नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज का आर्टिकल होने वाला है, स्पर्म फ्रीजिंग इस विषय के बारे में। दोस्तों, फर्टिलिटी क्लीनिक के बाहर बढ़ती हुई भीड़ पूरी ही दुनिया में चिंता का विषय मानी जा रहे हैं। आजकल के जोड़े बच्चे पैदा करने में असमर्थता महसूस करने लगे हैं; जिसके चलते फर्टिलिटी क्लीनिक के बाहर भीड़ बढ़ती हुई नजर आती हैं।

अनगिनत कारणों की वजह से महिलाओं में और पुरुषों में संतान प्राप्ति के मार्ग में आने वाली परेशानियों को देखते हुए मेडिकल साइंस ने काफी सारी नई नई तकनीकों को जन्म दिया है। महिलाओं में और पुरुषों में कई कारणों की वजह से आने वाले बांझपन की वजह से वह प्राकृतिक तरीके से माता-पिता नहीं बन पाते हैं।

ऐसे में, मेडिकल तकनीक के जरिए माता पिता बनने की खुशी वह प्राप्त कर लेते हैं। आईयूआई, स्पर्म डोनेशन, सरोगेसी, आईवीएफ तथा टेस्ट ट्यूब बेबी जैसे तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए महिलाएं तथा पुरुष माता-पिता बनने की खुशी प्राप्त करते हैं। हालांकि, इन सारी प्रक्रियाओं को करने में काफी सारा पैसा खर्च होता है और हर कोई इंसान इस खर्च को अफोर्ड नहीं कर सकता है।

नि:संतानता के श्राप से निपटने के लिए और संतान का सुख प्राप्त करने के लिए इन प्रक्रियाओं के साथ-साथ स्पर्म फ्रीजिंग नामक एक तकनीक उपलब्ध होती है; जिसके बारे में काफी कम लोगों को जानकारी प्राप्त है। स्पर्म फ्रीजिंग करने से भी बांझपन की समस्या से लड़ते हुए महिलाएं तथा पुरुष संतान का सुख प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, इस प्रक्रिया के बारे में काफी कम लोगों को जानकारी है; इसलिए इसका लाभ कई लोग उठा नहीं पा रहे हैं।

तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; स्पर्म फ्रीजिंग के बारे में पूरी जानकारी।

स्पर्म फ्रीजिंग क्या है ? Sperm Freezing Kya hai ?

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दोस्तों, स्पर्म फ्रिजिंग एक ऐसी प्रक्रिया है; जिसके दौरान पुरुष के शुक्राणुओं को स्टोर करके रखा जाता है। इस प्रक्रिया को “सीमेन क्रायोप्रिजर्वेशन” या “स्पर्म बैंकिंग” भी कहा जाता है। इस प्रक्रिया के जरिए पुरुषों के शुक्राणुओं को स्टोर करके रखा जाता है; ताकि भविष्य में जरूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके।

साथ ही, अगर पुरुषों को वृषण से जुड़ी कोई गंभीर समस्या है; तो ऐसी परिस्थिति में स्पर्म फ्रिजिंग करना सबसे फायदेमंद और जरूरी माना जाता है। स्पर्म फ्रीजिंग की प्रक्रिया के तहत शुक्राणुओं को स्टोर करके रखने के लिए वैज्ञानिक विशेष तौर पर शुक्राणुओं की उचित गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए इन्हें लिक्विड नाइट्रोजन में -१९६° स्टोर करके रखते हैं और इस प्रक्रिया के जरिए शुक्राणुओं को कई वर्षो तक संभाल कर स्टोर किया जा सकता है।

स्पर्म फ्रीजिंग करना कौन पसंद करता है ? Sperm Freezing Kon Karta hai ?

