नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज के लिए लेख में हम शादी के बाद औरत बिना सेक्स के कितने दिनों तक रह सकती है ? इसके बारे में जानने वाले है | हमारे धर्मशास्त्र में ऐसा कहा जाता है; कि जब भगवान ने यह दुनिया बनाई तब उसने इंसान को बड़े ही आनंद और श्रद्धा, लगन लगाकर बनाया। इसी के साथ l भगवान ने स्त्री को बनाते समय बहुत ज्यादा समय लगाया; क्योंकि स्त्री ही एक ऐसी व्यक्ति होती है; जो अपना खुद का घर छोड़कर किसी और घर में जाकर उनकी दुनिया बसाने में और उनकी दुनिया खुशहाल बनाने में सक्षम है।

इसीलिए, भगवान ने स्त्री को बनाने में अधिक समय लगाया और स्त्री पर जिम्मेदारियां भी सौंपी गई। दोस्तों, एक स्त्री के जीवन किसी संघर्ष से कम नहीं होता है। जब वह किशोरावस्था में आती है; तब उसके माहवारी शुरू होती है, शादी के बाद उसका सहजीवन शुरू होता है, बच्चे पैदा करने के बाद उनका लालन-पालन करने में उसका सारा समय व्यतीत होता है और अधेड़ की उम्र में वह रजोनिवृत्ति के दौर से गुजरती है।

इसीलिए, महिलाओं के जिंदगी में ताउम्र बदलाव देखे जाते हैं और यह बदलाव शारीरिक एवं मानसिक अंदरूनी एवं बाहरी रूप से होते हैं। इन सभी बदलावों के साथ स्त्री को एडजस्ट करने में समय जरूर लगता है। लेकिन, वह अंदर से बहुत मजबूत होती हैं और बहुत ही मजबूत इरादे के साथ हर बदलाव का सामना करती हैं।

एक विवाहित स्त्री का जीवन आसान नहीं होता है। हर किसी को रिझाए रखना, खासकर पति को हमेशा खुश रखना उसका परम कर्तव्य माना गया है। विवाहित स्त्री के जिंदगी में कई बार उतार चढ़ाव भी देखे जाती हैं और पति के साथ अनबन होने पर भी उसे पति के साथ रहने को कहा जाता है।

ऐसे में, अगर पति के साथ अनबन हो जाती हैं; तो वह अंदर से काफी दुखी हो जाती हैं। इसीलिए, विवाहित स्त्री के मन में शारीरिक संबंध बनाने के बारे में भी कई सारे बदलाव देखे जा सकते हैं। यह तो निर्धारित है; कि कोई भी स्त्री हो, उस स्त्री के लिए पति का प्यार और सम्मान अधिक जरूरी होता है; ना कि सिर्फ शारीरिक संबंध बनाना!

एक विवाहित स्त्री अगर ठान ले, कि उसे अपने इंद्रियों पर कितनी मर्यादा रखनी है; तो वह बहुत ही आसानी से शारीरिक संबंध बनाने का अपने मन में ऐसे विचार निकाल कर फेंक देती हैं। लेकिन, अगर उसका वैवाहिक जीवन बहुत ही अच्छा चल रहा है; तो वह बड़े ही शारीरिक संबंध बड़े ही आनंद के साथ बनाती हैं।

तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; एक विवाहित स्त्री के जीवन में शारीरिक संबंध बनाना कितना मायने रखता है और वह कितने दिनों तक बिना शारीरिक संबंध बनाए रह सकती हैं; इसके बारे में पूरी जानकारी।

शादी के बाद क्या सेक्स करना चाहिए ? Shadi ke Bad Sex :

शादी के बाद सेक्स करना चाहिए
शादी के बाद सेक्स करना चाहिए

दोस्तों, हमारे भारत देश की संस्कृति में आज भी कई इलाकों में सिर्फ अरेंज मैरेज यानी माता-पिता द्वारा जोड़े गए संबंधों के जरिए ही शादियां होती हैं। अरेंज मैरिज में दो अनजान लोग एक दूसरे से जीवन भर के लिए जुड़ जाते हैं। ऐसे में, उनको एक दूसरे को जानने पहचानने में थोड़ा वक्त जरूर लग सकता है।

