नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज का आर्टिकल होने वाला है, योनि में सूखापन की समस्या इस विषय के बारे में। दोस्तों, महिलाओं के योनि का हिस्सा सबसे नाजुक, महत्वपूर्ण और संवेदनशील हिस्सा माना जाता है। योनि के जरिए ही एक महिला बच्चे को जन्म देती है और नॉर्मल डिलीवरी के तहत योनि में से बच्चे का जन्म होता है। महिलाओं के योनि का स्वास्थ्य उनके ही पूरे ही स्वास्थ्य को दर्शाता है। साथ ही, महिलाओं के योनि का स्वास्थ्य उनके यौन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
योनि के हिस्से में ठीक तरीके से साफ-सफाई ना करने पर या अन्य किसी कारणों की वजह से महिलाओं के योनि में इन्फेक्शन पैदा होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। योनि में किसी भी तरह का इंफेक्शन होने पर योनि में खुजली, जलन, सफेद पानी, रेडनेस, रैशेज, लाल चकत्ते, चूभन, झनझनाहट जैसी अनगिनत समस्याएं उभर कर आती है। शारीरिक संबंध बनाते दौरान योनि में उचित चिकनाहट बरकरार रहना बहुत ही महत्वपूर्ण बात होती हैं।
अगर किसी कारणवश योनि में सूखापन की समस्या आ जाती है; तो सेक्स करते समय महिलाओं को योनि में दर्द तथा अन्य प्रकार की पीड़ाओं का सामना करना पड़ सकता है। मासिक धर्म के दौरान महिला के योनि में से ब्लीडिंग होती हैं; जिसके तहत योनि के पीएच का लेवल भी कम या ज्यादा हो सकता है। योनि के पीएच लेवल में किसी तरह के बदलाव आने पर भी योनि में इन्फेक्शन की समस्याएं बढ़ जाती हैं और महिलाओं के योनि का स्वास्थ्य बिगड़ जाता है।
महिलाओं की योनि में सूखापन की समस्या काफी आम समस्या मानी जाती है। बढ़ती उम्र के साथ यह समस्या कई सारी महिलाओं में सबसे आम समस्या होती है। वैसे देखा जाए; तो योनि में सूखे पन की समस्या महिलाओं को उम्र के किसी भी पड़ाव पर परेशान कर सकती हैं। जरूरी नहीं है; कि बढ़ती उम्र के साथ ही आपको योनि में सूखापन की समस्या हो।
लेकिन, अध्ययन के अनुसार, जिन महिलाओं की रजोनिवृत्ति का दौर आ चुका है; ऐसी महिलाओं में योनि के सूखे पन की समस्या सबसे अधिक रहती है। उम्र के किसी भी पड़ाव पर योनि में सूखे पन की समस्या आने पर महिलाओं को इस समस्या को नजरअंदाज बिल्कुल भी नहीं करना होता है और तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी होती हैं।
तो आइए दोस्तों, योनि में सूखापन की समस्या के बारे में आज हम पूरी जानकारी प्राप्त करने वाले हैं।
योनि में सूखापन क्यों नहीं रहना चाहिए ? Yoni Me Sukhapan Kyo Nahi Rehna Chahiye ?
