नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज हम चर्चा करेंगे गर्भनिरोधक गोलियों के बारे में । दोस्तों, हम सभी जानते हैं; पिछले कुछ सालों से कॉरपोरेट वर्ल्ड में महिलाओं की संख्या और उनका योगदान काफी मात्रा में बढ़ चुका है। कॉरपोरेट वर्ल्ड के हर क्षेत्र में महिलाएं मर्दों से कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है और सफलता हासिल कर रही है। ऐसे में, शादीशुदा होने के बावजूद कुछ सालों तक महिलाएं बच्चा पैदा करने से परहेज कर देती है।

फैमिली प्लानिंग करने के लिए वह कुछ समय जरूर लगाती है। खुद के करियर को आगे बढ़ाते हुए जीवन में सफल होने की कामना करते हुए वह अनचाही गर्भावस्था से छुटकारा पाने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती है। गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से महिलाएं अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा पाने के साथ-साथ; मुक्त होकर सेक्स लाइफ को आनंद से जीती है।

गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन सबसे सफल और सुरक्षित उपाय होता है; जिसके तहत महिलाएं लगभग ९० से ९५% तक अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा पाने में सफल हो पाती है। हालांकि, कुछ महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने के बाद कई प्रकार के साइड इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं।

साथ ही, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन हमेशा डॉक्टर की सलाह के अनुसार और उनके बताए गए दिशा निर्देशों के अनुसार करना ही उचित माना जाता है। अपने आप से किसी भी गर्भनिरोधक गोली का सेवन करने से बचें। क्योंकि, मार्केट में तो कई सारे गर्भनिरोधक गोलियों का विकल्प मौजूद होता है।

इनमें से आप के लिए कौन सी बेहतर है; यह बात आपको डॉक्टर समझा कर बता सकती है और आप उनके दिशानिर्देशों के अनुसार ही गोलियों का सेवन कर सकती हैं। ऐसा करने से आपको उन गोलियों की वजह से साइड इफेक्ट भी हो जाता है; तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर इस समस्या का हल भी निकाला जा सकता है।

तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; हमेशा से महिलाओं के भरोसे पर खरी उतरी गर्भनिरोधक गोलियों के बारे में पूरी जानकारी।

गर्भनिरोधक गोली क्या काम करती है ? Garbhnirodhak Goli Kya Kam Karti Hai ?

गर्भनिरोधक गोली क्या काम करती है
गर्भनिरोधक गोली क्या काम करती है

दोस्तों, हम सभी जानते हैं; कि गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन अनचाही प्रेगनेंसी से छुटकारा पाने के लिए महिलाओं द्वारा किया जाता है। लेकिन, इसके पीछे ऐसा कौन सा प्रिंसिपल है; जो महिलाओं को गर्भ धारण करने से रोकता है? तो आइए जानते हैं।

हम सभी जानते हैं; कि गर्भधारण करने के लिए अंडे का अंडाशय से बाहर आना जरूरी होता है और शुक्राणुओं के साथ उसका फर्टिलाइज होना भी जरूरी होता है। अंडे की बाहर आने की प्रक्रिया को “ओवुलेशन” कहते हैं; जिसमें प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन दोनों ही हार्मोन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन दोनों हारमोंस की मात्रा अगर सही हो; तो ओवुलेशन की प्रक्रिया बहुत ही उचित रूप से होकर महिलाएं गर्भ धारण कर लेती है।

लेकिन, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने के बाद प्रोजेस्ट्रोन और एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में बदलाव आ जाते हैं; जिसकी वजह से अंडाशय से अंडा बाहर नहीं निकल पाता है। इसी कारणवश, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने के बाद गर्भधारणा की सामान्य प्रक्रिया नहीं हो पाती है।

गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने के बाद इन गोलियों में मौजूद हार्मोन कभी-कभी यूट्रस लाइनिंग को भी प्रभावित करते हैं; जिसकी वजह से अंडा गर्भाशय यूट्रस लाइनिंग से नहीं जुड़ पाता है और गर्भधारण की प्रक्रिया नहीं हो पाती है।

गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से गर्भाशय ग्रीवा के आसपास मौजूद म्यूकस अधिक गाढ़ा हो जाता है; जिसकी वजह से शुक्राणु अंडे तक और गर्भाशय तक नहीं पहुंच पाते हैं और गर्भधारणा की प्रक्रिया सफल नहीं हो पाती है।

गर्भनिरोधक गोली कब खाना चाहिए ? Pregnancy Rokne Goli Kab Khana Chahiye ?

