नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप ? आज का आर्टिकल होने वाला है, वीर्य वेग रोकने के नुकसान इस विषय के बारे में। दोस्तों, हमारे शरीर की कार्यप्रणाली को उचित रूप से कार्यरत रखने के लिए हमारे शरीर में कई सारी चीजें होती रहती हैं; जिनके बारे में हम अनजान होते हैं!

साथ ही, हम रोजमर्रा की जिंदगी में अपने शरीर का ध्यान रखते हुए उसे स्वास्थ्यवर्धक बनाना चाहते हैं। परंतु, अपने हमारे शरीर की कार्य प्रणाली को बेहतर रूप से कार्य करने के लिए हमारे शरीर में से कुछ पदार्थ बाहर निकलना अति आवश्यक माना जाता है।

मानो, अगर आपको पेशाब लगी है और आप पेशाब नहीं कर रहे हैं; तो ऐसे अवस्था में आपके किडनी पर और यूरिनरी ब्लैडर पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है और इससे आपके किडनी का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। वहीं दूसरी ओर, अगर आप पानी सही रूप से नहीं पीते हैं; तो इससे भी आपके स्वास्थ्य को हानि हो सकती हैं।

कहने का मतलब है; कि हमारे शरीर में कई सारी ऐसी चीज से होती है; जिनमें शरीर के बाहर समय पर निकलना बहुत आवश्यक होता है। अगर उन्हें शरीर के अंदर ही रोका जाए; तो इससे आपके स्वास्थ्य को बहुत ही हानिकारक प्रभाव हो सकते हैं।

इन्हीं चीजों में से एक होता है वीर्य; जिसे समय रहते बाहर शरीर के बाहर निकालना महत्वपूर्ण होता है। अगर वीर्य शरीर के बाहर नहीं निकाला जाता है; तो इससे पुरुषों की किडनी, मूत्राशय, लिंग तथा वीर्य के स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है।

तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; पुरुषों के वीर्य के वेग को रोकने के नुकसान के बारे में पूरी जानकारी।

वीर्य वेग क्या है ? Virya Veg Kya Hai ?

वीर्य वेग क्या है
वीर्य वेग क्या है

दोस्तों, पुरुषों के शरीर में वीर्य लगातार २४ घंटो तक बनता ही रहता है। जैसे हमारे शरीर में पेशाब का निर्माण निरंतर होता रहता है; वैसे ही वीर्य का निर्माण पुरुषों के शरीर में निरंतर होता ही रहता है। जैसे पेशाब लगने पर आप पेशाब को रोक नहीं सकते; वैसे ही वीर्य को भी शरीर में रोका नहीं जा सकता है। अगर शुक्राणु और वेरिया आपके शरीर में निरंतर बनते रहते हैं; तो उन्हें शरीर के बाहर निकालना भी जरूरी हो जाता है।

परंतु, अगर पुरुष सेक्सुअल रूप से एक्टिव नहीं है या पुरुष हस्तमैथुन भी नहीं करते हैं; तो यह वीर्य स्वप्नदोष के जरिए उनसे शरीर में से बाहर निकलता है। इस प्रकार से वीर्य निकलने की गति को “वीर्य वेग” कहा जाता है। अगर समय रहते वीर्य को शरीर से बाहर नहीं निकाला जाता है; तो इससे आपको अनगिनत प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

वीर्य वेग रोकने के नुकसान : Virya Rog Rokne Ke Nuksan

वीर्य वेग को रोकने से पुरुषों में निम्नलिखित स्वास्थ्य संबंधित नुकसान देखने को मिलते हैं।

१) वीर्य वेग रोकने से मूत्राशय में दर्द होना –

दोस्तों, वीर्य वेग को रोकने से तथा वीर्य को बाहर निकलने से रोकने से पुरुषों के मूत्राशय में दर्द की समस्या हो जाती है और मूत्राशय बुरी तरीके से प्रभावित होता है। दरअसल, पुरुषों में वीर्य निर्माण वाली करने वाली जगह के आसपास ही मूत्राशय पाया जाता है। ऐसे में, अगर पुरुष वीर्य वेग को रोकते हैं; तो इससे मूत्राशय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और मूत्राशय में दर्द होने लगता है। साथ ही, पुरुषों में पेशाब और वीर्य की नली एक ही होती हैं। अगर पुरुषों के शरीर में वीर्य की मात्रा अधिक हो जाती है और वह वीर्य को निकालने से रोकते हैं; तो इससे मूत्र निकलने वाली नली प्रभावित हो जाती हैं और उनके मूत्राशय में दर्द होने लगता है।

२) किडनी में सूजन आना –

दोस्तों, पुरुषों के शरीर में जहां पर शुक्राणु का निर्माण होता है; उसके बिल्कुल ऊपर वाली जगह पर किडनी मौजूद होती है। जब पुरुष वीर्य को शरीर से बाहर निकलने से रोकते हैं; तो इससे किडनी के हिस्से पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। ऐसा होने पर किडनी में सूजन पैदा हो जाती है; जो आपके किडनी के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती है और उसके कार्य प्रणाली पर नकारात्मक असर होता है।

