नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप ? आज हम योनि में इन्फेक्शन होने के कारण और इन्फेक्शन इलाज कैसे करे ? इसके बारे में जानने वाले है | एक महिला का जीवन संघर्ष से भरा होता है। किशोरावस्था के दौरान आने वाली माहवारी, शादी के बाद बदलने वाला जीवन, बच्चों को पैदा करना, अधेड़ उम्र में रजोनिवृत्ति का सामना करना जैसे अनगिनत परेशानियों का सामना महिलाएं बड़ी जिद्दि से करती है। महिलाओं के शरीर में पूरे ही महीने में बदलाव होते रहते हैं।
अंदरूनी बदलाव होने की वजह से अंदरुनी रूप से महिलाओं पर इन का जरूर प्रभाव पड़ता है। योनि में इन्फेक्शन होना महिलाओं में काफी आम समस्या मानी जाती है। दुनिया की लगभग हर महिला योनि में इन्फेक्शन की समस्या से गुजरती ही है।
ऐसे बहुत से कम महिलाएं होती हैं; जिन्हें योनि में इन्फेक्शन की समस्या नहीं होती है। योनि में इन्फेक्शन होने पर खुजली, जलन, सफेद पानी जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। महिलाएं इन लक्षणों पर ध्यान नहीं देती है और योनि में इन्फेक्शन बढ़ जाता है; जिसकी वजह से कई अन्य परेशानियां खड़ी हो जाती है।
योनि में इन्फेक्शन होने पर तुरंत इलाज करवाना बहुत ही आवश्यक होता है। क्योंकि, योनि महिला के शरीर का बहुत ही नाजुक, महत्वपूर्ण और कोमल हिस्सा होता है। इसी के साथ, महिलाएं कई तरह के इंटिमेट हाइजीन वॉश के प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने लगी है; जिनमें मौजूद केमिकल महिलाओं के योनि के पीएच लेवल को प्रभावित करते हैं और योनि में इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं।
महिलाओं के वेजाइना में इन्फेक्शन होने के कई अन्य कारण भी मौजूद होते हैं। लेकिन, कारण चाहे कोई भी हो; महिलाओं को योनि में होने वाले इन्फेक्शन तथा अनचाहे बदलाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; महिलाओं के योनि में इन्फेक्शन के बारे में पूरी जानकारी।
योनि में इन्फेक्शन होना यानि क्या होता हैं ? Yoni Me Infection Hona
महिलाओं के योनि में तरह-तरह के बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। इसी के साथ, महिलाओं के योनि में यीस्ट नामक कवक भी मौजूद होते हैं। यह कवक अन्य जीवाणुओं के साथ संतुलन बनाए रखते हैं और अपना काम करते हैं। लेकिन, अगर यह संतुलन बिगड़ जाए; तो महिलाओं को योनि में यीस्ट संक्रमण होता है; जिसके चलते महिलाओं के योनि में इन्फेक्शन हो जाता है।
आमतौर पर, महिलाओं के योनि में होने वाला इंफेक्शन कोई बड़ी समस्या नहीं होती हैं। लेकिन, अगर इसे वक्त पर ठीक ना किया जाए; तो आगे जाकर इसके लक्षण बढ़कर इन्फेक्शन बढ़ने की संभावना अधिक होती है।
हमारे देश में आज भी महिलाओं के जननांगों से जुड़ी समस्याओं के बारे में खुलकर चर्चा करने से लोग कतराते हैं। इसी कारण, महिलाओं को उनके जननांगों में होने वाले परेशानियों के बारे में पूरी तरीके से जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती है। इसी वजह से, महिलाओं को योनि से संबंधित कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है; जो उन्हें पता भी नहीं होती है।
कई बार योनि में इन्फेक्शन होने पर महिलाएं उसे नजरअंदाज कर देती हैं; क्योंकि उन्हें उनके बारे में पता नहीं होता है। इसी वजह से यह संक्रमण बढ़ जाता है। योनि में इन्फेक्शन होने पर खुजली, जलन, सफेद पानी आना, बदबूदार स्त्राव आना जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। योनि में इन्फेक्शन होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक होता है।