![योनि में सूखापन क्यों नहीं रहना चाहिए](https://udhp.b-cdn.net/wp-content/uploads/2023/06/%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%A8%E0%A4%BF-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B8%E0%A5%82%E0%A4%96%E0%A4%BE%E0%A4%AA%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%A8%E0%A4%B9%E0%A5%80%E0%A4%82-%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A4%A8%E0%A4%BE-%E0%A4%9A%E0%A4%BE%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%8F-1024x576.jpg)
दोस्तों, सामान्य तौर पर एक महिला के योनि में गीलापन या थोड़ी नमी होना सबसे महत्वपूर्ण बात मानी जाती हैं और मेडिकली यह नॉर्मल भी होता है। कुछ महिलाओं को सफेद पानी या वाइट डिस्चार्ज हो सकता है; जो कि एक मर्यादा तक बहुत ही सामान्य बात मानी जाती हैं। हालांकि, महिलाओं के योनि का हिस्सा सबसे नाजुक, महत्वपूर्ण तथा संवेदनशील होता है।
महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा पर मौजूद दो ग्रंथियां प्राकृतिक लुब्रिकेंट का निर्माण करते रहती है; जिसके चलते योनि के हिस्से में प्राकृतिक नमी बनी रहती है और इसी कारणवश महिलाओं के योनि का हिस्सा हमेशा कोमल रहता है। प्राकृतिक रूप से निर्मित होने वाला यह लुब्रिकेंट; जो योनि को प्राकृतिक नमी प्रदान करता है; यह योनि के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
योनि में मौजूद इसी नमी की वजह से योनि बाहरी इंफेक्शन या बैक्टीरिया वायरस जैसे जीवाणुओं से सुरक्षित रह पाती है। इसी के साथ, इसी नमी की वजह से योनि की मृत कोशिकाएं बाहर निकलती है और योनि को साफ रखा जा सकता है। योनि में मौजूद इसी नमी की वजह से योनि का हिस्सा थोड़ा अम्लीय होता है; जिसके तहत योनि में किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया के पनपने की संभावनाएं कम हो जाती है और योनि विविध प्रकार के इंफेक्शन से सुरक्षित रह पाती हैं।
योनि के मुख पर दो ग्रंथियां मौजूद होते हैं; जिन्हें बर्थेलिन ग्रंथियां कहते हैं। इन दो ग्रंथियों के द्वारा शारीरिक संबंध बनाने के दौरान अतिरिक्त नमी पैदा की जाती हैं; जिसके तहत महिलाओं के योनि में यौन उत्तेजना बढ़ती हैं और संभोग की क्रिया में आसानी हो पाती है।
यह बात हो गई नॉर्मल योनि में पाई जाने वाली सामान्य नमी के बारे में। लेकिन, सोचो अगर इसके बिल्कुल विपरीत हो मतलब अगर योनि में प्राकृतिक नमी ना बन पाए और योनि में सूखापन आ जाए; तो सोचिए योनि का स्वास्थ्य कितने बुरी तरीके से प्रभावित हो सकता है?
योनि के स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए, योनि को अन्य बाहरी संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए और संभोग के दौरान सेक्स की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए योनि में उचित नमी बरकरार रहना बहुत ही आवश्यक होता है।
अगर योनि में किसी भी तरह का सूखापन आ जाता है; तो योनि में इन्फेक्शन पैदा हो जाता है, योनि का पीएच लेवल गड़बड़ा जाता है, योनि का स्वास्थ्य बिगड़ जाता है और सेक्स के दौरान भी महिलाओं को योनि में दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। इन्हीं कारणों की वजह से योनि में सूखापन नहीं आना चाहिए और प्राकृतिक नमी हमेशा बरकरार रहनी चाहिए।
योनि में सूखापन क्यों आता है ? कारण : Yoni Me Sukhapan Kyo ata hai ?
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दोस्तों, महिलाओं के योनि में सूखापन आने के निम्नलिखित कारण मौजूद होते हैं।
१) स्तनपान या डिलीवरी –
बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन नामक हार्मोन की लेवल कम हो जाती हैं; जिसके चलते अस्थाई रूप से महिलाओं के योनि में सूखापन की समस्या हो जाती है। लेकिन, जैसे-जैसे डिलीवरी होने के बाद महिला रिकवर होने लगती है; वैसे वैसे योनि में सूखापन की समस्या अपने आप ही ठीक हो जाती है। इसी के साथ, स्तनपान कराने वाली माताओं में भी योनि में सूखापन की समस्या अस्थाई रूप से बरकरार रहती है। लंबे समय तक योनि में सूखापन की स्थिति बरकरार रहने पर इस स्थिति को नजरअंदाज ना करें और तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
