नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज हम बिना पीरियड के ब्लीडिंग होने पर क्या करना चाहिए ? इसके बारे में जानने वाले है | महिलाओं के शरीर में ताउम्र बदलाव देखने को मिलते हैं। यह बदलाव अंदरुनी रूप से होते हैं; जिनका बाहरी शरीर के हिस्सों पर भी काफी परिणाम देखने को मिलता है।

किशोरावस्था के दौरान माहवारी शुरू होना, युवावस्था में शादी के बाद सहजीवन शुरू होना, शादी के बाद बच्चे पैदा करना और अधेड़ की उम्र में मेनोपॉज की ओर बढ़ना जैसे कई दौर से एक महिला गुजरती है। शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव की वजह से महिलाओं को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

कई महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान हेवी ब्लीडिंग होती है; तो कई को नार्मल। लेकिन, मासिक धर्म के अलावा भी बीच के दिनों में कभी भी ब्लीडिंग होने से महिलाएं घबरा जाती है। आमतौर पर, इसे “स्पॉटिंग” कहा जाता है; जो मासिक धर्म को छोड़कर होता है।

स्पॉटिंग होने के कई कारण मौजूद होते हैं। स्पॉटिंग होने के बाद महिलाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। स्पॉटिंग होने के पीछे कौन से कारण मौजूद है; इनके बारे में पता करना भी आवश्यक होता है। स्पॉटिंग होना वैसे तो कोई बड़ी समस्या नहीं होती हैं।

लेकिन, यह किसी बड़ी समस्या का संकेत जरूर हो सकता हैm स्पॉटिंग के दौरान आपको सेनेटरी पैड इस्तेमाल करने की जरूरत तो नहीं पड़ती है। लेकिन, सिंपल सा पेंटीलाइनर इस्तेमाल करने से भी स्पॉटिंग की समस्या से आप राहत पा सकती हैं।

कई महिलाएं गर्भावस्था के दौरान भी पहले तीन महीनों में स्पॉटिंग का अनुभव कर सकती हैं; जो काफी आम समस्या होती है और कभी कबार ट्रीटमेंट किए बिना ही स्पॉटिंग अपने आप ठीक हो जाती हैं।

लगभग २५ से ३०% महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान स्पॉटिंग होती हैं। लेकिन, स्पोटिंग होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए; कि प्रेगनेंसी में कोई दिक्कत तो नहीं है।

वैसे कहा जाए; तो स्पॉटिंग एक ऐसी समस्या है; जिसे नजरअंदाज भी नहीं करना चाहिए और उसकी वजह से तनाव में भी नहीं आना चाहिए।

तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; पीरियड के बिना ब्लीडिंग होने के बारे में पूरी जानकारी।

बिना पीरियड के ब्लीडिंग स्पॉटिंग होना क्या होता है ? Bina Periods Ke Bleeding aur Spotting Hona :

बिना पीरियड के स्पॉटिंग होना मतलब, मासिक धर्म को छोड़कर ब्लीडिंग होना; जो कम मात्रा में होती हैं। महिलाओं को माहवारी के दिन छोड़कर कुछ कारणों की वजह से ब्लीडिंग का अनुभव होता है। ऐसे में वह घबरा जाती है; कि हमारे पीरियड फिर से तो नहीं शुरू हो गए?

लेकिन, इसमें घबराने की कोई जरूरत नहीं होती है और स्पॉटिंग की समस्या अपने आप ही ठीक हो जाती हैं। अत्यधिक शारीरिक एवं मानसिक तनाव, हार्मोनल इंबैलेंस, गर्भावस्था, मेनोपॉज जैसे अनगिनत कारणों की वजह से स्पॉटिंग की समस्या हो सकती हैं। काफी महिलाओं में स्पॉटिंग की समस्या बहुत ही आम होती हैं।

अगर आपको महावारी के दिन छोड़कर स्पॉटिंग की समस्या हो रही है और स्पॉटिंग की समस्या के तहत आपको गहरे लाल रंग का रक्तस्त्राव अधिक मात्रा में हो रहा है; तो आपको इंतजार नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

पीरियड के बिना भी प्राइवेट पार्ट से खून क्यों आता है ? Periods Ke Alawa Yoni Se Khun Ana 

पीरियड के बिना भी प्राइवेट पार्ट से खून
पीरियड के बिना भी प्राइवेट पार्ट से खून

महिलाओं में स्मोकिंग की समस्या निम्नलिखित कारणों की वजह से होती हैं।

  1. महिलाओं के शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस हो जाने की वजह से उन्हें स्पॉटिंग हो सकती हैं।
  2. कभी-कभी महिलाओं के गर्भाशय पर फाइब्रॉइड या पॉलिप्स बन जाते हैं; जो नॉन कैंसरस होते हैं। लेकिन इनकी वजह से भी महिलाओं को स्पॉटिंग की समस्या हो जाती है।
  3. अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा पाने के लिए महिलाएं अगर हार्मोन युक्त गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं; तो यह उनमें स्पॉटिंग का कारण बनता है।
  4. सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज जैसे क्लैमीडिया, गोनोरिया इनका संक्रमण होने की वजह से भी गर्भाशय में सूजन की समस्या उत्पन्न होकर स्पॉटिंग हो सकती है।
  5. इंट्रा यूटरिन डिवाइस भी स्पॉटिंग का कारण बनता है।
  6. गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में स्पॉटिंग होना आम बात मानी जाती है।
  7. मेनोपॉज स्पॉटिंग होने के पीछे का कारण माना जाता है।
  8. पीसीओडी, पीसीओएस जैसे स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं महिलाओं के स्पॉटिंग का कारण बनते हैं।