योनि में होने वाले इंफेक्शन के प्रकार : Yoni Me Infection ke Prakar
महिलाओं के योनि में होने वाले इन्फेक्शन के निम्नलिखित प्रकार होते हैं।
१) क्लैमाइडिया इन्फेक्शन –
कई बार महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान अधिक मात्रा में रक्तस्त्राव होने की वजह से इस इंफेक्शन का सामना करना पड़ता है। यह इंफेक्शन महिलाओं में यौन संचारित संक्रमण होता है। इस इंफेक्शन का फैलाव शारीरिक संबंध बनाते दौरान वाइट डिस्चार्ज होने की वजह से होता है।
इस इंफेक्शन के तहत; महिलाओं को योनि में जलन, योनि के अंदरूनी हिस्से में दर्द होना तथा योनि में खुजली होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। यह इंफेक्शन “क्लैमीडिया त्राइकोमेथिस” नामक बैक्टीरिया के संक्रमण की वजह से होता है। इंजेक्शन की वजह से महिलाओं के योनि में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और इसके लिए डॉक्टर के पास जाने की जरूरत पड़ सकती है।
२) यीस्ट इंफेक्शन –
यह इंफेक्शन महिलाओं के योनि में होने वाला सबसे आम प्रकार का इंफेक्शन होता है। इस इंफेक्शन के तहत, महिलाओं के योनि में खुजली, जलन जैसा अनुभव होता है। यह इंफेक्शन “कैंडिडा अल्बिकन्स” नामक कवक के प्रकार की वजह से होता है। दरअसल, कैंडिडा महिलाओं के योनि में पहले से ही कम संख्या में मौजूद होती है। लेकिन, महिलाओं के योनि में अगर कैंडिडा की संख्या बढ़ जाती है; तो वह इन्फेक्शन का कारण बनती है। यह इंफेक्शन होने के बाद महिलाओं को पेशाब करते समय अत्याधिक दर्द और पीड़ा महसूस होती है।
३) बैक्टीरियल वेजीनोएसिस –
कैंडिडा यीस्ट की तरह कई तरह के बैक्टीरिया भी महिलाओं के योनि में पहले से ही मौजूद होते हैं। अगर इन बैक्टीरिया की संख्या महिलाओं के योनि में कम हो जाए; तो इसकी वजह से उन्हें योनि का इंफेक्शन हो सकता है। इस इंफेक्शन की वजह से महिलाओं को योनि में सफेद पानी की समस्या हो सकती है। इसी के साथ; इस इंफेक्शन के तहत महिलाओं को खुजली, बदबूदार स्ताव होना, जलन, रेडनेस जैसी अन्य समस्याएं भी होती है।
४) ट्राईकोमोनोएसिस –
अन्य योनि संक्रमण में से यह एक अकेला ऐसा संक्रमण है; जो यौन संचारित संक्रमण होता हैंं। “ट्राइकोमोनास वेजिनेलिस” के कारण यह संक्रमण होता है; जो शारीरिक संबंध बनाते दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलता है। इस संक्रमण की वजह से महिलाओं को मूत्र त्याग करने में काफी परेशानी महसूस होती हैं। इसी के साथ, यह संक्रमण होने के बाद महिलाओं के योनि में जलन को जलन, खुजली, लाल छकत्ते जैसे अन्य समस्याएं भी उत्पन्न हो जाती हैं।
योनि में इन्फेक्शन होने के नुकसान : Vagina Me Infection Ke Nuksan
महिलाओं के वेजाइना में इन्फेक्शन होने से उनको कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। महिलाओं के योनि में इन्फेक्शन हो जाने के बाद उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है।योनि का इन्फेक्शन महिलाओं में काफी आम समस्या मानी जाती है। लेकिन, इस समस्या की वजह से उन्हें काफी परेशानी होती है।
महिलाओं में योनि का इंफेक्शन होने पर कई बार उन्हें योनि में खुजली, जलन, इरिटेशन तथा लालिमा जैसी समस्याएं हो जाती है। कई बार महिला के योनि का इन्फेक्शन इतना बढ़ जाता है; कि योनि में से बदबू तार सफेद पानी निकलने लगता है। चूत में इन्फेक्शन होने से महिलाएं कई बार संभोग भी नहीं कर पाती हैं। क्योंकि, इंफेक्शन बढ़ जाने पर महिलाओं को योनि में दर्द तथा सूजन का अनुभव होने लगता है।
