नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप ? आज हम पीरियड में नहाना चाहिए क्या ? इसके बारे में जानेंगे | माहवारी के दौरान एक महिला को कई सारी परेशानियों से गुजरना पड़ता है। मांसपेशियों की ऐंठन और खिंचाव, पेट दर्द, कमर दर्द, पेट के निचले हिस्से में ऐठन और दर्द तथा सिरदर्द जैसी शारीरिक पीड़ा से गुजरती हुई महिलाएं काफी परेशान हो जाती है।
मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है; जिससे हर महिला गुजरती है। हर महीने आने वाला मासिक धर्म मेनोपॉज तक महिलाओं के शरीर में काफी सारे बदलाव आने का कारण होता है। लेकिन, मासिक धर्म की प्रक्रिया महिलाओं के जीवन में आनंद भी लेकर आती हैं; क्योंकि मासिक धर्म की प्रक्रिया मां बनने की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
मासिक धर्म की प्रक्रिया के दौरान महिलाओं को कुछ चीजें करने से परहेज किया जाता है। जैसे; मंदिर में ना जाना, पूजा ना करना, रसोई घर में खाना न बनाना किसी, मंगल कार्य में जाने से मना करना जैसे परंपराओं का चलन हमारे भारत देश में पुराने जमाने से होता आ रहा है।
कई महिलाएं बड़े ही आनंद से इस इन सभी प्रथाओं को निभाती हैं। लेकिन, कुछ ऐसे प्रथाएं भी हैं; जिनसे महिलाओं को काफी दिक्कत होती है। भारतीय समाज में पुराने जमाने से चलती आ रही बुरी प्रथा में से एक है; माहवारी के दौरान ना नहाना।
लेकिन, माहवारी के दौरान नहाने से तो आप पीरियड हाइजीन को मेंटेन कर सकते हैं। लेकिन, पुराने जमाने में से महिलाओं को पीरियड के दौरान नहाने से मना किया जाता था। आजकल की महिलाएं शिक्षित हो गई है और इन सभी चीजों पर वह ध्यान नहीं देती हैं।
आजकल की महिलाओं को पता है; कि महावारी के दौरान स्वच्छता और स्वास्थ्य का ख्याल रखना कितना जरूरी होता है। इसलिए, वह मासिक धर्म के दौरान भी रोजाना नहाती है; जिसके तहत वह योनि में होने वाले इन्फेक्शन से सुरक्षित रह पाती है।
तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; पीरियड में नहाने के बारे में पूरी जानकारी।
पीरियड में कितने दिन में नहाना चाहिए ? Periods Me Kitne Din Me Nahaye ?
मासिक धर्म के दौरान महिला को योनि से रक्तस्राव होता है तथा हेवी ब्लीडिंग होने पर योनि के आसपास के क्षेत्र में भी खून त्वचा में लग जाता है। योनि में गीलापन की वजह से और योनि के आसपास के हिस्से में लगे खून की वजह से महिलाओं को त्वचा संबंधित समस्याएं होने की संभावना मासिक धर्म के दौरान सबसे अधिक होती है।
इसीलिए, महिलाओं को पीरियड हाइजीन मेंटेन करना भी आवश्यक होता है; ताकि वह किसी भी इंफेक्शन से सुरक्षित रह सके। पीरियड हाइजीन मेंटेन करने का सबसे बेहतरीन तरीका होता है; मासिक धर्म के दौरान रोजाना दिन में दो बार नहाना।
दोस्तों, बेशक पीरियड में रोज नहाना ही चाहिए; तभी महिलाओं का स्वास्थ्य बरकरार रहने में मदद मिलती है। अगर महिलाएं पीरियड के दौरान नहीं नहाती हैं; तो उनके पीरियड हाइजीन खराब हो जाती हैं और योनि का इन्फेक्शन होने की संभावना अधिक रहती हैं।
पीरियड में क्यों नहीं नहाना चाहिए ? Period Me Kyo Nahi Nahaye ?
पीरियड में ना नहाने का कोई कारण ही नहीं बचता है। अगर पीरियड के दौरान सही तरीके से नहाया जाए; तो आप कई तरह के इन्फेक्शन से बचने में सफल हो पाती हैं। अगर आप पीरियड में नहीं नहाती हैं; तो आप कई सारे इंफेक्शन का शिकार होने की आशंका बनी रहती हैं। पीरियड में ना नहाने का कोई कारण ही नहीं है।
पुराने जमाने में महिलाओं को रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल किए जाने वाले पानी को बहुत दूर-दूर से लाना पड़ता था। तभी के दिनों में आज के जैसे हर घर में नलों की सुविधा नहीं थी। इसीलिए, महिलाओं को माहवारी के दौरान भी पानी को लेने के लिए मीलों तक का जाने की जरूरत ना पड़े; इसलिए महिलाओं को माहवारी के दौरान नहाने से ही परहेज किया जाता था; जो कि गलत था।
पीरियड में कौन से दिन सिर धोना चाहिए ?
