नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप ? शिलाजीत कैप्सूल से सेक्स पॉवर कैसे बढ़ाये ? आज हम जानेंगे | हमारे बिगड़ी हुई जीवनशैली, बदली हुई खानपान की पद्धति और खराब दिनचर्या के चलते हम कई सारे रोगों का शिकार होते जा रहे हैं। विकार होने के कारण हमारे शरीर के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और स्थिति अधिक गंभीर होती जाती हैंं। बढ़ता हुआ तनाव हमारी जीवन शैली पर काफी बुरा प्रभाव डालता है।

बड़े हुए तनाव के कारण भी हमें कई सारे स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जो लोग हमेशा धूम्रपान, शराब, तंबाकू के पदार्थों का सेवन तथा अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं; उनके स्वास्थ्य पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ता है और उन्हें कई सारी बीमारियां होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है।

तबीयत बिगड़ने पर लाजमी है, हम डॉक्टर के पास जाते हैं और दवाइयों का सेवन करके तबीयत में सुधार लाने की कोशिश करते हैं। लेकिन, आज भी कई ऐसे लोग हैं; जो प्राकृतिक जड़ी बूटियों से निर्मित औषधियों का इस्तेमाल करके तबीयत को सुधारने की कोशिश करते हैं। हमारी भारतीय संस्कृति काफी प्राचीन और समृद्ध है।

भारतीय संस्कृति में आयुर्वेद शास्त्र को अधिक महत्व दिया गया है। आयुर्वेद शास्त्र के तहत कई सारे बीमारियों का इलाज संभव हो पाता है। आयुर्वेद शास्त्र में प्राकृतिक रूप से जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करके इलाज करने का प्रसिद्ध है। इन्हीं जड़ी बूटियों में से एक है, शिलाजीत।

हिमालय की गोद में पाया जाने वाला यह एक खनिज पदार्थ होता है; जिसका निर्माण अपने आप होते ही रहता है। ऐसा माना जाता है; कि यूफोरबिया, रायलियाना जैसे पौधों का अपघटन होकर शिलाजीत तैयार होता है। शिलाजीत का सेवन कम मात्रा में करने से भी इसके हजारों फायदे देखने को मिलते हैं।

शिलाजीत का सेवन हमेशा आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार और उनके निर्देशों के अनुसार ही करना उचित होता है। ऐसा माना जाता है; कि शिलाजीत का सेवन करने से शरीर को अनगिनत स्वास्थ्यवर्धक लाभ मिलते हैं। इसी के साथ, शिलाजीत का सेवन कई सारी शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों का इलाज करने में सक्षम होता है।

तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; शिलाजीत कैप्सूल के बारे में पूरी जानकारी।

शिलाजीत कितनी देर में असर करता है ? Shilajit Kitni Der Me Asar DIkhata hai ?

जैसे हमने जाना; कि शिलाजीत तरह-तरह की बीमारियों का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसीलिए, हर बीमारी के लिए सेवन करने के बाद इसका असर अलग-अलग हो सकता है। मतलब, अगर आप स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए शिलाजीत का सेवन कर रहे हैं; तो लगभग ९० दिनों तक आपको रोजाना दिन में दो बार शिलाजीत के कैप्सूल का सेवन करना होगा, तब जाकर आपको लगभग १ से २ हफ्ते में शिलाजीत के कैप्सूल का असर दिखना शुरू होता है।

ऐसे ही विविध प्रकार के विकार का इलाज करने के लिए शिलाजीत कैप्सूल का असर होने का वक्त अलग-अलग हो सकता है। लेकिन, अगर आप किसी शारीरिक समस्या के लिए शिलाजीत के कैप्सूल का सेवन करना चाहते हैं; तो हर बार डॉक्टर या आयुर्वेदिक चिकित्सक से उचित सलाह लेना आवश्यक होता है।

शिलाजीत कैप्सूल कब लेनी चाहिए ? Shilajit Capsule Kab Leni Chahiye ?

शिलाजीत कैप्सूल कब लेना चाहिए
शिलाजीत कैप्सूल कब लेना चाहिए

आमतौर पर, शिलाजीत कैप्सूल रोज खाना खाने के बाद सुबह शाम १-१ कैप्सूल गरम दुध या हल्के गुनगुने पानी के साथ लिया जाता है। बेहतर परिणाम के लिए शिलाजीत कैप्सूल का रोजाना दो बार सेवन करना आवश्यक होता है। इसी के साथ, रात को सोने से पहले और खाना खाने के एक घंटे बाद गर्म दूध के साथ शिलाजीत का एक कैप्सूल लेने से अधिक लाभ देखने को मिलते हैं।

शिलाजीत कैप्सूल कितने दिन खाना चाहिए ? Shilajit Capsule Kitne Din Khana Chahiye ?