दोस्तों, आजकल तो विभिन्न प्रकार के गर्भ निरोधक गोलियां आ गई है; जिनका सेवन महिलाएं अपने आप सही कर लेती हैं। लेकिन, हर गर्भनिरोधक गोली हर महिला के लिए उपयुक्त साबित नहीं होती है। कई गर्भनिरोधक गोलियों में दो प्रकार के हारमोंस का मिश्रण होता है; तो कई गोलियों में सिर्फ एक ही प्रकार के हार्मोन इस्तेमाल किया जाता है।

इसीलिए, अपने लिए उचित प्रकार के गर्भनिरोधक गोली का चयन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें और उनके दिशानिर्देशों के अनुसार ही गर्भनिरोधक गोली का सेवन करें।

हर महिला की उम्र, उसका शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य और यौन स्वास्थ्य इन सभी चीजों पर गर्भनिरोधक गोली का सेवन करने से प्रभाव पड़ता है और इन चीजों को ध्यान में रखते हुए ही डॉक्टर आपको उचित प्रकार की गर्भनिरोधक गोली की सलाह देते हैं।

आमतौर पर, गर्भनिरोधक गोली का सेवन एक निश्चित और तय समय पर किया जाता है। अध्ययन के अनुसार और डॉक्टर की सलाह के अनुसार, मासिक धर्म के ५ दिनों के अंदर गर्भनिरोधक गोली का सेवन करना शुरू करना चाहिए।

अगर आप का मासिक धर्म शुरू होकर ५ दिन बीत चुके हैं और अब आप को गर्भनिरोधक गोली का सेवन करना है; तो गोली के सेवन के साथ अगले ७ दिनों तक शारीरिक संबंध बनाते समय कंडोम का इस्तेमाल करना आवश्यक होता है।

ध्यान रहे; गर्भनिरोधक गोली का सेवन निश्चित समय पर रोजाना तौर पर किया जाना चाहिए। अगर एक दिन की गोली भी चूक जाती है; तो गर्भधारणा होने की संभावना बनी रहती है। अगर महिलाएं पहले से ही कुछ शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए गोलियों का सेवन कर रहे हैं; तो इसके बारे में डॉक्टर को सूचित अवश्य करें।

साथ ही, अगर आप किसी अन्य स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से जूझ रही है; तो किसी भी गर्भनिरोधक गोली का सेवन अपने आप करने से बचें और गर्भनिरोधक गोली का सेवन करने से पहले डॉक्टर से उचित परामर्श अवश्य लें।

गर्भनिरोधक गोली खाने से लड़की प्रेग्नेंट नहीं होती है क्या ? Garbhnirodhak Goli Khane Se Ladki Pregnant Nahi Hoti ?

दोस्तों, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन ही अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। अगर कोई लड़की या महिला हाल फिलहाल में बच्चा नहीं चाहती हैं और गर्भधारणा नहीं करना चाहती है; तो वह डॉक्टर की सलाह के अनुसार उचित प्रकार की गर्भनिरोधक गोली का सेवन कर सकती है।

हालांकि, हर लड़की के उम्र, उसके शारीरिक, मानसिक और यौन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ही गर्भनिरोधक गोली का सेवन करने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जाती है और उनके दिशानिर्देशों के अनुसार ही गर्भनिरोधक गोली का सेवन करना सुरक्षित माना जाता है। गर्भनिरोधक गोली का सेवन एक बेहतरीन और सुरक्षित गर्भनिरोधक उपाय है; जिसके तहत महिलाओं को अनचाही गर्भावस्था से लगभग ९० से ९५% सुरक्षितता प्रदान होती है।