एक दूसरे को जानने के बाद जब वह एक दूसरे से आश्वस्त हो जाते हैं और एक दूसरे पर पूरा भरोसा करने लगते हैं; तब शारीरिक संबंध बनाने की प्रक्रिया उनके प्यार को और बढ़ाने का काम करती है। शादी होने के बाद में बच्चा पैदा करने के लिए भी शारीरिक संबंध बनाना बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

शारीरिक संबंध बनाने के बाद पति पत्नी शारिरिक रूप से एक दूसरे के करीब तो आते ही हैं; बल्कि मानसिक रूप से और भावनिक रूप से भी वह एक दूसरे से जुड़ जाते हैं। एक दूसरे में प्यार, सम्मान और विश्वास की भावना बरकरार रखने के लिए शादी होने के बाद महिला एवं पुरुष शारीरिक संबंध बनाना आवश्यक होता है। क्योंकि, यही वह जरिया होता है; जिसके तहत वह एक दूसरे से हमेशा ईमानदार रहने में सफल हो पाते हैं।

शादी शुदा औरत के जीवन में सेक्स संबंध कितना मायने रखता है ? Shadi Shuda Aurat Ke Jivan Me Sex :

दोस्तों, सेक्स हम सभी की जिंदगी का एक अभिन्न और महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। लेकिन, हमारे समाज में आज भी सेक्स के विषय के बारे में चर्चा करने से लोग परहेज कर देते हैं। दुनिया भर के लोग सेक्स के बारे में आसानी से चर्चा करते हुए दिखाई देते हैं। लेकिन, भारत देश में इसके बारे में चर्चा करना अच्छा नहीं माना जाता है।

इसीलिए, बचपन से ही हमारे मन में इस विषय को लेकर काफी उत्सुकता होती हैं। अब पुरुष जाहिर तौर पर सेक्स के बारे में बातें करते हैं और उनको इसकी इजाजत भी होती हैं। लेकिन, खासकर भारतीय महिलाओं में इस बात को छेड़ने से कोई भी कतराता है।

क्योंकि, बचपन से ही हमें सिखाया जाता है; कि सेक्स एक बुरी चीज होती है और इसके बारे में चर्चा बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए। इसी कारणवश, भारतीय महिलाओं में सेक्स के बारे में चर्चा करने से और जाहिर तौर पर सेक्स के बारे में अपना अनुभव बताने से संकोच देखा जाता है। हालांकि, स्त्री चाहे कोई भी हो; वह अंदरूनी रूप से बहुत ही मजबूत और प्रगल्भ होती है।

इसीलिए, कई बार ऐसे भी होता है; कि जीवन के हालात, अनुभव और कड़वी सच्चाई को जानने के बाद कई महिलाओं के जीवन में शारीरिक संबंध बनाने की यह प्रक्रिया उतनी मायने नहीं रखती है; जितना एक मर्द के जीवन में रखती हैं। अगर महिलाओं का वैवाहिक जीवन या लव रिलेशनशिप अच्छा चल रहा है; तो एक स्त्री पूरे ही समर्पण के साथ अपने सेक्स पार्टनर के साथ बहुत ही आनंद से सेक्स का पूरा आनंद उठा पाती है।

लेकिन, अगर उसका लव रिलेशनशिप या वैवाहिक जीवन में कोई भी तंगी या अनबन चल रही है; तो वह शारीरिक संबंध बनाने की प्रक्रिया को उतना महत्व नहीं देती है। एक महिला के जीवन में उसके लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण उसका आदर, सम्मान और उसकी भावनाओं का सम्मान करना होता है।

लेकिन, कई पुरुष ऐसे होते हैं; जो सिर्फ शारीरिक रूप से संबंध बनाना पसंद करते हैं और एक महिला की भावनाओं का आदर नहीं करते हैं। ऐसे में, वह महिला अंदरुनी रूप से बहुत दुखी हो जाती है और उसे शारीरिक संबंध बनाने की प्रक्रिया में कोई भी दिलचस्पी नहीं रह जाती है।

शादी के बाद पत्नी को खुश रखने के लिए महीने में कितने बार संबंध बनाना चाहिए ? Mahine Me Aurat ke Sath kitne bar Sex Kare?

