नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज हम नसबंदी की वजह से लिंग खड़ा ना होने की समस्या हो सकती है क्या ? यह देखने वाले है | आजकल दुनिया भर में जनसंख्या बढ़ती ही जा रही है। चीन, भारत, पाकिस्तान जैसे आशियाई देशों में जनसंख्या का दर सार दल सार बढ़ते ही जा रहा है। ऐसे में, जनसंख्या को नियंत्रण लाने के लिए विभिन्न देशों की सरकारें विविध प्रकार की योजनाओं का आयोजन करती हैं। लेकिन, लोगों में इसके बारे में प्रचार और प्रसार कम होने की वजह से लोगों को इन योजनाओं के बारे में पता ही नहीं होता है।
देश भर में तथा दुनिया भर में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जनजागृति करना बहुत ही आवश्यक है। जनजागृति की अभाव की वजह से जनसंख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। आमतौर पर, जो लोग पढ़े लिखे होते हैं; उनमें तो इस बार इन योजनाओं के और जनसंख्या नियंत्रण के बारे में जनजागृति करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है।
क्योंकि, पढ़े-लिखे लोग थोड़ा अपडेट रहते हैं, हर चीज के बारे में वह जानना चाहते हैं और जानकारी प्राप्त करते हैं। लेकिन, जो लोग अनपढ़ है और ग्रामीण इलाकों में खासतौर पर जनसंख्या नियंत्रण के योजनाओं के बारे में प्रचार एवं प्रसार, जनजागृति करना बहुत ही आवश्यक हो गया है।
आजकल के जमाने में लोक एक या दो बच्चे पैदा करते हैं और बाद में बच्चे पैदा करने से परहेज कर देते हैं; जो कि एक अच्छा विचार साबित होता है। लेकिन, ग्रामीण इलाकों में जहां लोग कम पढ़े लिखे होते हैं; उनमें वंश परंपरा के चलाने के लिए बेटे का जन्म महत्वपूर्ण माना जाता है।
फिर चाहे बेटियां कितनी भी हो; लेकिन बेटा एक होना ही चाहिए और इसके लिए वह बच्चे को जन्म देते जाते हैं। लेकिन, इसकी वजह से जनसंख्या बढ़ती जा रही हैं। इसीलिए, लोगों में इस बात की जनजागृति करना बहुत ही आवश्यक है।
पुरुषों में नसबंदी करवाना, महिलाओं में फैमिली प्लैनिंग ऑपरेशन करवाना, महिलाओं के गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन और पुरुषों में सेक्स करते दौरान कंडोम का उपयोग जैसे गर्भनिरोधक उपायों को अपनाकर जनसंख्या नियंत्रण आसानी से सफल हो सकता है।
पुरुषों में नसबंदी करवाना एक गर्भ निरोधक उपाय की तरह साबित होता है; जिसके तहत जनसंख्या नियंत्रण पॉसिबल हो सकती है। लेकिन, पुरुषों में नसबंदी करवाने को लेकर काफी उदासीनता देखी जाती है; जो एक चिंता का विषय माना गया है।
आमतौर पर, महिलाएं एक से दो बच्चे को जन्म देने के बाद फैमिली प्लैनिंग ऑपरेशन करवा लेती हैं। इसीलिए, पुरुषों को नसबंदी करवाने की जरूरत नहीं पड़ती है। तो दोस्तों, आज जानेंगे; पुरुषों में नसबंदी करने के बारे में पूरी जानकारी।
पुरुषों को नसबंदी कब करवाना चाहिए ? Purush ne Nasbandi Kab Karna Chahiye ?
