नमस्कार दोस्तों स्वागत है, आज का हमारा विषय है, योनि में कितने छेद होते हैं ? दोस्तों बहुत सारे लोगों को यह सवाल बहुत ही बेहूदा लगता हो या फिर अश्लील लगता हो लेकिन सच्चाई यही है, कि योनि यह एक स्त्री के शरीर का हिस्सा है। जिसे हर एक भाषा में अलग-अलग प्रकार के नाम है ठीक उसी प्रकार कुछ इस प्रकार के नाम होते हैं; योनि,बुर, चूत,फुद्दी तो दोस्तों यह योनि के नाम आम शारीरिक अंगों के नाम के तरह ही है,और यही शब्द इंटरनेट पर चुप चुपके लोग अधिक इस्तेमाल करते है ओर इसके बारे में जानकारी लेने कहते है। लेकिन हम इंसानों ने इसमें काफी अंतर पैदा कर दिया है, यह सिर्फ हमारे खयाली विचार होते हैं, जो कि इस चीज को बेहूदा या गंदा कहते हैं। लेकिन असलियत तो यही है कि योनि का जो भी नाम हो लेकिन उसके साथ खेलने का मन इच्छा सभी की होती है, और सभी लोग ऐसा करते ही है। अगर लोग योनि के साथ खेल सकते हैं। उसके साथ संबंध बना सकते हैं, तो उस योनि का ही नाम लेने में उन लोगों को शर्म और हिचकिचाहट क्यों होती है।
तो दोस्तों सबसे पहले हम आपको यह बता दें कि आपको अगर योनि,बुर,चूत,फुद्दी इन नामों से घिन आती हो या आपको शर्म महसूस होती हो तो आप यह आर्टिकल पढ़ना यहीं से बंद कर दे। क्योंकि यह आपके दिमाग के विचारों की कल्पना शक्ति बेहूदा हो सकती है।
तो दोस्तों हम आते हैं की योनि में कितने छेद होते हैं ? या फिर बुर में कितने छेद होते हैं ? या फिर चूत में कितने छेद होते हैं ? या फिर फुद्दी में कितने छेद होते हैं ? इनके बारे में गहराई से जानकारी देने वाले हैं। जो आपके दिमाग की जिन्होंने विचार कल्पना को आप से दूर कर देंगे और आप योनि को एक शारीरिक अंग की तरह ही मानेंगे जिसमें आप किसी भी प्रकार की शर्म महसूस नहीं करेंगे।
योनि यानी क्या होता है ?
दोस्तों योनि यह एक औरत का संवेदनशील शारीरिक अंग होता है। जिससे औरत अपना उत्सर्जन करती है, या फिर अपनी कामुक इच्छा को योनि के जरिए करती है, या फिर अपना मासिक धर्म योनि के जरिए ही होता है। दोस्तों योनि जो इंसान को नया जीवन देने वाला एक शारीरिक अंग होता है।
जिसके जरिए महिला और पुरुष दोनों की सहमति से चल संबंध बनाते हैं, और उसके चलते वह हो एक नए जीवन को नए जिंदगी को यानी कि नवजात शिशु को जन्म देते हैं। और जिस तरह से पुरुष को लिंग होता है उसी तरह से औरत को योनि होती है।
लड़की के बुर में कितने छेद होते है?
दोस्तों वैज्ञानिक स्टडी के आधार पर योनि में तीन छेद होते हैं। और तीनों छेदों का एक विशेष कार्य होता है, जिसके बारे में हम आप को गहराई से जानकारी देने वाले है। अधिक लोगों को योनि में केवल एक ही छेद रहता है, यह पता है और उसी से वह औरत अपना उत्सर्जन और अपना शारीरिक संबंध बनाती है, ऐसा लोगों को लगता है लेकिन दोस्तों ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। दोस्तों चूत में 3 छेद होते है, जिस में 2 अधिक महत्वपूर्ण होते है।
यूरेथ्रा योनि का पहला छेद :
यूरेथ्रा यह छेद बुर का पहला छेद है,और यह चुत के ऊपरी हिस्से में होता है। इसे मूत्रमार्ग भी कहते हैं। जोकि स्त्री यह विसर्जन करने के लिए इस्तेमाल करती है। और जब भी स्त्री और पुरुष संबंध बनाते हैं उस वक्त यह छेद बंद हो जाता है। जिससे पुरुष पार्टनर योनि को चूमने का आनंद उठा सकता है, यानी इंटरकोर्स ऑफ सेक्स के समय मूत्र उत्सर्जन बाहर नहीं आता और संबंध बनाते वक्त उत्सर्जन प्रक्रिया बंद हो जाती है। तो इससे आप बिल्कुल निश्चिंत रहें और अपने इंटर कोर्स का पूरी तरह से आनंद ले।
वूलवा चुत का दूसरा छेद :
दोस्तो वूलवा फुद्दी का दूसरा छेद है, जिसे सेक्सुअल ऑर्गन कहा जाता है,वूलवा में रहने वाला छेद वरजाइना के नाम से जानी जाती है। वूलवा यानी कि वजाइना स्त्री के गर्भाशय को जोड़ने का काम करता है। और यह छेद मासिक धर्म के समय खराब खून को बाहर निकालने का काम करता है।
साथ ही साथ संबंध बनाते वक्त लिंग को ऐसी चीज में डालते हैं। और इसी क्षेत्र से नवजात शिशु का जन्म होता है। तो यह योनि का सबसे महत्वपूर्ण छेद होता है।
अनस यह फुद्दी का तीसरा छेद :
अनस यह छेद दरहसल योनि में नही बल्कि कूल्हों के बीच होता है। जो कि योनि से थोड़ा दूर होता है। लेकिन इसे योनि का ही छेद माना जाता है। अनस यह छेद मलत्याग करने के काम आता है। और संबंध बनाते वक्त एनल सेक्स इसी से करते हैं, जो एनल सेक्स सभी को पसंद होता है ऐसा नहीं है जी लोगों को अनल सेक्स पसंद होता है, सिर्फ वही इस जीत के जरिए सेक्स का मजा उठा पाते हैं।
तो दोस्तों यह तीन प्रकार के योनि के छेद होते हैं, इनके बारे में हमने आपको गहराई में जानकारी दी हुई है और जिन व्यक्ति को भी आज तक पता नहीं था वह व्यक्ति इस आर्टिकल को पढ़कर योनि के बारे में गहराई से अभ्यास कर सकते हैं, और अपने मन के भीतर की बुद्धि और ख्याली विचार दूर करने में उनको मदद होगी और अपने प्राइवेट सेक्सुअल लाइफ को भी वह सुधारने में सफल होंगे। धन्यवाद।