दोस्तो, निम्नलिखित विशिष्ट प्रकार के मामलों में लोग स्पर्म फ्रीजिंग करवाना पसंद करते हैं।

  1. जिन लोगों की उम्र बढ़ रही है और उन्हें भविष्य में बच्चे पैदा करने की इच्छा होती है; ऐसे लोग स्पर्म फ्रीजिंग करवाना पसंद करते हैं। क्योंकि, बढ़ते उम्र के साथ शरीर में शुक्राणुओं का उत्पादन, गतिशीलता तथा उनकी मॉर्फोलॉजी बुरी तरीके से प्रभावित होती है। ऐसे में, बढ़ते उम्र के साथ बच्चे पैदा करने के लिए लोग स्पर्म फ्रीजिंग का ऑप्शन चुनते हैं।
  2. यदि किसी कारणवश पुरुषों के जननांगों की सर्जरी होती है या पुरुष नसबंदी करवा लेते हैं; ऐसी परिस्थिति में भविष्य में बच्चे को जन्म देने की संभावना को बनाए रखने के लिए पुरुष स्पर्म फ्रीजिंग का ऑप्शन चुनते हैं।
  3. यदि कोई पुरुष टेस्टीकुलर या प्रोस्टेट कैंसर से ग्रस्त होता है या उसे अभी-अभी कैंसर का निदान हुआ है; ऐसी परिस्थिति में लोग स्पर्म फ्रीजिंग का विकल्प चुनते हैं। क्योंकि, कैंसर के ट्रीटमेंट के दौरान पुरुषों के स्पर्म की गुणवत्ता काफी बुरी तरीके से प्रभावित होती हैं।
  4. यदि पुरुष लंबे समय तक अपने पत्नी से दूर रहता है या अपने प्रोफेशनल जॉब के चलते वह लंबे समय तक अपने पत्नी से नहीं मिल पाता है; ऐसी परिस्थिति में बच्चा पैदा करने की संभावना को बनाए रखने के लिए आप स्पर्म फ्रीजिंग का विकल्प चुन सकते हैं।
  5. कई ऐसे पुरुष होते हैं; जिन्हें काफी चुनौतीपूर्ण काम करना पड़ता है और विभिन्न प्रकार की मशीनों के साथ काम करना पड़ता है; जिससे उनके प्रजनन अंगों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे पुरुष पर स्पर्म फ्रीजिंग का ऑप्शन चुनते हुए बच्चे पैदा करने की संभावना को भविष्य में भी बनाए रख सकते हैं।
  6. जो पुरुष किसी कारणवश टेस्टोस्टरॉन रिप्लेसमेंट थेरेपी को अपनाना चाहते हैं; वह भी स्पर्म फ्रीजिंग का विकल्प चुन सकते हैं।
  7. जो कपल्स प्रजनन उपचार संबंधी उपचार पद्धति को अपनाते हैं या आईवीएफ प्लान कर रहे होते हैं; वह भी डॉक्टर की सलाह के अनुसार स्पर्म फ्रीजिंग कर सकते हैं।

स्पर्म फ्रीजिंग कराने के कारण : Sperm Freezing Ke Karan

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निम्नलिखित कारणों की वजह से कपल्स स्पर्म को फ्रीजिंग करवाने के बारे में सोचते हैं।

  1. अधिक उम्र में बच्चे पैदा करने के बारे में सोचने वाले पुरुष तथा महिलाएं स्पर्म फ्रीजिंग करना चाहते हैं।
  2. जो कपल्स फिलहाल फैमिली प्लानिंग के बारे में नहीं सोचते हैं; ऐसे कपल्स स्पर्म फ्रीजिंग करते हुए भविष्य में बेबी प्लान कर सकते हैं।
  3. जो लोग अपने यौन साथी से दूर रहते हैं; वह स्पर्म को फ्रीजिंग करने के बारे में सोचते हैं।
  4. पुरुष नसबंदी करवाने के बाद भविष्य में बच्चे पैदा करने की संभावनाओं को बनाए रखने के लिए लोग स्पर्म फ्रीजिंग के विकल्प को चुनते हैं।
  5. कुछ मेडिकल कंडीशन जैसे; डायबिटीज, प्रोस्टेट कैंसर, टेस्टिकुलर कैंसर जैसी समस्याओं के तहत बच्चे पैदा करने के लिए लोग स्पर्म फ्रीजिंग को चुनते हैं।

