नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज का आर्टिकल होने वाला है, योनि का कैंसर इस विषय के बारे में। दोस्तों, पिछले कुछ सालों से पूरे ही दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के कैंसर के मरीज दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। कैंसर एक ऐसी जानलेवा और खतरनाक बीमारी है; जिसका नाम सुनते ही हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
कैंसर डिटेक्ट होने के बाद मरीज अपना मनोबल को देते हैं और अतिरिक्त मानसिक तनाव में आ जाते हैं। नकारात्मक विचारों से घिरे होने के बाद मरीज अपने आप पर विश्वास ही नहीं रख पाता है और दिन पर दिन इस बीमारी के दलदल में धंसते नहीं जाता है।
कैंसर चाहे किसी भी प्रकार का हो, चाहे पुरुष को हो या महिला को हो; वह उसे जड़ से हिला कर रख देता है। कैंसर की बीमारी का इलाज संभव हो पाता है। अगर वक्त रहते किसी भी प्रकार के कैंसर का निदान हो जाता है; तो उसका सही और सटीक इलाज होकर एक मरीज पूर्ण स्वस्थ जीवन जी पाता है।
परंतु, महिलाएं एवं पुरुष खुद का ठीक से ख्याल ही नहीं रख पाते हैं। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग इतने बिजी हो गए हैं; कि उसके शरीर पर ध्यान देने का और अपने बीमारियों का वक्त रहते इलाज करने का भी उनको वक्त नहीं मिल पाता है। परंतु, कैंसर के बारे में किसी भी तरह की कोताही बरती जाती है; तो यह बीमारी बढ़ती जाती है और अपना विशाल रूप धारण कर लेती है।
महिलाओं में योनि का कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने पर उनको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और इसका सही वक्त रहते इलाज शुरू करवा देना चाहिए। महिलाओं के योनि का हिस्सा उनके पूरे ही जीवन काल में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सेक्सुअल एक्टिविटी में महिलाओं के योनि का हिस्सा महत्वपूर्ण रोल अदा करता ही है! बल्कि बच्चे को जन्म देने में योनि सबसे महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।
इसीलिए, महिलाओं को अपने योनि के हिस्से की समय-समय पर जांच करते रहना चाहिए और योनि के हिस्से में किसी भी तरह का इंफेक्शन होने पर उसे नजरअंदाज बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। महिलाएं अपनी योनि के हिस्से में खुजली, जलन, झनझनाहट, रेडनेस, रैशेज, सफेद पानी जैसी समस्याएं होने पर इन्हें नजरअंदाज कर देती है।
लेकिन, ऐसा करना गलत होता है। योनि के हिस्से में किसी भी तरह का अनचाहा बदलाव नजर आने पर डॉक्टर की सलाह लेना बहुत ही आवश्यक होता है। समस्या चाहे छोटी हो या बड़ी हो; उसकी शुरुआत होने के पहले ही उसका इलाज करवाना बहुत ही आवश्यक होता है।
तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; महिलाओं के योनि में कैंसर की समस्या के बारे में पूरी जानकारी।
योनि कैंसर क्या है ? Yoni Ka Cancer Kya Hai ?
![योनि कैंसर क्या है](https://udhp.b-cdn.net/wp-content/uploads/2023/08/%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%A8%E0%A4%BF-%E0%A4%95%E0%A5%88%E0%A4%82%E0%A4%B8%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%B9%E0%A5%88-1024x576.jpg)
दोस्तों, जैसे कि हमने पहले भी कहा; महिलाओं के योनि का हिस्सा सबसे नाजुक, संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। महिलाओं के योनि का हिस्सा एक मांसपेशियों की एक ट्यूब होती है; जो आप के बाहरी जननांगों को आप के गर्भाशय से जोड़ती है।
योनि का कैंसर एक बहुत ही दुर्लभ प्रकार है; जो आपके योनि के हिस्से में होता है। महिलाओं की योनि की आंतरिक सतह पर मौजूद कोशिकाओं में योनि का कैंसर सबसे अधिक होता है। योनि में शुरू होने वाले कैंसर की संभावना बहुत ही कम होती है और ऐसा कैंसर बहुत ही दुर्लभ मामलों में देखे जाते हैं।
हालांकि, आपके शरीर के अन्य स्थानों में होनेवाले कैंसर आप के योनि में भी फैल सकते हैं। योनि में कैंसर होने के भी प्रकार होते हैं तथा उसके कई अलग चरण पाए जाते हैं; उसी के अनुसार योनि के कैंसर का इलाज निर्धारित किया जाता है। योनि में कैंसर होने पर महिलाओं को विभिन्न प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं; जिनके बारे में हम आपसे चर्चा जरूर करेंगे।
