नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज का आर्टिकल होने वाला है, महिलाओं में अंडा न बनने की समस्या इस विषय के बारे में। दोस्तों, आजकल फर्टिलिटी क्लिनिक के बाहर दिखने वाली भीड़ हमें अचंभित कर देती है! क्योंकि, दिन पर दिन महिलाओं में तथा पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या बढ़ती जा रही है; जिसके चलते वह प्राकृतिक तरीके से बच्चों को पैदा करने में असमर्थ हो गए हैं। बच्चों का सुख पाने के लिए महिलाएं तथा पुरुष डॉक्टर की ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं और विविध प्रकार से ट्रीटमेंट करवाते हैं।

पिछले कुछ सालों से बढ़ता हुआ प्रदूषण, अत्यधिक शारीरिक एवं मानसिक तनाव, शराब, धूम्रपान जैसे नशीली चीजों का अत्यधिक सेवन, कम उम्र में ही शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं, बिगड़ी हुई जीवन शैली, गलत खान-पान की पद्धति, खराब दिनचर्या, व्यायाम का अभाव जैसे अनगिनत कारणों की वजह से महिलाओं में तथा पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या दिन पर दिन बढ़ते ही जा रही है।

महिलाओं में माहवारी की अनियमितता, पीसीओडी, पीसीओएस, एंडोमेट्रियोसिस, गर्भाशय से जुड़ी समस्याएं, फॉलिकल्स की गुणवत्ता में कमी जैसे अनगिनत प्रकार की यौन संबंधित समस्याएं बढ़ती जा रही है।

साथ ही, पुरुषों में भी इन सभी कारणों की वजह से शीघ्रपतन, स्तंभन दोष, कामेच्छा की कमी, वीर्य की गुणवत्ता में कमी, शुक्राणु की संख्या में कमी, लिंग में ढीलापन, लिंग का पतलापन तथा लिंग के नसों में कमजोरी में जैसे यौन संबंधित समस्याओं में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। समस्या चाहे कोई भी हो, उसका समय रहते सही तरीके से सटीक इलाज करवाना जरूरी हो जाता है; ताकि पुरुष तथा महिला बच्चे का सुख प्राप्त कर सकते हैं।

महिलाओं में फॉलिकल्स यानी अंडा बनना; प्राकृतिक गर्भावस्था प्राप्त करने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। परंतु, पिछले कुछ सालों से महिलाओं में समय पर ओवुलेशन नहीं हो पता है और अंडा नहीं बन पाता है; जिसके चलते उनके माहवारी में भी अनियमितता देखी जाती है तथा प्राकृतिक गर्भधारण करने में परेशानियों का अनुभव होता है।

तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; महिलाओं में अंडा ना बनने की समस्या के बारे में पूरी जानकारी।

महिलाओं में अंडा न बनने से क्या होता है ? Mahila me Anda Nahi Banan To kya hota hai ?

महिलाओं में अंडा न बनने से
महिलाओं में अंडा न बनने से

दोस्तों, महिलाओं में हर महीने आने वाली मासिक धर्म की प्रक्रिया एक जैविक प्रक्रिया होती है; जिससे हर महिला गुजरती है और मासिक धर्म की प्रक्रिया गर्भवती होने के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हर महीने मासिक धर्म खत्म होने के बाद महिलाओं का शरीर गर्भावस्था के लिए तैयार होता है।

इस दौरान महिलाओं के ओवरी में अंडे बनते हैं; जो शुक्राणु से मिलन करते हुए निषेचित (फर्टिलाइज) होते हैं और गर्भावस्था को प्रदान करने में मददगार होते हैं। परंतु, अगर महिलाओं में अंडा ना बनने की समस्या हो जाती है; तो यह पूरा चक्र बिगड़ जाता है और प्राकृतिक गर्भधारण करने में महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

प्राकृतिक गर्भावस्था प्राप्त करने के लिए महिलाओं के ओवरी में बनने वाले अंडे की संख्या तथा उसकी गुणवत्ता उचित होना सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर माना जाता है। परंतु, अगर किसी कारणवश महिलाओं को अंडा ना बनने की समस्या हो रही है; तो ऐसी महिलाएं प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करने में काफी परेशानियों का अनुभव करती है।

साथ ही, अंडा ना बनने की समस्या के लक्षण भी कुछ महिलाओं को समझ में नहीं आते हैं; जिसके चलते वह इस समस्या के बारे में जान ही नहीं पाती है। इसीलिए, हम महिलाओं से गुजारिश करेंगे; कि आप समय-समय पर अपने हेल्थ चेकअप करवाते रहे और गायनेकोलॉजिस्ट से सही सलाह लेते रहे।

अंडा न बनने की समस्या का पता कैसे लगता है ? Anda Na Banane ki Samasya Ko Kaise Jaane

दोस्तों, महिलाओं में अंडा बनने की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। परंतु, इस समस्या के लक्षण जल्दी समझ में नहीं आ पाते हैं और महिलाएं इस समस्या से अनजान रह जाती है। मन ही मन में अपने आप से सवाल करती हैं; कि सब कुछ नॉर्मल होने के बजे मुझे बच्चा क्यों नहीं हो रहा है?