गर्भनिरोधक गोलियां खाने के नुकसान – Garbhnirodhak Goli Khane Ke Nuksan

दोस्तों, गर्भनिरोधक गोलियां भले ही गर्भनिरोधक का सबसे बेहतरीन और सुरक्षित उपाय माना जाता होगा। लेकिन, कई महिलाओं को इन गोलियों का सेवन करने के बाद तरह-तरह के साइड इफेक्ट्स और शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो जाती है। गर्भनिरोधक गोलियों का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं।

  1. गर्भनिरोधक गोलियों का अतिरिक्त सेवन करने से कई महिलाओं के अंदर चिड़चिड़ा हट उत्पन्न होकर उनका मूड हमेशा खराब होने की समस्या हो जाती है। ऐसी महिलाएं भावनात्मक रूप से बहुत ही कमजोर हो जाती हैं और उन्हें डिप्रेशन का भी अनुभव होने लगता है।
  2. अगर महिलाओं के पहले बच्चे को जन्म दिया है और वह उसे ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं; तो ऐसे में उन्हें गर्भनिरोधक गोली का सेवन अत्याधिक मात्रा में बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि, अनचाही प्रेगनेंसी से छुटकारा पाने के लिए महिलाओं द्वारा किया गया गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन उनके ब्रेस्ट मिल्क के उत्पादन पर प्रभाव डालता है और ब्रेस्ट में दूध का उत्पादन कम हो जाता है।
  3. अत्याधिक मात्रा में किया गया गर्भनिरोधक गोली का सेवन महिलाओं को मोटापे के शिकार बना देता हैं। क्योंकि, इन गोलियों का सेवन करने के बाद शरीर के विभिन्न अंगों में वाटर रिटेंशन की समस्या हो जाती है।
  4. गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक मात्रा में सेवन करने से महिलाओं में कामेच्छा की कमी देखी जाती है।
  5. अत्यधिक मात्रा में गर्भनिरोधक गोली का सेवन करने से महिलाओं में डिप्रेशन की समस्या उभरकर आती है और वह मानसिक तनाव में रहने लगती है।
  6. गर्भनिरोधक गोलियों का अत्याधिक सेवन करने के बाद महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान होने वाले लक्षणों में भी कुछ बदलाव देखने को मिलते हैं। जैसे; वॉटर रिटेंशन, उल्टी, मतली, स्तनों में सुजन, सिर दर्द, मूड स्विंग्स आदि। मासिक धर्म खत्म हो जाने के बाद भी यह सारे ही लक्षण बरकरार रहने पर डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक होता है।

गर्भनिरोधक गोलियां ज्यादा क्यों नहीं खाना चाहिए ? Garbhnirodhak Goliya jyada nahi khana chahiye kya ?

गर्भनिरोधक गोलियों का अत्याधिक सेवन करने से महिलाओं के शारीरिक, मानसिक एवं यौन स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है। कई महिलाओं को गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने के बाद विभिन्न प्रकार के साइड इफेक्ट्स देखने को मिलते हैं; जिनसे उनका शारीरिक स्वास्थ्य में बिगाड़ा जाता है। इसलिए, महिलाओं को हमेशा ही अपने पूरे ही स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन केवल और केवल डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।

गर्भनिरोधक गोलियों का सही इस्तेमाल कैसे करें ? Unwanted Pregnancy Rokne Ki Goli Ka Sahi Istmal

गर्भनिरोधक गोलियों का सही इस्तेमाल
गर्भनिरोधक गोलियों का सही इस्तेमाल

दोस्तों, जैसे कि हमने देखा; गर्भनिरोधक गोलियों के भी दो प्रकार होते हैं; जिसमें मुख्य तौर पर मासिक धर्म के अनुसार ली जाने वाली गर्भनिरोधक गोलियां और शारीरिक संबंध बनाने के तुरंत बाद लिए जाने वाली इमरजेंसी गर्भनिरोधक गोलियां ऐसे दो प्रकार होते हैं।

अब आप किस प्रकार की गर्भनिरोधक गोली का इस्तेमाल या सेवन करने की सोच रहे हैं; इस बात पर इसका सेवन करने का तरीका और समय निर्धारित होता है। अगर आप मासिक चक्र के अनुसार ली जाने वाली गर्भनिरोधक गोली के इस्तेमाल के बारे में सोच रही हैं; तो इनमें भी दो प्रकार होते हैं।