२) मेनोपॉज –
दोस्तों, महिलाओं के जीवन में रजोनिवृत्ति एक ऐसा दौर होता है; जिसमें महिलाओं के शरीर में अनगिनत बदलाव देखे जाते हैं। यह बदलाव सिर्फ एक दिन में नहीं होते; बल्कि मेनोपॉज का यह दौर कई वर्षों तक चल सकता है। रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन नामक हार्मोन की लेवल बहुत ही कम हो जाती हैं; जिसके चलते उन्हें योनि में सूखे पन की समस्या अधिकतर देखने को मिलती हैं। रजोनिवृत्ति के बाद आने वाली योनि में सूखे पन की समस्या को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और डॉक्टर की सलाह के अनुसार इसका इलाज करवाना आवश्यक होता है।
३) कैंसर की ट्रीटमेंट –
दोस्तों, अगर कोई महिला कैंसर से ग्रस्त हैं और उसका कैंसर के लिए इलाज चल रहा है; तो ऐसे परिस्थिति में भी महिलाओं के योनि में सूखापन की समस्या जाती है। अगर महिलाओं के पेल्विक एरिया की रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी या हार्मोनल कैंसर ट्रीटमेंट चल रहा है; तो उन्हें योनि में सूखापन हो जाता है।
४) यौन उत्तेजना की कमी –
जैसे कि हमने कहा; शारीरिक संबंध बनाते हुए महिलाओं के योनि के मुख पर मौजूद दो ग्रंथियां योनि के हिस्से को अतिरिक्त नमी पैदा करती है; जिसके चलते महिलाओं के योनि में यौन उत्तेजना बढ़कर सेक्स के प्रक्रिया में आसानी हो जाती है। लेकिन, अगर महिलाओं के शरीर में यौन उत्तेजना की कमी है और सेक्स करने से पहले वह काम उत्तेजना का अनुभव नहीं कर पाती हैं; तो उनके योनि में नमी उत्पन्न नहीं हो पाती हैं और उन्हें योनि में सूखापन की समस्या हो जाती हैं।
५) गर्भनिरोधक का इस्तेमाल –
दोस्तों, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन या गर्भनिरोधक इंजेक्शन का किया गया इस्तेमाल कुछ महिलाओं में योनि में सूखेपन की समस्या का कारण बनते हैं। हालांकि, यह बात असामान्य है; लेकिन फिर भी कुछ महिलाओं को गर्भनिरोधक उपायों को इस्तेमाल करने के बाद योनि में सूखापन की समस्या हो जाती हैं।
योनि में सूखापन के लक्षण – Yoni Me Sukhapan Ane Ke Lakshan
दोस्तों, महिलाओं के योनि में सूखापन आने पर निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं; जिन्हें महिलाओं को नजरअंदाज नहीं करना होता है और तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर इस समस्या का इलाज करवाना होता है।
- योनि में खुजली, जलन तथा असुविधा महसूस होना।
- बार-बार यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन होना।
- योनि में संकुचन पैदा होना और योनि का आकार छोटा होना।
- कामोत्तेजना तथा ऑर्गेज्म को प्राप्त करने में कठिनाई महसूस होना।
- सामान्य से अधिक बार पेशाब करना।
- सेक्स के दौरान योनि में नमी की कमी होना।
- सेक्स करते समय योनि में से हल्की ब्लीडिंग होना।
- यौन संबंध बनाते समय तकलीफ और दर्द का अनुभव होना।
योनि में सूखापन आने पर क्या करना चाहिए ? Yoni Me Sukhapan ane Par Kya Karna Chahiye ?
दोस्तों, जैसे ही महिलाओं को योनि में उपर्युक्त बताएं गए लक्षणों में से किसी भी लक्षण का अनुभव होता है; तो उन्हें समझ जाना चाहिए, कि उन्हें योनि में सुखापन कि समस्या हो रही है। योनि में सूखेपन के समस्या होने पर महिलाओं को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है; जिससे योनि में ड्राइनेस की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।
- योनि में सूखापन की समस्या उत्पन्न होने पर महिलाओं को अतिरिक्त पानी पीना चाहिए; ताकि योनि की श्लेष्मा झिल्ली में अतिरिक्त नमी पैदा हो सके।