आमतौर पर, हर किसी व्यक्ति की शारीरिक समस्या अलग-अलग होती है और दवाइयों के प्रति उनके शारीरिक प्रतिक्रियाएं भी अलग-अलग होती है। कई बार कुछ लोगों में दवाइयों का असर दिखने में थोड़ा वक्त जरूर लग सकता है। इसलिए, बेहतर होगा; कि किसी भी बीमारी के इलाज के लिए शिलाजीत कैप्सूल का सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह जरूर लें। क्योंकि, शिलाजीत कैप्सूल की खुराक का समय और कितने देर तक लेना है; यह बात बीमारी के प्रकार के ऊपर निर्भर होती हैं।

अगर आप ब्लड प्रेशर बढ़ाने के लिए शिलाजीत कैप्सूल का सेवन करना चाहते हैं; तो आपको लगभग १५ से २० दिनों तक इसका सेवन करना होता है। वहीं दूसरी ओर, अगर आप मर्दाना ताकत बढ़ाने के लिए शिलाजीत कैप्सूल का सेवन कर रहे हैं; तो आपको लगभग दो से ढाई महीने तक इसका सेवन करना आवश्यक होता है। तो आप समझ गए होंगे; कि बीमारी के प्रकार के हिसाब से शिलाजीत कैप्सूल का सेवन करने का समय निर्धारित होता है।

एक दिन में कितना शिलाजीत खाना चाहिए ? 1 Din Me Kitna Shilajit Khaye ?

आमतौर पर, एक दिन में ३०० से ५०० मिलीग्राम तक शिलाजीत का सेवन करने की सलाह दी जाती है। लेकिन, शिलाजीत का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें; ताकि आपको इसके एक दिन की खुराक के बारे में सही पता लग पाए और आप सही तरीके से अपने बीमारी का इलाज कर पाए।

क्या हम रात के खाने के बाद शिलाजीत कैप्सूल ले सकते हैं ? Night Me Shilajit Capsule

जी हां! आप रात को सोने से पहले गर्म दूध में शिलाजीत का एक चम्मच पाउडर मिलाकर पी सकते हैं। इसी के साथ, शिलाजीत के कैप्सूल का सेवन भी गर्म दूध या हल्के गुनगुने गर्म पानी के साथ किया जा सकता है। शिलाजीत कैप्सूल का सेवन रात में गर्म दूध के साथ अगर किया जाए; तो यह आपके लिए अधिक स्वास्थ्यवर्धक साबित होता है।

क्या शिलाजीत को ठंडे दूध के साथ ले सकते हैं ? Shilajit Ko Thande Dudh Ke Sath Lena Chahiye kya ?

शिलाजीत को गरम तथा हल्के गुनगुने दूध के साथ भी लिया जा सकता है। इसी के साथ, ठंडे दूध के साथ भी इस कैप्सूल का सेवन किया जा सकता है।

क्या चाय में शिलाजीत ले सकते हैं ? Chai Ke Sath Shilajit

आप शिलाजीत के चाय बनाकर भी पी सकते हैं। इसी के साथ, आप अश्वगंधा और शिलाजीत को मिलाकर भी इसकी चाय बनाकर पी सकते हैं।

शिलाजीत कैप्सूल खाने से क्या फायदा होता है ? Shilajit Capsule Khane Ke Fayde

शिलाजीत कैप्सूल खाने से लिंग के लिए क्या फायदा
शिलाजीत कैप्सूल खाने से लिंग के लिए क्या फायदा

शिलाजीत कैप्सूल का सेवन शरीर को अनगिनत स्वास्थ्यवर्धक फायदे दिलाता है।

१) सेक्सुअल पावर –

शिलाजीत कैप्सूल का योग्य तरीके से सेवन करने से सेक्सुअल पावर में बढ़ोतरी देखी जाती है। जो पुरुष यौन कमजोरी, शीघ्रपतन, स्तंभन दोष जैसी यौन संबंधी समस्याएं झेल रहे हैं; उनको शिलाजीत कैप्सूल का सेवन आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार अवश्य करना चाहिए। शिलाजीत एक ऐसी ताकतवर जड़ी बूटी औषधि है; जो शरीर में शक्ति प्रदान करती है।

इसी के साथ, शिलाजीत कैप्सूल का सेवन करने से पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की लेवल बढ़ती है, शुक्राणुओं की संख्या में इजाफा होता है, वीर्य की गुणवत्ता में सुधार आता है और लिंग की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। इस लिहाज से, शिलाजीत कैप्सूल का सेवन मर्दाना ताकत को बढ़ाता है और सेक्सुअल पावर, टाइमिंग को बढ़ाता है।