सबसे पहला प्रकार होता है; कंबाइंड गर्भनिरोधक गोली, जिसमें प्रोजेस्ट्रोन और एस्ट्रोजन दोनों ही हार्मोन पाए जाते हैं और दूसरा प्रकार होता है; जिसमें सिर्फ एक प्रकार का हार्मोन प्रोजेस्ट्रोन ही मौजूद होता है। मासिक धर्म के अनुसार ली जाने वाले गर्भनिरोधक गोली का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।

आमतौर, पर इस गोली का सेवन नियमित रूप से निश्चित समय पर करना आवश्यक होता है। अगर एक भी गोली का डोस रह जाता है; तो गर्भधारणा होने की संभावना बनी रहती है। इसीलिए, इन गोली का सेवन निश्चित समय पर जरूर करें।

अब बात करेंगे, शारीरिक संबंध बनाने के तुरंत बाद के लिए जाने वाली इमरजेंसी गर्भनिरोधक गोलियों के बारे में। इन गोलियों के भी दो प्रकार होते हैं। पहला होता है शारीरिक संबंध बनाने के २४ घंटे के अंदर ली जाने वाली गोली और दूसरा सेक्स करने के बाद ७२ घंटे के भीतर ली जाने वाली गर्भनिरोधक गोली।

अगर आप असुरक्षित यौन संबंध बनाते हैं और आपको अनचाहे प्रेगनेंसी से छुटकारा पाना है; तो केवल और केवल डॉक्टर की सलाह के अनुसार शारीरिक संबंध बनाने के तुरंत बाद लिए जाने वाली इन दो गोलियों में से किसी भी गोली का सेवन करना आपके लिए सुरक्षित और लाभदायक माना जाता है।

किस उम्र से लड़कियां गर्भनिरोधक गोली का सेवन कर सकती हैं ? Pregnancy Rokne Ki Goli Ka Sevan Kis Age Se Kare ?

आमतौर पर, लड़कियों में किशोरावस्था के दौरान माहवारी शुरू हो जाती है; उसके लगभग दो से तीन साल बाद तक लड़की या यौन रूप से पूरी तरीके से परिपक्व हो जाती है। लड़कियों द्वारा गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन किस उम्र से किया जाना चाहिए; इस बारे में हर एक की राय अलग अलग हो सकती है और हर लड़की अपनी मर्जी के अनुसार इन गोलियों का सेवन कर सकती है। हालांकि, उम्र चाहे कोई भी हो; लड़कियां या महिलाएं सिर्फ और सिर्फ डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करें।

सबसे बेस्ट ५ गर्भनिरोधक गोली के नाम- Best Pregnancy Rokne Ki Goli Ka Naam

सबसे बेस्ट गर्भनिरोधक गोली के नाम
सबसे बेस्ट गर्भनिरोधक गोली के नाम

दोस्तों, हम आपको कुछ बेहतरीन गर्भनिरोधक गोलियों के विकल्प के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं; इन पर आप जरूर गौर करें और डॉक्टर की सलाह के अनुसार गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करें।

१) आई पिल इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल – I-Pill Emergency Contraceptive Pill

आई पिल इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल
आई पिल इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल

दोस्तों, मेडिकल पर बिना डॉक्टर के पर्चे के मिलने वाली इस गोली को खाने से महिलाएं अनचाहे गर्भावस्था के टेंशन से मुक्त हो पाती हैं। आमतौर पर, असुरक्षित यौन संबंध बनाने के लगभग १२ से २४ घंटों के बीज इस गोली का सेवन करने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जाती हैं। इन गोलियों का सेवन करने के बाद कुछ महिलाओं को सिर दर्द, उल्टी, जी मिचलाना, दस्त, थकान, चक्कर आना, पेट के निचले हिस्से में दर्द होना और असामान्य रक्तस्त्राव की समस्या हो सकती हैं।