योनि में इन्फेक्शन के घरेलू उपाय की जानकारी : Yoni Me Infection ke Gharelu Upay
जैसे ही महिलाओं को वेजाइना में इन्फेक्शन महसूस होने लगता है; वैसे ही महिलाओं को निम्नलिखित घरेलू उपायों को जरूर अपनाना चाहिए। घरेलू उपाय अपनाने से इंफेक्शन को बढ़ने से आप रोक सकती हैं।
१) जैतुन के पत्ते –
महिलाओं को अगर योनि में इन्फेक्शन की समस्या हो रही है; तो महिलाओं को जैतून के पत्ते के रस का यह प्रयोग जरूर आजमाना चाहिए। सबसे पहले जैतून के पत्तों को ले और उनको एक ग्लास में रख दे। थोड़ी देर बाद इन पत्तों पर वोडका डालें और ढककर लगभग चार हफ्तों तक किसी अंधेरी जगह पर रख दें।
ध्यान रहे, वोडका में यह सारे पत्ते डूब जाने चाहिए। चार हफ्तों के बाद इस मिश्रण को छान लें और इस पानी को अपने योनि पर लगाएं। बेहतर परिणाम के लिए जैतून के पत्तों के रस का यह प्रयोग आप दिन में दो बार कर सकती हैं। जैतून के पत्तों में एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल जैसे औषधीय तत्व पाए जाते हैं; जो योनि में आए संक्रमण को दूर करने में प्रभावी होते हैं।
२) नारियल का तेल –
नारियल का तेल प्राकृतिक गुणों से युक्त औषधि है; जो हम हमारी रोजाना जिंदगी में इस्तेमाल करते ही है। नारियल के तेल की मदद से आप योनि के इन्फेक्शन को ठीक कर सकती है। नारियल का तेल हमारे घर में मौजूद होता ही है। नारियल के तेल को प्रतिदिन दिन में दो से तीन बार अपने योनि पर लगाएं। ऐसा करने से योनि में आया संक्रमण दूर हो जाता है।
नारियल के तेल में एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल जैसे औषधीय तत्व पाए जाते हैं; जो योनि के संक्रमण को बढ़ने से रोकते हैं और योनि का संक्रमण ठीक करने में भी असरदार होते हैं। योनि पर नारियल के तेल का इस्तेमाल करने के साथ-साथ, आप नारियल के तेल को अपने दैनंदिन आहार में भी शामिल कर सकती है। धीरे-धीरे खाने पर आपको नारियल तेल खाने की आदत हो जाती है; जो आज के अंदरूनी स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है
३) दही –
दही को हम प्रोबायोटिक के रूप में जानते हैं; जो हमारे शरीर में मौजूद बैक्टीरिया का उचित संतुलन बनाए रखता है। दही का सेवन हमारे अंदरूनी स्वास्थ्य के लिए भी बहुत आवश्यक होता है। अगर महिलाएं अपने योनि के इन्फेक्शन को ठीक करना चाहती हैं; तो उनको दही का सेवन रोजाना जरूर करना चाहिए। इसी के साथ, आप योनि पर सीधे तौर पर दही का इस्तेमाल करने से भी योनि के संक्रमण से छुटकारा पा सकती है। दिन में दो बार कॉटन की मदद से दही को योनि पर लगाएं और दो। घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दे बाद में हल्के गुनगुने पानी के मदद से योनि को अच्छे से साफ करें। ध्यान रहे, आप जब भी योनि के लिए दही का इस्तेमाल करना चाहे; तब दही सादा होना चाहिए; मीठा वाला दही इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
४) लहसुन –
लहसुन हमारे भारतीय घरों में रोजाना इस्तेमाल होता ही है। लहसुन के बिना तो कोई सब्जी हमारे भारतीय किचन में बनती ही नहीं है! लहसुन का स्वाद थोड़ा उग्र होता है। लेकिन, लहसुन का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही गुणकारी होता है। लहसुन में एंटीबायोटिक, एंटी फंगल जैसे प्राकृतिक औषधीय तत्व पाए जाते हैं; जो हमारे शरीर को मजबूत बनाने के साथ-साथ, रोगों के संक्रमण से सुरक्षित रखते हैं। वेजाइना में इन्फेक्शन को दूर करने के लिए भी महिलाएं लहसुन का प्रयोग कर सकती है।