२) मुत्र संबंधित समस्याएं –

मुत्र संबंधित समस्याओं का निवारण करने के लिए भी शिलाजीत कैप्सूल का सेवन करने से काफी लाभ देखने को मिलते हैं। अध्ययन के अनुसार, शिलाजीत में इम्यून सिस्टम को बढ़ाने वाले तत्व पाए जाते हैं; जिसके चलते मुत्र संबंधित समस्याओं का निवारण हो पाता है। इसी के साथ, आयुर्वेद में भी मूत्र संबंधित समस्याओं का समाधान पाने हेतु शिलाजीत का सेवन करने का उल्लेख मिलता है।

३) मधुमेह –

मधुमेह के रोगियों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। मधुमेह के साथ-साथ, उन्हें अन्य स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं भी उत्पन्न हो जाती हैं। मधुमेह के मरीजों को डायबिटीज के लक्षणों से राहत दिलाने में शिलाजीत कैप्सूल काफी हद तक मदद कर सकती हैं। शिलाजीत में एन्टी डायबिटिक तत्व पाए जाते हैं; जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। इसीलिए, डायबिटीज के मरीजों को शिलाजीत कैप्सूल का सेवन डॉक्टर की सलाह के अनुसार अवश्य करना चाहिए।

४) एनेमिया –

जिन लोगों को एनीमिया की समस्या होती है; उनको शिलाजीत का सेवन करने से काफी लाभ देखने को मिलते हैं। अध्ययन के अनुसार यह साबित हुआ है; कि शिलाजीत में प्रचुर मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसीलिए, शिलाजीत कैप्सूल का सेवन शरीर में आयरन की आपूर्ति करता है और एनीमिया की समस्या का निवारण करता है। एनीमिया की समस्या हो जाने पर महिलाएं तथा पुरुषों को थकान, कमजोरी का अनुभव होता है। ऐसे में, अगर वह शिलाजीत कैप्सूल का सेवन करते हैं; तो थकान, कमजोरी दूर होती है और एनीमिया की समस्या भी हल हो जाती है।

५) अर्थराइटिस –

अर्थराइटिस के मरीजों को जोड़ों का दर्द, मांसपेशियों की ऐंठन, जोड़ों और मांसपेशियों में सूजन जैसे अनगिनत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अर्थराइटिस के मरीज ठीक तरीके से चलने में, बैठने में, उठने में असमर्थ हो जाते हैं। इसीलिए, अर्थराइटिस का निवारण करने के लिए शिलाजीत कैप्सूल का सेवन करना बहुत ही गुणकारी साबित होता है।

शिलाजीत में सेलेनियम पाया जाता है; जिसमें एंटीइन्फ्लेमेटरी के तत्व मौजूद होते हैं। इसी कारणवश, अगर आप शिलाजीत कैप्सूल का सेवन करते हैं; तो एंटीइन्फ्लेमेटरी तत्व होने के कारण अर्थराइटिस के कारण होने वाले जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत मिल पाती है। शिलाजीत शारीरिक कमजोरी को दूर भगाने में भी कारगर होता है। इसीलिए, अर्थराइटिस के मरीजों को शिलाजीत कैप्सूल का सेवन करना चाहिए।

शिलाजीत खाने से क्या नुकसान होता है ? Shilajit Khane Ke Nukasan

अनगिनत शारीरिक स्वास्थ्य वर्धक लाभ दिलाने वाला शिलाजीत कभी-कभी शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।

  1. शिलाजीत गर्म तासीर वाला होता है। इसलिए, इसका अधिक सेवन सिरदर्द का कारण बन सकता है।
  2. जिन लोगों को रक्तचाप की समस्या है; उनको शिलाजीत का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। क्योंकि, शिलाजीत में ब्लड प्रेशर कम करने वाले तत्व मौजूद होते हैं। ऐसे में, रक्तचाप के मरीजों में शिलाजीत का सेवन जटिलताएं उत्पन्न कर सकता है।
  3. हमने बताया; कि डायबिटीज के मरीजों के लिए भी शिलाजीत का सेवन काफी लाभदायक होता है। लेकिन, अगर आप डायबिटीज के लिए पहले से ही कुछ मेडिसिन ले रहे हैं और उसके साथ अगर आपको शिलाजीत कैप्सूल का सेवन करना है; तो अपने डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर लें।
  4. अशुद्ध रूप से अगर आप शिलाजीत का सेवन करते हैं; तो यह आपके शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। क्योंकि, शिलाजीत में नशा पैदा करने वाले घटक मौजूद होते हैं।
  5. शिलाजीत के अधिक सेवन से शरीर में गर्मी पैदा होती हैं और हाथों, पैरों में जलन पैदा हो सकती है।
  6. शिलाजीत के सेवन से उल्टी होना, बेचैनी महसूस होना और हार्टबीट बढ़ना जैसे जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं।