दोस्तों, हर महिला का स्वास्थ्य अलग होता है। इसीलिए, हर महिला की माहवारी और उस दौरान उसे होने वाला रक्तस्त्राव का समय भी अलग अलग होता है। कई महिलाओं को ५ दिनों की माहवारी आती है; तो कईयों को सिर्फ तीन से चार दिनों की। ऐसे में, महावारी के दौरान किस दिन सिर धोना चाहिए; यह माहवारी के दिनों में होने वाले रक्त स्त्राव पर निर्भर होता है।
जितने दिनों तक आपको रक्त स्त्राव होता है; उस के दूसरे दिन आप सिर्फ हो सकती हैं। मानों, किसी महिला को तीन से चार दिनों तक रक्त स्त्राव होता है; तो उसे पीरियड के पांचवें दिन सिर धो लेना चाहिए। कई महिलाओं को ६ से ७ दिनों तक रक्त स्त्राव होता है; तो ऐसी महिलाओं को सातवें या आठवें दिन सिर धोना चाहिए।
क्या आप के पीरियड पर नहाना बूरा है ? Kya Mahwari Me Nahana Bura Hai ?
बिल्कुल नहीं! दोस्तों, मासिक धर्म के दौरान नहाना तो बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक साबित होता है। बल्कि, हम तो कहेंगे; कि मासिक धर्म के दौरान आप दिन में दो बार नहाएं। हल्के गुनगुने पानी के मदद से दिन में दो बार नहाने से मासिक धर्म के दौरान होने वाली शारीरिक पीड़ा कम करने में काफी हद तक मदद मिलती है।
यहां तक; कि मासिक धर्म के दौरान होने वाले पीड़ा के कारण कई महिलाएं मानसिक तनाव काफी अनुभव करने लगती है। इस समस्या का निवारण करने के लिए और मानसिक तनाव को कम करने के लिए महिलाएं मासिक धर्म के दौरान दिन में दो बार हल्के गुनगुने पानी की मदद से जरूर नहाए।
पीरियड में नहाने से आपकी शारीरिक पीड़ा तो कम होती ही है; उसके साथ ही मानसिक तनाव कम करने में भी मदद मिलती है और पीरियड हाइजीन को मेंटेन रखा जा सकता है; जिसके तहत आप योनि के इन्फेक्शन से सुरक्षित रह पाती है।
क्या हम पीरियड के दौरान बाथ टब में जा सकते हैं ? Periods Me Bath Tub Me Nahana
कई महिलाओं को रोजाना बाथटब में नहाने की आदत होती है। ऐसे में, माहवारी के दौरान वह सोचते हैं; कि बाथटब में नहाना सुरक्षित होगा या नहीं? तो इसका जवाब है; कि बाथ टब में आप मासिक धर्म के दौरान भी नहा सकती हैं। सिर्फ आपको इतना ध्यान रखना है;कि मासिक धर्म के दौरान बाथटब में नहाने से पहले उसकी अच्छे से सफाई करें और उसको डिसइनफेक्ट करें।
मासिक धर्म के दौरान बाथरूम में नहाने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखा जाए और उसकी ठीक तरीके से सफाई की जाए; तो महिलाएं आसानी से बाथरूम में नहा सकती हैं। बाथ टब को ठीक तरीके से साफ सफाई करने के बाद इस्तेमाल करने से महिलाएं मासिक धर्म के दौरान होने वाले योनि के इन्फेक्शन से सुरक्षित रह पाती हैं।
पीरियड के दौरान नदी में नहाना चाहिए या नहीं ? Period Ke Dauran Nadi Me Nahaye Ya Nahi ?
दोस्तों, हमारे भारत देश में प्रदूषण की कितनी गंभीर समस्या है; यह तो हम जानते ही हैं। ऐसे में, अगर नदियों का प्रदूषण अधिक बढ़ जाए; तो पीने के पानी के लाले पड़ सकते हैं! पीने का पानी हम सभी को जिंदगी जीने के लिए कितना महत्वपूर्ण होता है; यह हम सभी जानते हैं।
महावारी के दौरान तो नदी में नहाना ही नहीं चाहिए। बल्कि, हम तो यह कहेंगे; कि ऐसे भी सामान्य स्थिति में भी आप नदियों में नहाने से बचे और नदियों को गंदा ना करें। नदी में नहाने से नदी का जल प्रदूषित होता है; जिसका सेवन करने से कई लोग बीमार पड़ने की संभावना रहती है।
इसी के साथ, नदी का जल प्रदूषित होने पर जानवरों में भी बीमारी फैल जाती है। मासिक धर्म के दौरान नदी पर नहाने के बजाय आप नदी का पानी घर पर लाकर उसे गर्म करके नहा सकती हैं। वैसे भी, मासिक धर्म के दौरान ठंडे पानी से नही नहाना चाहिए।
पहले से ही मासिक धर्म के दौरान महिलाओं का शरीर पीड़ा से रहा होता है। ऐसे में, ठंडे पानी से नहाया जाए; तो पीडा बढ़ने की संभावना बनी रहती हैं। मासिक धर्म के दौरान नहाने के लिए हल्के गुनगुने पानी का इस्तेमाल करना चाहिए।
वहीं दूसरी ओर, अगर आप नदी पर मासिक धर्म के दौरान नहाने जाती हैं; तो आपके योनि से होने वाले रक्त स्त्राव के कारण नदी का जल प्रदूषित होता है और पीने के लायक नहीं बचता है। इसलिए, महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान नदी पर नहीं नहाना चाहिए।
पीरियड के दौरान किस प्रकार से नहाना चाहिए ? Periods Me Kaise Nahaye ?