- अगर महिलाओं को योनि में सूखापन की समस्या महसूस होती है; तब वह प्राकृतिक लुब्रिकेंट के तौर पर जैतून का तेल और नारियल के तेल को मिलाकर योनि के हिस्से में लगा सकती हैं। ऐसा करने पर योनि के हिस्से में उचित चिकनाहट, नमी बनी रहती हैं और योनि ड्राइनेस से सुरक्षित रह पाती हैं।
- योनि में सूखापन की समस्या होने पर महिलाओं को योनि के हिस्से में किसी भी प्रकार के केमिकल प्रोडक्ट्स का इस्तमाल नहीं करना चाहिए।
- योनि में सूखापन की स्थिति होने पर महिलाओं को टेंपोन या कंडोम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- योनि में आई सूखापन की समस्या को नियंत्रित करने के लिए इस समस्या के दौरान महिलाओं को शराब, धूम्रपान तथा अन्य नशीली चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए; क्योंकि गलत व्यसन करने पर महिलाओं के योनि में ड्राइनेस बढ़ जाती है और डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती हैं।
योनि में सूखापन का घरेलू इलाज – Yoni Me Sukhapan Ka Gharelu Ilaj
योनि में ड्राइनेस महसूस होने पर महिलाओं को निम्नलिखित घरेलू उपायों को अपनाना चाहिए; ताकि वह प्राकृतिक रूप से घर पर रहकर ही योनि के ड्राइनेस की समस्या को नियंत्रित कर पाती है। ध्यान रहे; निम्नलिखित बताए गए घरेलू उपाय योनि में सूखे पन की समस्या का पर्याप्त इलाज नहीं है। योनि में ड्राइनेस महसूस होने पर आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक माना जाता है।
१) व्यायाम-
अगर महिलाएं हफ्ते में दो से तीन बार कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज करती है; तो वह योनि में सूखे पन की समस्या को आसानी से ठीक कर पाती हैं और इस समस्या से हमेशा के लिए सुरक्षित भी रह पाती है। इस तरीके का विशिष्ट प्रकार का व्यायाम करने के बाद महिलाओं के पूरे ही शरीर में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से होता है। इस लिहाज से, रोजाना तौर पर व्यायाम करने से महिलाओं के जननांग के हिस्से में भी रक्त प्रवाह बढ़ता है और योनि की मांसपेशियों में लचीलापन भी बढ़ता है; जिसके चलते महिलाएं योनि में सूखे पन की समस्या का नियंत्रण करवा पाती हैं।
२) मेथी का सेवन –
महिलाओं के शारीरिक तथा यौन संबंधित समस्याओं का निवारण करने के लिए मेथी दाना का सेवन विशेष तौर पर लाभदायक माना जाता है। अध्ययन के अनुसार, मेथी दाना में एस्ट्रोजन हार्मोन को बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं। इसीलिए, योनि में आए सूखेपन की समस्या का नियंत्रण करने के लिए महिलाओं को रोजाना सुबह खाली पेट मेथी दाने के पानी का सेवन अवश्य करना चाहिए; जिसके चलते वह प्राकृतिक रूप से शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा को बढ़ा सकती हैं और योनि में आए सूखेपन की समस्या को नियंत्रित कर सकती हैं। रोजाना रात को एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी दाने भिगोकर रख दें। सुबह उठने के बाद इन मेथी दानों को चबा चबा कर खाए और मेथी दाने के पानी को उबालकर हल्का गुनगुना ठंडा करके इसका सेवन करें।
३) सोया प्रोडक्ट्स –
योनि में सूखापन की समस्या को नियंत्रित करने के लिए प्रतिदिन मर्यादित मात्रा में सोया प्रोडक्ट्स या सोया मिल्क का सेवन करने से महिलाएं इस समस्या से सुरक्षित रह सकती है और इसको नियंत्रित भी कर पाती है। सोया प्रोडक्ट में विविध प्रकार के विटामिन, प्रोटीन, फोलिक एसिड, कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से युक्त होते हैं; जिसके चलते योनि का स्वास्थ्य बरकरार रहता है और योनि में आई सूखे पन की समस्या से राहत भी मिल पाती हैं।
४) ओमेगा थ्री फैटी एसिड –
दोस्तों, अलसी के बीज, सूरजमुखी के बीज, सफेद तिल, कच्चा पपीता तथा सालमन मछली जैसे शाकाहारी और मांसाहारी पदार्थों का नियमित तौर पर सीमित मात्रा में किया गया सेवन महिलाओं के योनि में चिकनाहट और नमी को बरकरार रखता है; जिसके चलते योनि में सूखापन की समस्या से वह छुटकारा पा सकती हैं।