स्पर्म की फ्रीजिंग कहा की जाती हैं ? Sperm Freezing Ki Jagah

अगर आप वीर्य को फ्रीजिंग कराना चाहते हैं; तो आपको आपके डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक माना जाता है। क्योंकि, आमतौर पर स्पर्म फ्रीजिंग स्पर्म बैंक या फर्टिलिटी क्लिनिक में किया जाता है। शुक्राणुओं को फ्रिज करते हुए स्टोर करने के लिए सबसे अच्छी जगह स्पर्म बैंक या फर्टिलिटी क्लिनिक माना जाता है। क्योंकि, स्पर्म सैंपल कलेक्ट करने के लगभग एक से दो घंटे के बीच उसे स्टोर करना और फ्रिज करना जरूरी होता है।

स्पर्म की फ्रीजिंग की प्रक्रिया : Sperm Freezing Ki Process

स्पर्म फ्रीजिंग की प्रक्रिया निन्नलिखित तरीके से होते हैं।

  1. दोस्तों, स्पर्म फ्रीजिंग की प्रक्रिया कराने के लगभग दो से तीन दिन पहले पुरुष को किसी भी प्रकार के यौन गतिविधि में शामिल होने से रोका जाता है और सेक्स ना करने की सलाह दी जाती हैं।
  2. स्पर्म फ्रिजिंग करने से पहले विभिन्न प्रकार के ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जाती है; ताकि पुरुषों में यौन संचारित रोगों की संभावना को अच्छी तरीके से चेक किया जा सके।
  3. बाद में, स्पर्म सैंपल को कलेक्ट करने के लिए आपकी सुविधा के अनुसार वीर्य बैंक या फर्टिलिटी क्लिनिक के एक निजी कमरे में स्पर्म सैंपल कलेक्ट किया जाता है। स्पर्म सैंपल कलेक्ट करने के लिए आप को हस्थमैथुन करने की जरूरत पड़ती है और कुछ मामलों में साथी की सहायता ली जाती हैं। स्पर्म सैंपल एक स्टेराइल कंटेनर में जमा किया जाता है।
  4. अगर आप फर्टिलिटी क्लिनिक या स्पर्म बैंक में वीर्य सैंपल कलेक्ट करने में असहज महसूस कर रहे हैं; तो ऐसी परिस्थिति में आप घर पर रहकर ही सीमेन सैंपल कलेक्ट कर सकते हैं। ऐसी परिस्थिति में आपको लगभग एक सीमेन सैंपल कलेक्ट करने के एक घंटे के भीतर सावधानीपूर्वक उसे जमा करवाना जरूरी होता है।
  5. स्पर्म सैंपल कलेक्ट करने के बाद शुक्राणुओं की मात्रा, आकार, गति तथा उसकी गुणवत्ता की जांच की जाती है। यह जांच करना इसलिए जरूरी होता है; क्योंकि इस जांच के माध्यम से ही आपको स्पम फ्रीजिंग के लिए और कितने सैंपल लगने वाले हैं; इसके बारे में सही जानकारी प्राप्त हो पाती है।
  6. आमतौर पर,संभावित गर्भावस्था को के लिए लगभग ३ से ६ नमूनों को एकत्रित करने की आवश्यकता पड़ती है। नमूने एकत्रित करने की संख्या आपके शुक्राणु की गुणवत्ता पर निर्धारित होती हैं।
  7. इन कलेक्ट किए नमूनों कई अलग अलग शिशियो में या कंटेनर में रखा जाता है और एक लैब टेक्नीशियन के जरीए जमा किया जाता है; जो क्रायोप्रोटेक्टेंट एजेंट के माध्यम से स्पर्म सेल्स को प्रोटेक्ट करने में एक्सपर्ट होता है।
  8. कुछ मामलों में अगर पुरुषों के स्पर्म सैंपल में शुक्राणु मौजूद नहीं होते हैं या किसी कारणवश पुरुष स्खलन करने में असमर्थ हो जाते हैं; ऐसे परिस्थिति में एक सर्जन सीधे अंडकोष से शुक्राणु निकाल सकते हैं।