अगर आपको कोई शारीरिक स्वास्थ्य संबंधित समस्या है जैसे; अस्थमा, ह्रदय रोग, ब्लड क्लोट की समस्या, एनीमिया की समस्या, लिवर या किडनी से जुड़ी बीमारियां, हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्याएं आदि समस्याएं होने पर इस दवाई का सेवन अपने आप से बिल्कुल भी ना करें। अगर आप स्तनपान करानेवाली माता है; तो इस दवाई का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना आपके लिए उचित और योग्य माना जाता है।

२) अनवांटेड ७२ टैबलेट – Unwanted 72 Tablet

अनवांटेड ७२ टैबलेट
अनवांटेड ७२ टैबलेट

इस गोली का सेवन असुरक्षित यौन संबंध बनाने के लगभग ७२ घंटों के बीच और भीतर करने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जाती हैं। इन गोलियों का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। अगर आप असुरक्षित यौन संबंध बना लेती हैं; तो जितना जल्दी हो सके इस गोली का सेवन करें; तो आपको जल्द से जल्द असर दिखने लगता है। इन गोलियों का सेवन करने के बाद भी कई महिलाओं को विभिन्न प्रकार के साइड इफेक्ट्स के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक होता है।

३) सहेली टैबलेट – Saheli tablet

सहेली टैबलेट
सहेली टैबलेट

दोस्तों, भारतीय महिलाओं सहेली गर्भनिरोधक टेबलेट का सेवन लगभग १५ से २० साल से होता आ रहा है और महिलाओं में यह गोली बहुत ही प्रसिद्ध है। यह एक नॉन स्टेरॉयडल गोली है; जिसमें किसी भी प्रकार के हार्मोन का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसीलिए, इस गोली का सेवन करने के बाद महिलाओं को साइड इफेक्ट्स भी कम ही देखने को मिलते हैं। इस दवाई का सेवन करने का तरीका भी थोड़ा अलग होता है। सहेली टेबलेट एक अलग प्रकार की गर्भनिरोधक गोली है; जिस को सही तरीके से खाना भी आवश्यक होता है। पहले ३ महीनों में इस गोली का सेवन हफ्ते में दो बार फिर बाद में हफ्ते में एक बार करने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जाती है।

४) यास्मीन – Yasmin Tablet

यास्मीन टैबलेट
यास्मीन टैबलेट

दोस्तों, यासमीन गर्भनिरोधक गोली का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार करना आवश्यक होता है। माहवारी शुरू होने के पहले दिन से इस गोली को लेना शुरू करना होता है और पूरे महीने तक इसका सेवन बरकरार रखना होता है। एक पैक में २१ गोलियां होती हैं। एक पैक खत्म हो जाने के बाद ७ दिन रुके और नए पैक से इसका सेवन फिर से शुरू करें। अगर आप इसका डोस मिस कर देते हैं; तो शारीरिक संबंध बनाते दौरान आप कंडोम का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस गोली को निश्चित समय पर लेना आवश्यक होता है; तभी इसके उचित परिणाम देखने को मिलते हैं।

गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन निश्चित समय पर करना बहुत ही आवश्यक होता है। अगर आपको पहले से ही कोई बीमारी है और उस बीमारियों से संबंधित दवाइयों का इलाज चल रहा है; तो आप डॉक्टर को इस बारे में सूचित जरूर करें और तभी यासमीन गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करें। अगर आपको इस गोली का सेवन करने के बाद दस्त, जी मिचलाना, उल्टी, सिर दर्द, स्पॉटिंग, स्तनों में दर्द, वजन बढ़ना जैसी समस्याएं हो रही है; तो डॉक्टर से संपर्क करें।

५) याज बर्थ कंट्रोल पिल – Yaz Birth Control Pill

याज बर्थ कंट्रोल टैबलेट
याज बर्थ कंट्रोल टैबलेट

इस गोली में प्रोजेस्टिन और एस्ट्रोजन हार्मोन का कॉन्बिनेशन मौजूद होता है। इस गोली के एक पैकेट में २८ गोलियां उपलब्ध होती है; जिनको मासिक धर्म के पहले दिन से शुरू करना होता है। इस गोली का सेवन आपको अनचाहे गर्भावस्था से छुटकारा दिलाने में मददगार होता है।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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