पुरुषों में नसबंदी करवाना एक जन्म नियंत्रण की विधि होती हैं; जिससे अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा मिल पाता है। पुरुषों को नसबंदी कब करवाना चाहिए; इसके बारे में बता पाना मुश्किल होगा। क्योंकि, हर पुरुष अपनी अपनी जरूरतों के अनुसार नसबंदी करवाना पसंद करते हैं।
वैसे देखा जाए; तो पुरुषों में नसबंदी करवाने की कानूनी उम्र १८ वर्ष की होती है। लेकिन, हर व्यक्ति अपनी जरूरतों के अनुसार नसबंदी करवाने की सोचता है और उसी के अनुसार नसबंदी करवाता है।
नसबंदी की प्रक्रिया के दौरान पुरुषों के स्खलन के दौरान शुक्राणुओं को छोड़ने से रोका जाता है; जिसकी वजह से महिलाओं का अंडा कभी भी फर्टिलाइज नहीं हो पाता है और उनकी गर्भवती होने की संभावनाएं भी खत्म हो जाती है।
पुरुषों में नसबंदी की प्रक्रिया करवाने के बाद भी शुक्राणुओं का उत्पादन होता रहता है; बस वह आपके अंदर शरीर में ही अवशोषित कर लिए जाते हैं। पुरुषों में नसबंदी की सर्जरी अंडकोष में की जाती है और पूरी सर्जरी के लिए लगभग ३० से ४० मिनट का समय लगता है।
पुरुष नसबंदी करवाने के फायदे – Purush Nasbandi Karvane Ke Fayde
पुरुषों में नसबंदी करवाने के निम्नलिखित फायदे होते हैं।
- पुरुष नसबंदी जन्म नियंत्रण का सबसे स्थाई एवं प्रभावी उपाय माना जाता है।
- पुरुषों में नसबंदी करवाने से महिला साथी को अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा मिल पाता है।
- पुरुषों में नसबंदी करवाने के बाद सेक्स करते दौरान कंडोम का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं होती है और वह मुक्त होकर महिला साथी के साथ संभोग के सुख का अनुभव ले सकते हैं।
- पुरुषों में नसबंदी करवाना है बहुत ही सरल और स्थाई प्रक्रिया होती हैं; जिसके तहत जन्म नियंत्रण सफल हो पाता है।
- पुरुषों में नसबंदी करवाने के बाद महिला साथी को अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा तो मिलता ही है; बल्कि अन्य किसी प्रकार की गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से विवाह सुरक्षित रह पाती हैं।
- नसबंदी करवाने के बाद पुरुषों की प्रजनन क्षमता, यौन क्रिया तथा यौन क्षमता पर किसी भी प्रकार का बुरा असर नहीं होता है।
क्या नसबंदी की वजह से लिंग खड़ा ना होने की समस्या होती हैं ? Ling Ki Nasbandi se Khada Na Hona :
पुरुषों में नसबंदी करवाने के बारे में काफी सारे मिथक फैले हुए हैं; जिसकी वजह से पुरुषों में नसबंदी करवाने को लेकर उदासीनता देखने को मिलती हैं। लेकिन, यह मिथक पूरी तरीके से सच नहीं होते हैं। इन्हीं मिथकों में से एक है; कि पुरुषों में नसबंदी करवाने के बाद लिंग ना खड़ा होने की समस्या हो जाती हैं।
देखिए दोस्तों, हर व्यक्ति का शरीर अलग-अलग होता है, दवाओ और शस्त्रक्रिया के प्रति हर व्यक्ति की प्रतिक्रियाएं भी अलग-अलग होती हैं। ऐसे में, अगर किसी पुरुष को नसबंदी करवाने के बाद लिंग ना खड़ा होने की समस्या हो रही हैं; तो वह तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हालांकि, पुरुषों में नसबंदी करवाने के बाद लिंग ना खड़ा होने की समस्या होने के मामले कम ही देखने को मिलते हैं। क्योंकि, नसबंदी कैसे प्रक्रिया है; जिसमें सिर्फ आप के शुक्राणुओं की रोकथाम होती हैं, आपके शरीर में शुक्राणुओं तथा वीर्य का उत्पादन होते ही रहता है।
वीर्य का उत्पादन होना बंद नहीं होता है। इसीलिए, लिंग खड़ा ना होने की समस्या का तो कोई सवाल ही नहीं उठता है! फिर भी आपके मन में अगर पुरुष नसबंदी को लेकर कोई भी आशंका और सवाल है; तो आपकी से एक्सपोर्ट डॉक्टर की सलाह लेकर अपनी सारी आशंकाएं उनके साथ बांट सकते हैं।
नसबंदी करवाने के कितने दिनों बाद सेक्स कर सकते हैं ? Nasbandi Karvane Ke Kitne Dino Bad sex kare