दोस्तों, आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम एक दूसरे को वक्त देने में असमर्थ हो गए हैं। लेकिन, हम सभी जानते हैं; कि एक दूसरे से भावनीक रूप से जुड़ाव बढ़ाने के लिए हमें हमेशा ही प्रयत्नशील रहना चाहिए; तभी एक रिश्ता पनपने में और स्वस्थ रहने में मदद मिल पाती है।

हमारे जिंदगी में ऐसे कई पड़ाव आते हैं; जहां हमारा रिश्ता डामाडोल और डगमगा सकता है। लेकिन, यही वह वक्त होता है; जहां हमें एक दूसरे का पूरी तरीके से साथ निभाना होता है और उसका जरिया हो सकता है; शारीरिक संबंध बनाना!

जी हां! शारीरिक संबंध बनाना ना सिर्फ एक दूसरे को शारीरिक रूप से संतुष्ट करना होता है; बल्कि मानसिक रूप से भी हम एक दूसरे से जोड़ने में सफल हो पाते हैं। शारीरिक संबंध बनाने के जरिए ही हम मां बाप बनने की खुशी प्राप्त कर पाते हैं; जिस बच्चे को देखकर हम हमेशा हमारी बीती हुई जिंदगी, खुशी के और दुख के पल याद करते हैं।

शादी होने के बाद कुछ सालों तक हम बड़े ही आनंद के साथ एक दूसरे से शारीरिक संबंध बनाते हैं। लेकिन, जैसे-जैसे हमें जीवन की कड़वी सच्चाई और अनुभव पता लगने लगते हैं; वैसे-वैसे जोड़े में अनबन पैदा हो जाती हैं और सेक्स पर उसका काफी प्रभाव पड़ता है।

बढ़ती उम्र, स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं, पारिवारिक जिम्मेदारियां, बच्चों की जिम्मेदारियां, प्रोफेशनल जॉब की जिम्मेदारियां इन सभी कारणों की वजह से हो सकता है; कपल्स के बीच में थोड़ी अनबन हो जाए या झगड़ा हो जाए। लेकिन, इसका परिणाम सेक्स लाइफ पर जरूर होता है।

अगर आपको अपनी सेक्स लाइफ हमेशा हेल्दी रखनी है; तो इन सभी चीजों को दरकिनार करते हुए अपने पत्नी के साथ में आपको महीने में कम से कम ८ से १० बार शारीरिक संबंध जरूर बनाना चाहिए। आप ऐसा नियम ही बना ले, कि चाहे कोई भी अनबन हो जाए; आप हमेशा एक दूसरे के साथ इमानदार रहेंगे और परेशानियों को सुलझाने के लिए प्रयत्नशील रहेंगे।

परेशानियों को सुलझाने के लिए सेक्स एक बहुत ही अच्छा जरिया साबित हो सकता है। हम सभी जानते हैं; कि सेक्स के जरिए ना सिर्फ बच्चे पैदा कर सकते हैं; बल्कि सेक्स करने से हमारे शरीर को कई सारे अनगिनत स्वास्थ्यवर्धक लाभ भी मिल पाते हैं।

एक दूसरे के रिलेशनशिप में आए तनाव को कम करने के लिए शारीरिक संबंध बनाना एक उचित उपाय साबित हो सकता है। महीने में ८ से १० बार शारीरिक संबंध बनाने का दूसरा कारण यह भी है; कि आपके पार्टनर को आपका अटेंशन मिलते रहना चाहिए और उसे यह न लगे कि मेरा पार्टनर अब मुझे इग्नोर कर रहा है।

एक विवाहित स्त्री बिना सेक्स के कितने दिनों तक खुश रह सकती हैं ? Aurat Bina Sex ke Kitne Din Khush Rahegi ?

दोस्तों, जैसे कि हमने कहा; एक महिला का जीवन किसी संघर्ष से कम नहीं होता है। शादी होने के बाद तो यह संघर्ष अधिक बढ़ सकता है। शादी होने के बाद हर किसी की मर्जी संभालना और पति को हमेशा खुश रखना किसी चैलेंज से कम नहीं होता है!