परंतु, एक बार डॉक्टर के पास जाकर आप सही तरीके से अगर चेकअप करवा लेती हैं; तो अंडा ना बनने की समस्या का पूरी तरीके से निदान संभव हो पाता है। अंडा ना बनने की समस्या का सबसे मुख्य लक्षण होता है; आपके महावारी में अनियमितता होना। अगर लगातार कई महीनो तक आपकी माहवारी अनियमित चल रही है; तो ज्यादा इंतजार ना करें और तुरंत डॉक्टर की सलाह ले।

डॉक्टर सोनोग्राफी स्कैन करवाते हुए आपका आपकी समस्या के पीछे का कारण पता लगाने की कोशिश करते हैं और अंडा ना बनने की समस्या के बारे में पता लग जाता है। सोनोग्राफी स्कैन के अलावा कुछ ऐसे ब्लड टेस्ट भी होते हैं; जिनके जरिए अंडा ना बनने की समस्या का निदान संभव हो पता है; जो सिर्फ और सिर्फ डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही किए जाने चाहिए।

क्या बच्चा पैदा करने के लिए अंडा बनना जरुरी होता है ? Baccha Paida Karne Ke Liye Anda Banana Kyo Jaruri ?

बच्चा पैदा करने के लिए अंडा बनना जरुरी
बच्चा पैदा करने के लिए अंडा बनना जरुरी

दोस्तों, जैसे कि हमने पहले भी कहा; महिलाओं में ओवुलेशन की प्रक्रिया यानी अंडा बनाने की प्रक्रिया उनका प्राकृतिक गर्भावस्था प्राप्त करने में सबसे महत्वपूर्ण रोल निभाती है। ऐसे में, बच्चा पैदा करने के लिए महिलाओं का अंडा बनना, उचित संख्या में बनना तथा उसकी गुणवत्ता उचित होना; यह सारे ही फैक्टर बहुत ही महत्वपूर्ण माने जाते हैं।

बच्चा पैदा करने के लिए महिला की माहवारी नियमित होना, अंडे की गुणवत्ता अच्छा होना और महिलाओं को गर्भाशय से जुड़ी कोई समस्या ना होना; यह सारी ही बातें बहुत ही महत्वपूर्ण मायने रखती है। बच्चा पैदा करने के लिए अंडा इसीलिए मायने रखता है; क्योंकि यही अंडा पुरुष के शुक्राणु से फर्टिलाइजर होता है और भ्रूण का निर्माण करता है।

अंडा ना बनने का कारण क्या है ? Anda Nahi Banane Ka Karan

दोस्तों, निम्नलिखित कारणों की वजह से महिलाओं में अंडा ना बनने की समस्या हो जाती है।

  1. जिन महिलाओं की माहवारी अनियमित होती है; उन्हें अनियमित माहवारी की वजह से अंडा ना बनने की समस्या हो जाती है।
  2. जो महिलाएं अक्सर बाहर का खाना खाती है तथा अनहेल्दी पदार्थ का सेवन ज्यादा करती है; उनके जननांगों में पोषक तत्व की कमी हो जाती है और अंडा ना बनने की समस्या उभर कर आती है।
  3. जो महिलाएं अतिरिक्त शारीरिक एवं मानसिक तनाव का शिकार रहती है; उनमें अक्सर अंडा ना बनने की समस्या देखी जाती है।
  4. जो महिलाएं देर रात तक जागती है तथा अन हेल्थी लाइफस्टाइल को अपनाती है; उनके शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस देखा जाता है और उसका सीधा परिणाम अंडा बनने की प्रक्रिया पर होता है। ऐसा होने पर महिलाओं में अंडा ना बनने की शिकायत हो जाती है।
  5. अतिरिक्त मात्रा में किया गया प्लास्टिक से बने वस्तुओं का इस्तमाल भी महिलाओं के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन या असंतुलन का कारण बनता है; जिसके चलते महिलाओं में अंडा ना बनने की समस्या उभर कर आती है।
  6. अतिरिक्त मात्रा में किया गया धूम्रपान, शराब तथा तंबाकू के पदार्थ का सेवन महिलाओं के मासिक धर्म पर बुरा प्रभाव डालता है और जनन अंगों के कार्यों में बाधा उत्पन्न करता है; जिसके चलते महिलाओं में अंडा ना बनने की समस्या हो जाती है।
  7. जिन महिलाओं को डायबिटीज, मोटापा, थायराइड, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई बीपी जैसी शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होती हैं; उनके यौन स्वास्थ्य पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ता है और उन्हें अंडा ना बनने की शिकायत हो जाती है।
  8. आजकल महिलाएं प्रोफेशनल जॉब की जिम्मेदारियां को निभाते हुए देर रात तक जागते हुए लैपटॉप तथा मोबाइल पर का काम करती है और मोबाइल अपने पैरों पर रखते हुए काम करती हैं; जिसके रेडिएशन सीधा महिलाओं के जनन अंगों पर प्रभाव डालते हैं। ऐसा होने पर महिलाओं में मासिक चक्र बुरी तरीके से प्रभावित होता है और पूरी ही साइकिल में गड़बड़ी देखी जाती है; जिसके चलते अंडा ना बनने की समस्या हो जाती है।
  9. जो महिलाएं नियमित रूप से व्यायाम नहीं करती है; उनके जनन अंगों के कार्यों में बाधा उत्पन्न होती है और जनन अंगों में रक्त प्रवाह सुचारू रूप से नहीं हो पता है; जिसके परिणाम स्वरूप उन्हें अंडा ना बनने की समस्या हो जाती है।