३) शुक्राणुओं में कमी आना –

दोस्तों, पुरुषों की फर्टिलिटी उनके शुक्राणुओं की संख्या, उनका उत्पादन, गतिशीलता तथा उनकी संख्या जैसे कारकों पर निर्भर होती हैं। अगर पुरुषों के शरीर में शुक्राणु स्वस्थ है; तो उनकी फर्टिलिटी अच्छी होती है और बच्चे पैदा करने में भी उन्हें कोई परेशानी नहीं होती है। वीर्य स्खलन के दौरान जब वीर्य आपके शरीर के बाहर आता है; तब उसके साथ वीर्य में मौजूद सारे शुक्राणु के बाहर आ जाते हैं। ऐसा होने पर आपके शरीर में फिर से फ्रेश शुक्राणु बनने की प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है। परंतु, अगर आप वीर्य को बाहर निकालने से रोकते हैं; तो इससे शुक्राणुओं के उत्पादन तथा उनकी गुणवत्ता, संख्या सभी पर बहुत ही नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वीर्य को रोकने से पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।

४) लिंग में दर्द होना –

सेक्स करते हुए पुरुषों के लिंग में यौन उत्तेजना बढ़कर लिंग सही तरीके से खड़ा हो पाता है; जिसके चलते सेक्स की प्रक्रिया संपन्न हो पाती हैं। चरमसुख तक पहुंचने के बाद जब पुरुष अपने लिंग में से वीर्य स्खलित कर देते हैं; तब उनके वीर्य में तनाव खत्म हो जाता है और वह सामान्य स्थिति में लौट आता है। परंतु, अगर आप अपने लिंग में से वीर्य स्खलित होने से रोक देते हैं और वीर्य को शरीर के बाहर नहीं निकालते हैं; तो इससे आपके लिंग में दर्द की समस्या हो जाती हैं। हालांकि, सेक्स के दौरान शरीर में यौन उत्तेजना की वजह से आपको इस दर्द का अनुभव नहीं हो पाता है। परंतु, सेक्स करने के कुछ देर बाद आपको अपने लिंग में दर्द की समस्या हो जाती हैं; जो आगे जाकर जटिलताएं पैदा कर सकती हैं।

वीर्य वेग रोकने के अन्य नुकसान : Virya Veg Ke Anya Nuksan 

दोस्तों, वीर्य वेग को रोकने के तथा वीर्य को अपने शरीर से बाहर ना निकले देने से पुरुषों को कई सारे स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो जाती है; जिनके बारे में हमने उपर्युक्त सभी जानकारी प्राप्त की है। इन समस्याओं के साथ-साथ; वीर्य वेग रोकने से पुरुषों को कई अन्य समझाओ का भी सामना करना पड़ता है। जैसे; अंडकोष में दर्द एवं सूजन की समस्या होना, मस्तिष्क में दबाव पड़ना तथा पेडू में दर्द होना जैसी अन्य समस्याएं भी देखी जा सकती है।

वीर्य वेग रोकने की आदत बुरी क्यों है ? Virya Veg Ki Adat

दोस्तों, पुरुषों के शरीर में यौन उत्तेजना उत्पन्न होती हैं; तो उनका लिंग खड़ा हो जाता है और सेक्स की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए पुरुष सेक्स का मजा उठाते हैं जब पुरुष चर्मसुख तक पहुंचते हैं; तब उनके लिंग में से वीर्य स्खलित हो जाता है और लिंग सामान्य स्थिति में वापस लौट आता है।

परंतु, अगर पुरुष अपने वीर्य को बाहर निकलने से रोक देते हैं; तो इससे उनको कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वीर्य वेग को रोकने से होने वाले नुकसान के बारे में हमने पहले ही जानकारी प्राप्त की है। वीर्य वेग को रोकने से पुरुषों के लिंग में दर्द होना, किडनी में सूजन आना, मुत्राशय में दर्द होना तथा उनके शुक्राणु की संख्या पर बुरा प्रभाव पड़ना; जैसे अनगिनत प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक नुकसान देखने को मिलते हैं।

साथ ही, वीर्य को रोकने से पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है और उनके लिंग के हिस्से में भी कमजोरी आ सकती हैं। वहीं दूसरी ओर; वीर्य को को रोकने से पुरुषों के मस्तिष्क पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, पेडू में दर्द होता है तथा अंडकोष में दर्द एवं सूजन की समस्या देखने को मिलती है। इन सभी समस्याओं को देखते हुए आपको समझ में आ गया होगा; कि वीर्य वेग को रोकने से आपको कितने गंभीर परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

इसीलिए, वक्त रहते वीर्य को अपने शरीर में से निकाल दें और अपने आपको सेहतमंद बनाए रखें। शरीर में वीर्य जमा होना और समय रहते शरीर के बाहर निकलना; एक प्रकृति का नियम है। ऐसे में, अगर आप प्रकृति के नियम के साथ छेड़छाड़ करेंगे; तो इसका परिणाम आपको खुद को ही भुगतना होता है।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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