योनि का कैंसर के प्रकार : Yoni Ka Cancer Ke Prakar
![योनि का कैंसर के प्रकार](https://udhp.b-cdn.net/wp-content/uploads/2023/08/%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%A8%E0%A4%BF-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A5%88%E0%A4%82%E0%A4%B8%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B0-1024x576.jpg)
योनि कैंसर के दो प्रकार होते हैं।
१) एडेनोकार्सिनोमा – Adenocarcinoma
योनि के कैंसर के इस प्रकार में ग्लैंडुलर कोशिकाओं में कैंसर शुरू होता है। ग्लैंडुलर कोशिकाए योनि के इंटरनल लाइनिंग में मौजूद होती है; जो मेंब्रेन को बनाती है। योनि का कैंसर का यह प्रकार हड्डियों में तथा लिंफ नोड में फैलने की संभावना सबसे अधिक पाई जाती है।
२) स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा – Squamous Cell Carcinoma
योनि के कैंसर का यह प्रकार महिलाओं के योनि में के अंतरिक लाइनिंग में मौजूद चपटी एवं पतली स्क्वैमस कोशिकाओं में शुरू होता है। इस प्रकार में कैंसर धीरे-धीरे फैलता है और योनि के आस-पास ही फैलता है। योनि के कैंसर का यह प्रकार हड्डियों तक तथा फेफड़ों तक फैलने की संभावना कम होती है। योनि के कैंसर में यह सबसे आम प्रकार माना जाता है।
योनि का कैंसर के चरण – Vagina Cancer Stage
योनि कैंसर के निम्नलिखित चरण पाए जाते हैं।
१) पहला चरण –
योनि का कैंसर के इस पहले चरण में ट्यूमर योनि में ही रहता है और योनि के बाहर शरीर के अन्य हिस्सों में नहीं फैला है।
२) दूसरा चरण –
योनि के कैंसर के दूसरे चरण में ट्यूमर योनि के बाहर फैल चुका है; परंतु ट्यूमर अभी तक श्रोणि तक नहीं पहुंचता है।
३) तीसरा चरण –
योनि के कैंसर के इस चरण में कैंसर श्रोणि के लिम्फ नोड में फैल चुका होता है या श्रोणी की सतह पर फैल गया है।
४) चौथा चरण –
योनि के कैंसर के चौथे चरण का मतलब होता है; कि योनि का कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल चुका है। जैसे; पेल्विक एरिया, ब्लैडर या मलाशय।
योनि कैंसर होने के लक्षण क्या है ? Yoni Me Cancer Hone Ke Lakshan
योनि कैंसर होने पर महिलाओं को निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं; जिन्हें उन्हें बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना होता है और तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर इसका परीक्षण करना होता है।
- असामान्य रूप से योनि में से खून बाहर आना।
- पेशाब करने में दर्द का अनुभव होना।
- योनि में गांठ होना।
- बार-बार पेशाब आना।
- योनि में से विशिष्ट प्रकार का स्त्राव होना।
- पेल्विक एरिया में दर्द होना।
- संभोग के दौरान या संभोग के बाद में दर्द होना, योनि में से खून आना।
- रजोनिवृत्ति होने के बावजूद योनि में से खून आना।
योनि कैंसर होने के कारण क्या है ? Vagina Cancer Ke Karan
योनि में कैंसर होने के निम्नलिखित कारण मौजूद होते हैं।
- हर्पिज सिंपलैक्स वायरस एक तरह का वायरल इंफेक्शन होता है। इस वायरल इन्फेक्शन से संक्रमित होने के बाद दाद की वजह से महिलाओं के योनि में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- ह्यूमन पैपिलोमा वायरस का संक्रमण होने के बाद महिलाओं के योनि में कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
- बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं में योनि में कैंसर होने का खतरा भी बढ़ता ही जाता है।
- वजायनल इंट्राएपीथेलियल नियोप्लासिस एक ऐसी स्थिति होती है; जो एचपीवी के संक्रमण की वजह से उत्पन्न होती है और योनि में कैंसर का कारण बनती है।
- जो महिलाएं एचआईवी संक्रमण से ग्रस्त होती है; उनमें भी योनि में कैंसर होने का खतरा अतिरिक्त पाया जाता है।
- जो महिलाएं एक से ज्यादा पुरुषों के साथ असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाती है; उनमें वजायना का कैंसर होने की संभावना सबसे अधिक पाई जाती है।
- बहुत कम उम्र में ही पहली बार संभोग बनाने वाली लड़कियों में योनि में कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