शिलाजीत कौन सी बीमारी के लिए काम आती है ? Shilajit Ka Ilaj

शिलाजीत का सेवन लगभग हर शारीरिक समस्या का निवारण करने के लिए किया जाता है। आयुर्वेद शास्त्र में शिलाजीत का महत्व काफी ज्यादा है। शिलाजीत पुरुषों में फर्टिलिटी को बढ़ाने के लिए, वीर्य की गुणवत्ता में सुधार लाना, शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाना जैसी स्थितियों के तहत इसका सेवन करने से काफी फायदा देखने को मिलता है। इसी के साथ, शिलाजीत का सेवन एनीमिया की समस्या का समाधान पाने के लिए भी किया जाता है।

अल्जाइमर जैसी बीमारी का निवारण करने के लिए भी शिलाजीत का सेवन करने से काफी लाभ देखने को मिलते हैं। हृदय के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए भी शिलाजीत का सेवन काफी असरदार होता है। अर्थराइटिस और मधुमेह जैसे रोगों के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए भी शिलाजीत का सेवन किया जा सकता है।

सबसे अच्छा शिलाजीत कैप्सूल कौन सा है ? Sabse Best Shilajit

भारत में शिलाजीत कैप्सूल को बनाने वाली कई कंपनियां मौजूद है। लेकिन, इनमें से सबसे बेहतर कुछ चंद कंपनियां ही हैं; जो शुद्ध शिलाजीत का इस्तेमाल करके शिलाजीत कैप्सूल का निर्माण करती हैं। इनमें शामिल है; डाबर, रॉक गोल्ड, पतंजलि, वैद्यनाथ, उपकर्म, झंडू जैसी आयुर्वेदिक प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियां शुद्ध शिलाजीत का इस्तेमाल करके शिलाजीत कैप्सूल का निर्माण करती हैं। यह सारी कंपनियां भारत भारत में सबसे बड़े कंपनीज में से चंद कंपनियां हैं; जो लोगों में काफी प्रसिद्ध और प्रचलित है। लोग इन कंपनियों पर कई सालों से भरोसा करते हैं आ रहे हैं और इनके द्वारा बनाए गए उत्पादों को अपने रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल करते हैं।

शिलाजीत गोल्ड कैप्सुल कैसे लें ? Shilajit Gold Capsule

शिलाजीत गोल्ड कैप्सूल की खुराक निर्धारित करने के लिए डॉक्टर से सलाह लेना सबसे उचित माना जाता है। लेकिन, आमतौर पर, रोज रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध के साथ शिलाजीत कैप्सूल का गोल्ड कैप्सूल का सेवन किया जाता है। इसी के साथ, दोपहर के खाने के बाद हल्के गुनगुने गर्म पानी या दूध के साथ भी शिलाजीत गोल्ड कैप्सूल का सेवन किया जाता है। शिलाजीत गोल्ड कैप्सूल दिन में दो बार खाना खाने के बाद लिया जाता है।

सही शिलाजीत की पहचान कैसे करें ? Sahi Shilajit Ki Pehchan

दोस्तों, मार्केट में डुप्लीकेट यानी बनावट शिलाजीत भी मिलती है। कई सारे लोग ठगीयो के बहकावे में आ जाते हैं और गलत शिलाजीत का सेवन करना शुरू कर देते हैं। सबसे पहले सही शिलाजीत की पहचान होना आवश्यक होता है; ताकि आपको कोई ठग ना सके। अगर आप सही और शुद्ध शिलाजीत का सेवन करेंगे; तभी आपको उचित स्वास्थ्यवर्धक लाभ मिल पाते हैं।

सही और शुद्ध शिलाजीत को अगर आप जलते हुए कोयले पर रखते हैं; तो उसमें से धुआ नहीं उठता है। लेकिन, जलते हुए कोयले पर रखने की वजह से वह बहने लग जाती हैं। इसी के साथ, जब आप शिलाजीत को जीभ पर रखते हैं; तो उसका स्वाद कड़वा होता है। ऐसे में, आपको समझ जाना चाहिए; कि यह शुद्ध शिलाजीत है। शुद्ध शिलाजीत की पहचान करने के लिए शिलाजीत को पानी में डाल दे और अगर शिलाजीत पानी के ऊपर तार की तरह फैलने लगता है; तो समझ जाए, कि वह शुद्ध शिलाजीत है।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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