नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज हम जानेंगे पीरियड्स में व्रत रखना चाहिए या नहीं ? इसके बारे में जानकारी | मासिक धर्म हर महीने की महिलाओं में आने वाली एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। मासिक धर्म के दौरान महिलाओं के लिए कई चीजें वर्जित होती हैं। हमारा भारत देश विविध परंपराओं और संस्कृतियों का देश है। हमारे भारत देश में अलग-अलग धर्म, जाति के लोग रहते हैं और उनकी प्रथाएं भी अलग-अलग होती है।

अपने अपने धर्म और प्रथाओं के अनुसार वह पूजा, पाठ और धार्मिक आचरण करते हैं। हिंदू धर्म में, महावारी के दौरान पूजा पाठ करना वर्जित है, मूर्ति को स्पर्श करना वर्जित है। ऐसे में, अगर किसी त्योहार के बीच या उसके पहले ही मासिक धर्म शुरू हो जाए; तो महिलाएंबड़ी ही नाराज हो जाती है। हर त्यौहार के लिए महिलाओं का एक अलग ही उत्साह होता है।

ऐसे में, भगवान जी की पूजा ना करने के कारण और त्यौहार का आनंद ना उठाने के कारण वह परेशान हो जाती हैं। हिंदू धर्म में धार्मिकता और पूजा-पाठ को अलग ही महत्व प्राप्त है। ऐसे में, माहवारी के दौरान व्रत रखना चाहिए या नहीं; इसके बारे में भी अलग अलग विचारधाराए मौजूद है।

हम सभी जानते हैं; कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को कई सारे शारीरिक पीड़ाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में, अगर लगातार कुछ दिनों तक व्रत रखने की नौबत आ जाएं; तो महिलाएं अधिक कमजोर महसूस करने लगती हैं। इसीलिए, मासिक धर्म के दौरान व्रत रखना चाहिए या नहीं; इस मुद्दे पर अलग-अलग विचार धाराएं होती है। तो दोस्तों, आज जानेंगे मासिक धर्म पीरियड के दौरान व्रत रखना चाहिए या नहीं।

पीरियड्स में व्रत रखे या नहीं ? Periods Me Vrat Rakhe Ya nahi ?

पीरियड्स में व्रत रखना चाहिए या नहीं
पीरियड्स में व्रत रखना चाहिए या नहीं

हिंदू धर्म के अनुसार, मासिक धर्म के दौरान महिलाएं मंदिर में नहीं जा सकती, पूजा पाठ नहीं कर सकती और भगवान की मूर्ति को हाथ भी नहीं लगा सकती हैं। ऐसे में, पीरियड्स में व्रत रखना चाहिए या नही; यह बहुत बड़ा सवाल होता है।

वहीं दूसरी ओर, मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को शारीरिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है। जैसे; थकान, कमजोरी, सिरदर्द, डायरिया, अधिक मात्रा में मांसपेशियों की ऐंठन, पेट दर्द, कमर दर्द। इन सभी समस्याओं का सामना करते करते महिलाएं थकावट महसूस करने लगती हैं। ऐसे में, अगर मासिक धर्म के दौरान लगातार कुछ दिनों तक व्रत करने की बात हो; तो महिलाओं को ज्यादा दिनों तक व्रत नहीं रखना चाहिए।

एक से दो दिनों का व्रत महिलाएं रख सकती हैं। वह भी फलाहार करके, फलों का जूस या दूध पीकर आप व्रत रख सकती है। कभी-कभी ऐसा भी होता है; कि हर महीने आने वाली एकादशी, प्रदोष या संकष्टी चतुर्थी के दिन या उसके पहले माहवारी शुरू हो जाती हैं। तो ऐसे में, महिलाएं चिंतित हो जाती हैं; कि व्रत रखना चाहिए या नहीं?

तो इस बात का जवाब है, हां आप जरूर पीरियड्स में व्रत रखें। आप सभी नियमों का पालन करते हुए व्रत को जारी रखें और पूजा-पाठ वर्जित करें; इससे आपको उतना ही फल मिलेगा, जितना पूजा पाठ करके मिलता है। क्योंकि, मासिक धर्म एक नियमित चक्र है; जो कभी भी किसी भी दिन हो सकता है।

लेकिन, अगर ज्यादा दिनों तक व्रत रखने की बात आए; तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि, महिलाओं के शरीर में महावारी के दौरान पोषक तत्वों की कमी होने के कारण उनका बीपी कम होकर चक्कर आना, अधिक मात्रा में कमजोरी महसूस होना जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में, अगर व्रत अधिक दिनों तक रखा जाए; तो जटिलताएं बढ़ सकती हैं।

व्रत रखने के बाद पीरियड्स आए तो क्या करें ? Vrat Rakhne Ke Bad PEriods Aaye to ?

दोस्तों, कभी-कभी ऐसा भी होता है; कि व्रत रखने के बाद मासिक धर्म शुरू हो जाता है। ऐसे में, महिलाएं असमंजस में आ जाती है; कि अब क्या करें? सबसे पहले, व्रत रखने के बाद माहवारी शुरू हो जाए; तो व्रत के नियम आप जारी रखें।

पूजा-पाठ या मंदिर में जाने को वर्जित करके आप व्रत के अन्य नियमों का वैसे ही पालन कर सकती है; जैसे आप सामान्य दिनों में करती हैं। सबसे पहले तो हमें इस बात को समझना है; कि मासिक धर्म कोई भी अशुभ बात नहीं है। यह हर महीने आने वाली एक प्राकृतिक प्रक्रिया है; जिसे रोकने की काबिलियत इंसानों में नहीं है। भगवान की पूजा और उनका आशीर्वाद पाने के लिए हम व्रत रखते हैं।

भगवान के प्रति श्रद्धा और आस्था इंसानों के विचार, शुद्ध भावना तथा आचरण से जुड़ी होती हैं; जिसका शरीर से कोई संबंध नहीं होता है। अपने हाथों से भगवान की पूजा करने का शरीर तो सिर्फ एक दरिया होता है। भगवान को आपके मन की शुद्धि और पूरी आस्था ही आकर्षित करती हैं। इसीलिए, अगर व्रत रखने के बाद मासिक धर्म शुरू हो जाए; तो पूरी आस्था, लगन और श्रद्धा के साथ, सभी नियमों का उचित पालन करते हुए आप व्रत जारी रखें।

दोस्तों, मासिक धर्म के दौरान व्रत रखा जा सकता है। लेकिन, जैसे कि हमने कहा; मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को थकान एवं कमजोरी महसूस होती हैं। इसीलिए, व्रत करने पर फलाहार, फलों का जूस या दूध का सेवन अवश्य करें; ताकि आपको कमजोरी महसूस ना हो। अधिक दिनों तक व्रत रखने से बचें; क्योंकि इससे मासिक धर्म के दौरान आपको अधिक मात्रा में कमजोरी महसूस हो सकती हैं।

सबसे पहले, अगर व्रत रखने के बाद भी पीरियड शुरू हो जाए; तो मन में कोई शंका या संकोच ना रखें। दिल से, सच्चे मन से अपने भगवान की प्रार्थना करें और व्रत जारी रखें।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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