसमें किसी भी प्रकार का शक्कर या अन्य चीज ना मिलाएं। साबुत रूप से सिर्फ दही का ही इस्तेमाल करें। दही में मौजूद एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल तत्व योनि में हुए छालों के लक्षणों को काफी हद तक कम कर पाते हैं।

५) पर्सनल हाइजीन – Personal Hygine

योनि में छालों की समस्या होने पर महिलाएं समय समय पर अपनी योनि की हल्के गुनगुने पानी की मदद से साफ सफाई करते रहे। पर्सनल हाइजीन खराब होने के कारण भी महिलाओं के योनि में इन्फेक्शन हो जाता है; जो छालों का कारण बन जाता है। इसलिए, महिलाओं को हमेशा अपने योनि की साफ सफाई जरूर करना चाहिए।

अगर महिलाएं मासिक धर्म के दौर से गुजर रही है; तो उनको समय-समय पर सेनेटरी पैड या टेंपोन को बदलते रहना चाहिए और समय-समय पर योनि की सफाई करते रहना चाहिए। अगर आप रोजाना तौर पर अपने योनि का ठीक तरीके से ख्याल रखती हैं; तो खमीर संक्रमण होने की संभावनाएं काफी कम हो जाती हैं।

योनि के अंदर छाले की दवा और क्रीम की जानकारी : Vagina me Chilne Ki Dawa aur Cream

योनि के अंदर छाले होने के बाद अगर घरेलू उपचार अपनाने के बाद भी आपको कोई फर्क नहीं नजर आ रहा है और लक्षणों में दिन पर दिन बढ़ोतरी देखी जा रही है; तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। डॉक्टर आपके संक्रमण की गंभीरता के अनुसार आपको एंटीफंगल दवाईयां तथा क्रीम का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।

एंटी फंगल क्रीम सीधा प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से फंगल इंफेक्शन जड़ से खत्म होने में काफी हद तक मदद मिलती है। इसी के साथ, योनि के अंदर इंसर्ट करने के लिए भी गोलियां उपलब्ध होती है; जो डॉक्टर की सुझाव के अनुसार ही लेना उचित होता है।

अगर आप गर्भवती हैं या अन्य कोई गोलियों का सेवन कर रहे हैं; इसके बारे में आप अपने डॉक्टर को सूचित जरूर करें और उसी के अनुसार ट्रीटमेंट की सलाह ले। आमतौर पर, योनि के अंदर हुए छालों का इलाज करने के लिए डॉक्टर एंटी फंगल क्रीम और योनि में डालने वाली गोलीयों की सलाह देते हैं।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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