लहसुन की कुछ कलियां लेकर उन्हें क्रश करें और सीधा योनि के प्रभावित हिस्से पर लगाएं। अगर आपके पास लहसुन उपलब्ध नहीं है; तो आप विटामिन ई का तेल, नारियल तेल और लहसुन के तेल को मिक्स करके योनि के प्रभावित क्षेत्र पर लगा सकते हैं। लहसुन का यह प्रयोग करने से आपको योनि से संक्रमण से तो छुटकारा मिलता ही है; बल्कि योनि में हुआ संक्रमण बढ़ने से भी रोका जा सकता है।
५) टी ट्री ऑयल –
टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल महिलाओं के योनि में हुए इन्फेक्शन को ठीक करने के लिए किया जा सकता है। महिलाओं के योनि में संक्रमण होने पर उन्हें खुजली, जलन का अनुभव होता है। टी ट्री ऑयल में एंटीफंगल के तत्व पाए जाते हैं; जो महिलाओं के योनि में संक्रमण को बढ़ने से रोकते हैं और उसे ठीक भी करते हैं।
एक कप पानी में टी ट्री ऑयल को मिलाएं और उसमें मीठे बादाम का तेल मिलाकर मिश्रण तैयार करें। तैयार मिश्रण को महिलाएं अपने योनि पर कॉटन की मदद से लगाए। दिन भर में आम दो से तीन बार इस मिश्रण को अपने योनि पर लगा सकती हैं। रोजाना टी ट्री ऑयल का यह प्रयोग आपको योनि में फंगल इन्फेक्शन से योनि में हुए इंफेक्शन से बचाते हैं।
योनि के इन्फेक्शन में क्या ख्याल रखें ? Vagina Infection Me Kya Khayal rakhe ?
महिलाओं के योनि में इन्फेक्शन होने के बाद वह उसे नजरअंदाज कर देती हैं और वहीं पर करती कर बैठती है। क्योंकि, यह इंफेक्शन कोई बड़ी समस्या नहीं होता; लेकिन इसकी वजह से उन्हें काफी परेशानियों का सामना जरूर करना पड़ता है। महिलाओं की योनि में इन्फेक्शन होने पर सफेद बदबूदार पानी आना, पीला स्त्राव होना, खुजली, जलन होना, लालिमा, रेड पैचेज आना जैसे अन्य समस्याएं बढ़ जाती है। योनि में इन्फेक्शन होने पर कुछ चीजों का ख्याल रखने से महिलाएं योनि का इन्फेक्शन जल्दी ठीक कर पाती हैं।
- सबसे पहले, तो योनि में इन्फेक्शन होने पर महिलाओं को सेक्स करते दौरान अधिक ख्याल रखना पड़ता है। सेक्स करते वक्त उन्हें दर्द का अनुभव भी होता है। इसको कम करने के लिए महिलाएं अपने पार्टनर को कंडोम का इस्तेमाल करने को बोल सकती हैं; जिससे उनके पार्टनर को उनकी वजह से कोई इंफेक्शन ना हो।
- योनि में इन्फेक्शन होने के बाद महिलाओं को योनि की साफ-सफाई का खास ख्याल रखना चाहिए। नहाते समय हल्के गुनगुने पानी से महिलाएं अपने योनि को साफ कर सकती हैं।
- लेकिन, ध्यान रहे; जब भी आपको योनि का संक्रमण होता है; तो बार-बार अपनी योनि को पानी से नहीं धोना चाहिए। ऐसा करने से आपके योनि में मौजूद बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ सकता है और आपका इंफेक्शन बढ़ सकता है।
- योनि में इन्फेक्शन होने के बाद महिलाओं को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना होता है। अपने खानपान में महिलाओं को तरल पदार्थों का अधिक सेवन करना चाहिए; जिससे योनि का इंफेक्शन ठीक होने में मदद मिलती है। योनि में इन्फेक्शन होने पर हमेशा ही संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए; जो महिलाओं के अंदरूनी स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होता है।
- जब भी महिलाओं को मासिक धर्म शुरू होता है; तब महिलाओं को अपनी योनि की साफ सफाई करना भी आवश्यक होता है। मासिक धर्म आने पर महिलाएं लंबे समय तक एक ही पैड का इस्तेमाल करती है; जो कि गलत होता है। समय समय पर अपना पेड बदलने की कोशिश करें; ताकि गीलेपण की वजह से आपके योनि का इंफेक्शन बढ़ ना सके।
तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।