स्पॉटिंग होने के नुकसान – Spotting Hone KE Nuksan

स्पोटिंग होने के बाद महिलाओं को कुछ ज्यादा नुकसान तो नहीं होता है। लेकिन, अगर किसी अंदरूनी शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के कारण स्पोटिंग हो रहे हैं, जैसे, किसी तरह का संक्रमण, कैंसर या किसी प्रकार का गंभीर रोग; तो इस अवस्था में आपके स्वास्थ्य के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है।

इसीलिए, ज्यादा दिनों तक महिलाओं को स्पॉटिंग की समस्या को नहीं झेलना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। स्पोटिंग होने की वजह से कई महिलाओं को थकान एवं कमजोरी का अनुभव भी हो सकता है। क्योंकि, लगातार स्पॉटिंग होने की वजह से महिलाओं के शरीर में खून की कमी और आयरन की कमी देखी जाती है; जो थकान एवं कमजोरी का कारण बनती है।

जब मैं अपने पीरियड पर नहीं हूं तो मुझे ब्लीडिंग क्यों हो रही है ? Periods Par Na Hone Par Bhi Bleeding Ho rha hai ?

किशोरावस्था में पीरियड शुरू होने के बाद महिलाओं का पूरा ही जीवन स्वास्थ्य शरीर के अंदर मौजूद हार्मोन पर निर्भर होता है। अगर महिलाओं के हार्मोन का स्वास्थ्य बेहतर होता है; तो उनका पूरा ही शारीरिक स्वास्थ्य बरकरार रखने में मदद मिलती है।

लेकिन, अगर हार्मोन में थोड़ी भी गड़बड़ी हो जाए; तो महिलाओं का पूरा ही स्वास्थ्य बिगड़ने की संभावना बनी रहती है। अगर महिलाओं को पीरियड को छोड़कर स्पॉटिंग की समस्या हो रही है या ब्लीडिंग हो रही है; तो यह हारमोंस में आई गड़बड़ी के कारण हो सकता है।

इसी के साथ, माहवारी में अनियमितता और देर होना जैसे कारक भी स्पॉटिंग का कारण बनते हैं। महिलाओं के शरीर में मौजूद एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन की लेवल कम या ज्यादा हो जाए; तो उसका सीधा परिणाम मासिक चक्र पर होता है और इसकी वजह से मासिक धर्म में अनियमितता देखी जा सकती हैं।

मासिक धर्म में अनियमितता होने पर महिलाओं को स्पॉटिंग की समस्या हो सकती है। इसी के साथ, हर महिला का शारीरिक स्वास्थ्य अलग होता है और महावारी भी अलग-अलग होती हैं। हर महिला के उम्र के हिसाब से उनमें डिसफंक्शनल यूटरीन ब्लीडिंग के कारण अलग अलग हो सकते हैं।

योनि से बेवजह ब्लीडिंग होने पर क्या करें ? Yoni Se Bina Vajah Ke bleeding Hona

योनि से बेवजह प्लीडिंग या स्पॉटिंग होने पर सबसे पहली बात महिलाओं को घबराना नहीं है और बहुत ही संयम के साथ इस परिस्थिति को संभालना होता है। क्योंकि, अगर महिलाएं स्पॉटिंग होने के बाद तनाव में आ जाती हैं; तो उसकी वजह से यह समस्या बढ़ भी सकती है।

इसी के साथ, अगर आपको लगातार एक हफ्ते तक स्पॉटिंग होती हैं; तो इसे नजरअंदाज ना करें और तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। योनि से बेवजह ब्लीडिंग होने की वजह से कई बार पेट दर्द, कमर दर्द जैसी समस्या भी हो सकती है। इसीलिए, इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और चिकित्सक से परामर्श लेनी चाहिए।

साथ ही, जब भी आपको स्पॉटिंग होती है; उस वक्त हल्के गुनगुने पानी के मदद से ही योनि की समय समय पर सफाई करते रहें; ताकि स्पॉटिंग की वजह से आपके योनि में किसी तरह का इन्फेक्शन ना हो। स्पॉटिंग होने पर महिलाओं को सेनेटरी पैड या पैंटी लाइनर का इस्तेमाल करना चाहिए; ताकि आप के कपड़ो पर किसी प्रकार का दाग ना लगे।

बिना पीरियड के ब्लीडिंग होने से बचने के घरेलू उपाय : Bina Periods KE Bleeding Hone Se Kaise Bache

स्पॉटिंग से छुटकारा पाने के लिए और उससे सुरक्षित रहने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपाय अपनाकर और कुछ सावधानियां बरतने से काफी फायदा देखने को मिलता है।