- अतिरिक्त धूम्रपान, शराब तथा अन्य नशीली चीजों का सेवन करने वाली महिलाओं में वजायना का कैंसर होने की संभावनाएं अतिरिक्त पाई जाती है।
योनि के कैंसर से छुटकारा कैसे पाया जा सकता है ? Vagina Cancer Se Chutkara
दोस्तों, योनि कैंसर एक बहुत ही रेयर तथा दुर्लभ मामलों में पाए जाने वाले कैंसर होता है; जिसका इलाज करवाना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर महिलाएं वक्त रहते उपर्युक्त बताए गए लक्षणों पर ध्यान नहीं देती है; तो महिलाओं में योनि कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। एक बार महिलाओं में योनि कैंसर डिटेक्ट हो जाता है; तो उसे तुरंत इलाज करवाने की आवश्यकता पड़ती है।
दोस्तों, जैसे कि इस आर्टिकल में देखा; योनि कैंसर होने के कई चरण तथा कई प्रकार मौजूद होते हैं। वजायना का कैंसर किस तरीके से होगा; यह योनि के कैंसर के प्रकार तथा चरण के ऊपर निर्धारित किया जाता है।
१) सर्जरी –
योनि के कैंसर में सर्जरी की सलाह डॉक्टर देते हैं। हालांकि, अगर योनि कैंसर सिर्फ योनि तक ही सीमित है; तो उस कैंसर को सर्जरी करवाकर हटाया जाता है। साथ ही, सर्जरी करते हुए योनि के आसपास कुछ स्वस्थ ऊतकों को भी हटाया जाता है; ताकि यह सुनिश्चित हो सके, कि सारी कैंसर ग्रस्त कोशिकाएं हट चुकी है।
परंतु, अगर कैंसर आपके पेल्विक एरिया तक फैल चुका है; तो डॉक्टर आपके मलाशय, कोलोन, मूत्राशय, अंडाशय, गर्भाशय तथा योनि के सहित पेल्विक एरिया में मौजूद कई अंगों को और अवयवा को सर्जरी करवाकर निकाल सकते हैं। अगर योनि का कैंसर पूरे ही योनि के हिस्से में फैल चुका है; तो इसके लिए डॉक्टर को योनि का एक भाग या संपूर्ण योनि को ही सर्जरी करवाकर हटाना पड़ता है।
२) कीमोथेरेपी –
कीमोथेरेपी की इस उपचार पद्धति के अंतर्गत कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए विभिन्न प्रकार के रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, कीमोथेरेपी से योनि कैंसर का इलाज करने के बारे में अध्ययन काफी कम हुए हैं और इस पर रिसर्च अभी जारी है। इसीलिए, योनि के कैंसर का इलाज करने के लिए कीमोथेरेपी आमतौर पर इस्तेमाल नहीं की जाती है।
३) रेडिएशन थेरेपी –
रेडिएशन थेरेपी उपचार पद्धति के अंतर्गत कैंसर की कोशिकाओं को मारने के लिए एक्सरे जैसी हाय एनर्जी वाली बीम का इस्तेमाल किया जाता है। तेजी से बढ़ रही कैंसर की कोशिकाओं को मारने के लिए रेडिएशन थेरेपी एक बहुत ही अच्छा विकल्प साबित होता है। परंतु, तेजी से बढ़ रही कैंसर कोशिकाओं के साथ-साथ उसके आसपास मौजूद स्वस्थ कोशिकाओं को भी यह नष्ट कर देती है; जो कि इसका एक दुष्प्रभाव माना जाता है।
योनि कैंसर का घरेलू इलाज क्या है? हो सकता है क्या ? Vagina Cancer Ka Ilaj
दोस्तों, जैसे कि हमने कहा; योनि कैंसर बहुत ही दुर्लभ मामलों में देखे जाने वाला कैंसर का प्रकार है; जिसे सिर्फ और सिर्फ डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही ठीक किया जाना चाहिए। योनि कैंसर में तरह-तरह के लक्षण दिखाई देते हैं; जिस पर महिलाओं को नजरअंदाज बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए और अपने स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान देते हुए तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
कई मामलों में योनि कैंसर होने पर कुछ लक्षण भी दिखाई नहीं देते हैं। इसीलिए, महिलाओं को निरंतर अपने पेल्विक एरिया की और योनि की जांच करते रहना चाहिए। अपने शरीर में होने वाले अनचाहे बदलावों पर महिलाओं को हमेशा ध्यान देना चाहिए; ताकि योनि के कैंसर का पहले या दूसरे चरण में ही पता लग सके। जैसे कि हमने कहा; योनि कैंसर एक बहुत ही खतरनाक और जानलेवा बीमारी है; जिसका इलाज डॉक्टर द्वारा ही संभव हो पाता है।
ऐसे में, योनि कैंसर का इलाज करने के लिए घरेलू उपायों को अपनाना बेवकूफी ही साबित होगी। ऐसा कोई भी घरेलू उपाय मौजूद नहीं है; जिसे महिलाएं योनि के कैंसर को नियंत्रित करने के लिए आजमा सकती हैं। इसीलिए, हमारी महिलाओं से विनती है; कि योनि कैंसर डिटेक्ट होने पर घरेलू इलाज को अपनाने के बजाय डॉक्टर की सलाह लेकर इस कैंसर का जड़ से इलाज करें।
तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।