स्पर्म फ्रीजिंग में कितना खर्चा आता है ? Sperm Freezing Ka Kharcha

दोस्तों, इतने सारी जानकारी प्राप्त करने के बाद आपके मन में सवाल आ रहा होगा; कि वीर्य को फ्रीजिंग करवाने में कितना खर्चा लगता है? दोस्तों, आपको बता दें; कि वीर्य फ्रीजिंग करने में लगने वाला खर्चा, स्थान, समय और क्लीनिक के अनुसार अलग अलग हो सकता है।

वीर्य की फ्रीजिंग के कई मामलों में यह प्रक्रिया बीमा कवर के अंदर भी की जा सकती है। प्रथम वर्ष के लिए वीर्य फ्रीजिंग की कीमत लगभग ५०,००० या इससे ज्यादा भी हो सकती हैं; जिसमें स्पर्म की फ्रीजिंग के दौरान की जाने वाली सभी टेस्टिंग और फ्रीजिंग शामिल होते हैं। परंतु, बाद में प्रतिवर्ष या हर महीने इसकी कीमत अदा करनी पड़ती है। वीर्य की फ्रीजिंग की प्रक्रिया का औसतन खर्चा बताया जाए; तो कम से कम १५,००० से एक लाख तक का खर्चा आता है।

स्पर्म फ्रीजिंग कितना प्रभावी है ? Sperm Freezing Accha hai kya ?

दोस्तों, स्पर्म फ्रीजिंग एक बहुत ही प्रभावी प्रक्रिया होती है; जो कई सालों से सफलतापूर्वक चलती आ रही है। कई मामलों में वीर्य फ्रीजिंग के दौरान कई शुक्राणु सेफ नहीं रह पाते हैं। अगर स्पर्म सैंपल बहुत ही अच्छी गुणवत्ता वाला होता है; तब स्पर्म पिघलने के बावजूद और स्पर्म में कमी होने पर भी एक स्वस्थ गर्भधारणा करने में कोई भी समस्या उत्पन्न नहीं होती है।

अध्ययन के अनुसार, स्पर्म फ्रीजिंग करने के बावजूद शुक्राणु अपने गतिशीलता को नहीं होते हैं और उनमें फ्रेश स्पर्म के जैसे ही फर्टिलाइजेशन की क्षमता मौजूद होती हैं। इसीलिए, वीर्य फ्रीजिंग एक बहुत ही प्रभावशाली और सफलतापूर्वक की जाने वाली प्रक्रिया होती है।

शुक्राणु कितने समय तक जगे रहते हैं ? Kitne Samay tak Sperm Freezing Ho sakti hai ?

दोस्तों, स्टोर किए गए शुक्राणुओं की समाप्ति की कोई भी निश्चित तिथि या समय नहीं होता है। अगर हाई क्वालिटी के स्पर्म सैंपल को सही तरीके से तरल नाइट्रोजन के साथ स्टोर किया जाता है; तो यह अनिश्चित काल तक स्टोर करके या संग्रहित करके सुरक्षित रखा जा सकता है। आधुनिक क्रायोप्रिजर्वेशन टेक्निक इतना प्रगत है; कि इस प्रक्रिया में शुक्राणु का स्वास्थ्य तथा उसकी गुणवत्ता कई सालों तक समान बनी रह सकती हैं।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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