इन सभी सभी पदार्थों में ओमेगा थ्री फैटी एसिड के साथ-साथ, फाइटोएस्ट्रोजन की मौजूद होते हैं; जो महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन के मात्रा को बढ़ाते हैं और योनि के स्वास्थ्य को बरकरार रखने में मददगार होते हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड युक्त पदार्थों का नियमित रूप से किया गया सेवन महिलाओं के योनि में प्राकृतिक लुब्रिकेंट का निर्माण जारी रखता है और महिलाएं योनि में सूखापन की समस्या से सुरक्षित भी रह पाती हैं।
योनि में सूखापन की दवा – Yoni Me Sukhapan Ki Dawa
दोस्तों, योनि में सूखापन की समस्या लेकर जब महिलाएं डॉक्टर के पास जाती है; तब डॉक्टर योनि में सूखापन का इलाज करने के लिए निम्नलिखित दबाव को इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।
१) वजायनल एस्ट्रोजन –
अगर रजोनिवृत्ति की वजह से महिलाओं में योनि के सूखापन की समस्या हो रही है; तो डॉक्टर वजाइनल एस्ट्रोजन की दवाइयों का इस्तेमाल करने की सलाह देते है। दोस्तों, वेजाइनल एस्ट्रोजन दवाई गोली के स्वरूप में आती है; जो योनि में वजाइनल रिंग या क्रीम के स्वरूप में इस्तेमाल करनी होती है। रजोनिवृत्ति के दौर से गुजर चुकी महिलाओं के योनि में सूखापन की समस्या का इलाज करवाने के लिए एस्ट्रोजन ट्रीटमेंट अन्य ट्रीटमेंट के मुकाबले अधिक प्रभावी मानी जाती हैं। हालांकि, यह ट्रीटमेंट लंबे समय तक चल सकती हैं; क्योंकि ट्रीटमेंट का एक कोर्स करने के बाद महिलाओं में योनि में सूखापन की समस्या वापस लौट सकती हैं।
२) हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी –
रजोनिवृत्ति के दौरान जिन महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन की लेवल बहुत ही कम हो चुकी है और उन्हें योनि में सूखापन की समस्या हो रही है; ऐसी महिलाओं के लिए डॉक्टर द्वारा हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी ट्रीटमेंट करवाने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी आपको गोलियों के द्वारा, स्किन पैच टेस्ट, त्वचा में इंप्लांट या स्किन पर लगाने वाले जेल के रूप में देते हैं।
योनि में सूखापन की समस्या का इलाज करने के लिए अन्य ट्रीटमेंट के मुकाबले यह ट्रीटमेंट अधिक प्रभावी और व्यापक मानी जाती हैं। हालांकि, हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के अपने कुछ साइड इफेक्ट्स होते हैं; जिनके बारे में आपको ट्रीटमेंट शुरू करने से पहले डॉक्टर से उचित जानकारी प्राप्त करना आवश्यक होता है।
३) लुब्रीकेंट –
दोस्तों, योनि में सुखापन की समस्या होने पर महिलाओं को सेक्स के दौरान काफी परेशानी का अनुभव होता है। अस्थाई रुप से ही सही; लेकिन योनि में सूखापन की समस्या को दूर करते हुए सेक्स का आनंद उठाने के लिए महिलाएं डॉक्टर के सलाह के अनुसार सेक्स के दौरान लुब्रीकेंट का इस्तमाल करने के बारे में सोच सकती है। लुब्रीकेंट एक तरह केरल पदार्थ या जेल के रूप में उपलब्ध होते हैं; जिनको सेक्स करने से पहले पुरुष साथी के लिंग पर या महिला साथी के योनि में लगाएं जाते हैं। लुब्रीकेंट का इस्तमाल करने से महिलाओं के योनि में थोड़ी देर के लिए नमी बनी रहती है; जिससे चलते हुए योनि के सूखेपन से राहत मिल पाती है।
४) वजायनल मॉइश्चराइजर –
दोस्तों, वेजाइनल मॉइश्चराइजर एक तरह की क्रीम होती है; जिसका योनि में सही तरीके से किया गया इस्तेमाल योनि के सूखेपन की समस्या से छुटकारा दिलाता है। वजाइनल मॉइश्चराइजर लुब्रिकेंट के मुकाबले एक अच्छा और प्रभावी उपाय साबित होता है। हालांकि, वजाइनल मॉश्चराइजर का इस्तेमाल लंबे समय तक करना पड़ता है। इसी के साथ, वॉटर बेस्ड वजाइनल मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करना चाहिए; क्योंकि यह इस्तेमाल के लिए ऑयल या पेट्रोलियम बेस्ड प्रोडक्ट्स के मुकाबले सबसे असरदार और प्रभावी माने जाते हैं।
तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।