१) मेडिसिन –

अगर आपको पीरियड के छोड़कर स्पॉटिंग की समस्या हो रही है; तो तुरंत किसी भी प्रकार की मेडिसिन ना ले। हो सकता है; आपका स्पॉटिंग कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाए। इसी के साथ, अगर आपको स्पॉटिंग के साथ-साथ, कमर दर्द पेट, दर्द जैसा अनुभव हो रहा है; तो उसके लिए भी पेन किलर लेने की जरूरत नहीं है और वह अपने आप ठीक हो सकता है।

२) प्रेग्नेंसी –

प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में महिलाओं को स्पॉटिंग की दिक्कत हो सकती हैं। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। इसी के साथ, प्रेगनेंसी में ऐसी चीज का सेवन न करें; जिनकी वजह से शरीर में गर्मी पैदा हो सकती है।

३) शारीरिक स्वास्थ्य –

आजकल गलत जीवनशैली की वजह से महिलाओं में मोटापे की समस्या बढ़ती जा रहे हैं। इसी के साथ, महिलाओं का ह्रदय स्वास्थ्य बिगड़ता जा रहा है और उन्हें मधुमेह की समस्या भी हो रही हैं। इन सभी समस्याओं की वजह से महिलाओं के मेनोपॉज के दौरान उनको काफी परेशानी हो सकती है और मेनोपॉज में देरी हो सकती है; जो उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक हो सकता है। इसीलिए, सही उम्र में ही महिलाओं को अपने मोटापे और अन्य शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के ऊपर नियंत्रण करना जरूरी होता है; ताकि उन्हें आगे जाकर मेनोपॉज के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत ना हो।

४) संतुलित आहार –

महिलाओं को हमेशा संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए; जिसमें तरह-तरह के पोषक तत्वों से भरपूर पदार्थों का समावेश हो। जैसे; हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, फलों के जूस, पनीर, मछली, अंडे, स्प्राउट्स, सलाद, दही, दूध, छास जैसे पदार्थ पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और उसकी वजह से महिलाओं के शरीर में हार्मोन भी नियंत्रित रह पाते हैं। हार्मोन नियंत्रित रहने पर महिलाओं को स्पॉटिंग की समस्या होने की संभावना कम होती है। शरीर में आयरन की मात्रा उचित होना बहुत ही आवश्यक होता है; ताकि महिलाओं के मासिक चक्र में नियमितता बनी रहे।

५) सही जीवन शैली –

बिगड़ी हुई जीवनशैली महिलाओं में मासिक चक्र के अनियमितता को साथ लेकर आती है। इसीलिए, महिलाओं को रोजाना तौर पर एक्सरसाइज, योग, प्राणायाम इन जैसे प्रैक्टिस का अभ्यास जरूर करना चाहिए। प्राणायाम अंदरुनी रूप से हारमोंस को बैलेंस करने में बहुत ही कारगर प्रैक्टिस साबित होती है। इसी के साथ , योग और एक्सरसाइज शरीर के सभी हिस्सों की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करते हैं।

अगर महिलाओं को स्पॉटिंग की समस्या हो रही है; तो उस समस्या से राहत पाने के लिए किसी विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार उचित प्रकार के एक्सरसाइज तथा योग का अभ्यास जरूर करना चाहिए। इसी के साथ, महिलाओं को तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन का भी अभ्यास करना चाहिए। मेडिटेशन के साथ-साथ; तनाव से राहत पाने के लिए महिलाएं गाने सुनना, बुक्स पढ़ना, गार्डनिंग करना जैसे अन्य छंदों का भी सहारा ले सकती है।

बिना पीरियड के स्पॉटिंग होने की दवा की जानकारी – Bina Periods Ke Spotting Hone Ki Dawa

महावारी को छोड़कर अगर महिलाओं को स्पॉटिंग की समस्या होती हैं और कुछ ही दिनों में बंद हो जाती है; तो यह आम समस्या मानी जाती हैं और इसके लिए किसी विशेष ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती हैं।

लेकिन, अगर महिलाओं को लंबे समय के लिए स्पॉटिंग हो रही है और दिन में सेनेटरी पैड बदलने की जरूरत पड़ रही है; तो महिलाओं को बिल्कुल भी देर नहीं करनी चाहिए और तुरंत गाइनेकोलॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए।

डॉक्टर स्थिति की गंभीरता के अनुसार आपके स्पॉटिंग का कारण पता लगाने की कोशिश करते हैं। एक बार स्पॉटिंग का सही कारण पता लग जाए; तो डॉक्टर आगे की ट्रीटमेंट करवाने की सलाह देते हैं।

इसी के साथ, जो महिलाएं मेनोपॉज के दौर से गुजर रही है; उनको अपने सेहत का खास ख्याल रखना बहुत ही आवश्यक होता है। मेनोपॉज के बाद भी अगर आपको ब्लीडिंग या स्पॉटिंग हो रही है; तो तुरंत डॉक्टर की सलाह ले। क्योंकि, यह खतरनाक साबित हो सकता है।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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