नसबंदी करवाने के बाद कुछ दिनों तक पुरुषों को असहज महसूस होना लाजमी है। नसबंदी करवाने की प्रक्रिया के दौरान पुरुषों के अंडकोष की थैली में सूजन तथा अन्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं; जिनका निवारण करने के लिए डॉक्टर पेन किलर तथा अन्य दवाइयों का सेवन करने की सलाह देते हैं। आमतौर पर, नसबंदी करवाने के बाद लगभग एक हफ्ते तक सेक्स की गतिविधि करने से डॉक्टर मना कर देते हैं।
नसबंदी करवाने के लगभग ५ से ७ दिनों के बाद पुरुष शारीरिक संबंध बना सकते हैं। हालांकि, यह कहना सही होगा; कि हर व्यक्ति को सर्जरी करने के बाद रिकवरी होने में समय अलग-अलग लग सकता है। इसलिए, बेहतर होगा; कि नसबंदी करवाने के बाद सेक्स के बारे में आप अपने डॉक्टर से सवाल कर सकते हैं और उनकी सलाह ले सकते हैं।
नसबंदी करवाने से सेक्स पावर बढ़ सकती है क्या ? Nasbandi Se Sex Power Badhana
दोस्तों, नसबंदी करवाने के बाद पुरुषों के प्रजनन क्षमता, सेक्स ड्राइव और सेक्स पावर इनमें से कोई भी गलत तरीके से प्रभावित नहीं होती है। हालांकि, नसबंदी करवाने के बाद पुरुषों के शरीर में मौजूद और उत्पादित होने वाला टेस्टोस्टेरोन हार्मोन, जो प्रजनन क्षमता के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है; उसका उत्पादन होना रुकता नहीं है और वह बरकरार रहता है।
इसीलिए, नसबंदी करवाने के बाद भी पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन उत्पादित होता रहता है और प्रजनन क्षमता में सुधार आता है। हो सकता है; कुछ लोगों को नसबंदी करवाने के बाद सेक्स पावर में इजाफा देखने को मिल सकता है।
नसबंदी करने के बाद बच्चा पैदा होने की संभावना हो सकती है क्या ? Nasbandi Karne ke Bad Pregnant Kar Sakte hai ?
दोस्तों, पुरुषों में नसबंदी करवाना जनसंख्या नियंत्रण करने का और एक तरह का गर्भ निरोधक उपाय होता है। ऐसे में, नसबंदी की प्रक्रिया में स्खलन के दौरान पुरुषों के शुक्राणुओं को छोड़ने से रोका जाता है; जिसकी वजह से महिलाओं के अंदर मौजूद अंडा कभी भी फर्टिलाइज नहीं हो पाता है और गर्भावस्था रुकने की संभावना बिल्कुल भी नहीं होती है।
पुरुषों की नसबंदी की प्रक्रिया ही ऐसी होती हैं; जिसकी वजह से अनचाहे गर्भावस्था से महिलाओं को छुटकारा मिलता है। ऐसे में, नसबंदी करवाने के बाद बच्चा पैदा होने की संभावना लगभग ना के बराबर होती है। हालांकि, नसबंदी करवाने के बाद ६० से ९०% मामले ऐसे देखे गए हैं; जिनमें नसबंदी रिवर्सल हो सकती है और जिससे प्रेग्नेंट होने की संभावना लगभग ४० से ५०% होती है।
नसबंदी की वजह से लिंग खड़ा ना होने की समस्या हो रहा हो, तो क्या करें ? Nasbandi Ke Bad Ling Khada Nahi ho Raha
दोस्तों, अध्ययन के अनुसार यह साबित हो चुका है; कि नसबंदी करवाने की प्रक्रिया पुरुष के प्रजनन क्षमता, सेक्स ड्राइव को बिल्कुल भी प्रभावित नहीं करता है। इसी के साथ, नसबंदी करवाने के बाद पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन नियमित रूप से बनता रहता है; जिसकी वजह से यौन क्षमता और सेक्स ड्राइव बरकरार रहती है।
साथ ही, पुरुषों को नसबंदी करवाने के बाद ऑर्गेजम, सेक्स ड्राइव और लिंग में तनाव, कठोरता में कोई भी फर्क नजर नहीं आता है और नियमित रूप से यह चीज बरकरार रहती है। पुरुषों के वीर्य में नसबंदी करवाने के बाद शुक्राणु नहीं रहते हैं; बस यही एक फर्क नसबंदी की प्रक्रिया करने के बाद पुरुषों को नज़र आता है।
नसबंदी की प्रक्रिया करवाने के बाद पुरुषों के शरीर में वीर्य बनता है, शुक्राणु भी रहते हैं; बस स्पर्म वीर्य में नहीं आते हैं; वह शरीर में ही अवशोषित हो जाते हैं; जो शरीर के लिए बिल्कुल भी नुकसानदायक नहीं होते हैं। अब इस बात से आपको पता चल गया होगा; कि नसबंदी की प्रक्रिया करवाने के बाद लिंग में कठोरता, ऑर्गेजम, सेक्स ड्राइव और नियमित रूप से होने वाली अन्य लैंगिक क्रिया में कोई भी अंतर नहीं आता है।
फिर भी, अगर आपको नसबंदी करवाने के बाद लिंग ना खड़ा होने की समस्या हो रही है या अन्य कोई लैंगिक समस्या सता रही है; तो आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।