अंडा ना बनने की समस्या का इलाज कैसे करें ? Anda Naa Banane Ki Samasya Ka Ilaj

दोस्तों, अंडा ना बनने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपाय को अपनाया जाना चाहिए।

१) संतुलित आहार –

अंडा ना बनने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए महिलाओं को अपने आहार को संतुलित रखने तथा पोषक तत्वों से युक्त आहार लेना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। हरी पत्तेदार सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स, नट्स, जूस, सूप, स्प्राउट, सलाद, साबुत अनाज, सभी प्रकार की डालें, अंडे, पनीर, मछली, दही, दूध जैसे पोषक तत्वों से युक्त पदार्थ का सेवन करने से महिलाओं के शरीर में पोषक तत्व की आपूर्ति होती है और अंडा बनने की प्रक्रिया को बढ़ावा मिल पाता है।

२) तिल के बीज –

तिल के बीज में जिंक आयरन, पोटैशियम, मैग्निशियम तथा विविध प्रकार के विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट जैसे अनगिनत प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं; जो महिलाओं के यौन क्षमता को बेहतर बनाने के लिए मददगार साबित होते हैं। तिल के बीज का सही तरीके से किया गया सेवन महिलाओं में अंडा बनने की प्रक्रिया को बढ़ावा देता है और अंडा ना बनने की समस्या से छुटकारा मिल पाता है।

३) एक्सरसाइज़ –

दोस्तों, महिलाओं के द्वारा की गई स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज, कीगल एक्सरसाइज तथा प्लांक एक्सरसाइज महिलाओं के जनन अंगों के हिस्से में रक्त प्रवाह को तेजी से बढ़ती है; जिसके चलते जनन अंग के कार्य में सुधार आता है और अंडा बनाने की प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है। साथ ही, पश्चिमोत्तानासन, ताड़ासन, हलासन, सर्वांगासन, भुजंगासन, मकर आसान, धनुरासन जैसे योगासनों का नियमित रूप से किया गया अभ्यास महिलाओं के यौन क्षमता को बेहतर बनाता है और यौन तंत्रिकाओं पर अच्छा प्रभाव डालते हैं। इसलिए, महिलाओं को अंडा बनने की प्रक्रिया को संतुलित करने के लिए रोजाना तौर पर ३० से ४० मिनट तक एक्सरसाइज तथा योग प्राणायाम अवश्य करना चाहिए।

४) स्ट्रेस को मैनेज करें –

दोस्तों, आजकल शारीरिक एवं मानसिक तनाव के चलते महिलाओं में यौन संबंधित समस्याएं दिन पर दिन बढ़ते ही जा रही है। तनाव को कम करने के लिए महिलाओं को हमेशा प्रयत्नशील रहना चाहिए; ताकि उनकी यौन क्षमता में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न ना हो सके। तनाव को कम करने के लिए महिलाओं को ध्यान धारणा, योगासन, मेडिटेशन जैसी अच्छी आदतों का पालन करना चाहिए; जिससे उनके मस्तिष्क के कार्य प्रणाली में सुधार आता है, तनाव कम होता है और यौन तंत्रिकाओं पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है। ऐसा होने पर महिलाओं के जनन अंग के कार्य में सुधार देखा जाता है और अंडा बनने की प्रक्रिया संतुलित होने में मदद मिल पाती है।

५) गलत आदतों से दूरी –

आजकल फैशन के चलते महिलाएं भी अपने दोस्तों के साथ शराब तथा धूम्रपान का अतिरिक्त सेवन करने लगी है; जो उनके प्रजनन क्षमता पर बहुत ही बुरा प्रभाव डालते हैं और उन्हें अंडा ना बनने की समस्या का सामना करना पड़ता है। अगर महिलाओं को अपने यौन क्षमता बेहतर बनानी है और अंडा बनाने की प्रक्रिया को नियंत्रित करना है; तो उन्हें इन गलत आदतों से हमेशा के लिए दूरी बनानी चाहिए। सिगरेट पीना, शराब पीना तथा तंबाकू के पदार्थ का सेवन करना पूरी तरीके से बंद करने से महिलाओं के मासिक धर्म में नियमितता देखी जाती है और अंडा बनने की प्रक्रिया में भी बाधा उत्पन्न नहीं होती है।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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