हम आपको बता तो रहे हैं; कि पीरियड के दौरान नहाना चाहिए और दिन में दो बार नहाना चाहिए। लेकिन, क्या आप पीरियड के दौरान नहाने का सही तरीका जानती है? तो आइए जानते हैं, पीरियड के दौरान नहाने का सही तरीका।
मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को दिन में दो बार नहाना चाहिए। इसी के साथ, मौसम कैसा भी हो; महिलाओं को हमेशा हल्के से मीडियम गर्म पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। नहाने के लिए अगर महिलाएं ठंडे या अधिक गर्म पानी का इस्तेमाल करती हैं; तो उनके शरीर के लिए यह नुकसानदायक हो सकता है।
इसीलिए, माहवारी के दौरान नहाते समय मीडियम गर्म पानी का इस्तेमाल करें। महावारी के दौरान नहाते समय आप नहाने के पानी में सेंधा नमक या बाथ सॉल्ट भी डाल सकती हैं। इसका उपयोग करने से माहवारी के दौरान होने वाली शारीरिक पीड़ा कम होने में मदद मिलती है।
मीडियम गर्म पानी से नहाने से महिलाओं को होने वाली शारीरिक पीड़ा कम होती है, महिलाओं के शरीर की मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ता है और मांसपेशियों का आराम मिलता है; जिसकी वजह से वह उनका मूड फ्रेश होने में मदद मिलती है और माहवारी के दौरान होने वाली तकलीफ का सामना आसानी से कर पाती है।
ध्यान रहे, जब भी आप मासिक धर्म के दौरान नहाए; योनि को हल्के गुनगुने पानी की मदद से साफ करें। मासिक धर्म के दौरान योनि पर किसी भी इंटिमेट हाइजीन वॉश का इस्तेमाल ना करें; इससे आपके योनि का पीएच लेवल बिगड़ने की संभावना बनी रहती है।
योनि को बहुत अंदर तक साफ करने की जरूरत नहीं है; आप बाहरी रूप से ही हल्के गुनगुने पानी की मदद से योनि की सफाई कर सकती हैं। नहाने के पहले मासिक धर्म के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले टेंपोन, सेनेटरी पैड या मेंस्ट्रूअल कप को निकालना ना भूलें।
पीरियड में किस वार को बाल धोने चाहिए या नहीं ? Periods Me Balon Ko Dhona
दोस्तों, हमारी भारतीय संस्कृति काफी प्राचीन और समृद्ध है। आज भी कई लोग हैं; जो भारतीय संस्कृति में बताए गए शास्त्र के अनुसार ही जीवन पद्धति जीते हैं। ऐसे में, मासिक धर्म के दौरान किस दिन बाल धोने चाहिए और किस दिन नहीं धोने चाहिए; इसके बारे में भी कई सारी परंपराएं मौजूद हैं।
दरअसल, शास्त्रों के अनुसार, मासिक धर्म के दौरान गुरुवार को बाल धोने से महिलाओं का गुरु कमजोर पड़ जाता है; जो उनके बच्चों और पति के ऊपर असर पड़ता है। इसीलिए, माहवारी के दौरान शास्त्रों के अनुसार गुरुवार के दिन बाल नहीं धोना चाहिए।
इसी के साथ, शास्त्रों के अनुसार, पीरियड के दौरान मंगलवार के दिन बाल धोने से भी जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसीलिए, मासिक धर्म के दौरान मंगलवार को भी बाल नहीं धोने चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, मंगलवार के दिन सुहागन महिलाओं को बाल नहीं धोने चाहिए।
ऐसा करने से उनके पति पर गलत प्रभाव पड़ सकता है। वही, कुंवारी लड़कियां मंगलवार के दिन बाल धो सकती है। शनिवार के दिन बाल धोने से महिलाओं को पैसों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है; इसीलिए महावारी के दौरान महिलाओं को शनिवार के दिन बाल नहीं धोने चाहिए।
महिलाएं सामान्य दिनों में या मासिक धर्म के दौरान शुक्रवार के दिन बाल धो सकती हैं। हिंदू शास्त्र के अनुसार, शुक्रवार माता लक्ष्मी का दिन माना जाता है और घर के लक्ष्मी को गृह लक्ष्मी का मान दिया जाता है। इसी लिहाज से, शुक्रवार के दिन महिलाएं अपने बालों को अवश्य धो सकते हैं; क्योंकि वह शुभ माना जाता है।
तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।