आजकल ऐसे कई जोड़े मिल जाते हैं; जिनमें हमेशा ही अनबन बनी रहती हैं और फिर भी एक मर्द एक महिला को शारीरिक संबंध बनाने के लिए जबरदस्ती करता है। लेकिन, यह बहुत ही गलत गलत बात है और ऐसे मर्दों को अपने आप पर बहुत ही शर्मिंदगी महसूस करने की जरूरत होती है।

एक महिला की बात की जाए; तो उसके जीवन में शारीरिक संबंध बनाना उतना महत्व नहीं रखता है; जितना कि उसका आदर और भावनिक सम्मान रखता है। एक महिला की जिंदगी बहुत ही छोटी होती हैं और उसके दायरे भी बहुत कम होते हैं। उसका परिवार, उसका पति और उसके बच्चे ही उसका पूरा जीवन होते हैं।

ऐसे में इतनी सारी जिम्मेदारियां निभाने के बाद भी अगर महिला को उचित सम्मान और आदर नहीं मिलता है; तो वह अंदर से टूट जाती हैं और बड़े हिम्मत के साथ इन सभी परेशानियों का सामना करती है। लेकिन, एक पति अगर अपने पत्नी का सम्मान नहीं करता है; तो एक पत्नी अपने पति के साथ शारीरिक संबंध बनाने में अधिक रुचि नहीं रखती हैं।

अगर उसका पति उसे मार रहा है पीट रहा है और उसका बिल्कुल भी सम्मान नहीं कर रहा है; तो ऐसे महिला पूरा जीवन बिना शारीरिक संबंध बनाए बिता सकती है। इसी के साथ, अगर किसी महिला को शारीरिक रूप से कोई पीड़ा हो रही है या कोई गंभीर बीमारी का का सामना कर रही है; तो ऐसी परिस्थिति में भी वह बिना शारीरिक संबंध बनाए पूरा जीवन बिता सकती हैं।

शादी होने के बाद ज्यादा दिनों तक सेक्स ना करने के नुकसान : Shadi ke Bad Sex na Karne ke Nuksan :

शादी होने के बाद ज्यादा दिनों तक सेक्स ना करने के नुकसान
शादी होने के बाद ज्यादा दिनों तक सेक्स ना करने के नुकसान

शादी होने के बाद अगर लंबे समय तक सेक्स ना किया जाए; तो शरीर को नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं।

१) मासिक धर्म में परेशानी –

जब कोई महिला शादीशुदा होने के बावजूद लंबे समय तक शारीरिक संबंध नहीं बनाती हैं; तो मासिक धर्म में होने वाले दर्द एवं ऐठन से उन्हें गुजारना पड़ता है। दरअसल, मासिक धर्म के दौरान तो हर महिला को पेट में दर्द मांसपेशियों में खिंचाव एवं ऐठन देखने को मिलती है। लेकिन, शारीरिक संबंध बनाने की प्रक्रिया के दौरान महिलाओं के गर्भाशय में संकुचन उत्पन्न होता है; जिसकी वजह से मासिक धर्म में होने वाली पीड़ा कम होने में मदद मिल पाती है।

लेकिन, अगर महिला लंबे समय तक सेक्स नहीं करती है; तो मासिक धर्म के दौरान होने वाली यह पीड़ा बढ़ सकती है। कई बार तो ज्यादा समय तक सेक्स ना करने की वजह से महिलाओं के हारमोंस में असंतुलन आ जाता है; जिसके तहत महिलाओं के मासिक धर्म में अनियमितता देखी जा सकती है।

२) कामेच्छा में कमी –

लंबे समय तक सेक्स ना करने से महिलाओं में कामेच्छा की कमी आ जाती है। इसी कारणवश, कई महिलाओं को शारीरिक संबंध बनाने में कोई भी रुचि नहीं रह जाती हैं और भावनिक रूप से वह दुखी रहने लगती हैं। कभी-कभी महिलाओं में कामेच्छा की कमी इतनी बढ़ जाती है; कि शारीरिक संबंध बनाने के बाद भी वह पूरी तरीके से संतुष्ट नहीं हो पाती है और आनंद का अनुभव नहीं हो पाता है।

३) स्ट्रेस –

अध्ययन के अनुसार, जो लोग नियमित रूप से सेक्स करते हैं; तनाव से दूर रहने में उन्हें मदद मिल पाती है। लेकिन, जो लोग लंबे समय तक सेक्स नहीं करते हैं; उनमें हमेशा ही तनाव बना रहता है। इसके पीछे बहुत बड़ा साइंटिफिक कारण है।

दरअसल, शारीरिक संबंध बनाते समय हमारे शरीर में एंडोर्फिन नामक हार्मोन रिलीज होता है; जिससे फीलगुड हार्मोन भी कहा जाता है। इस हार्मोन का स्त्राव होने की वजह से हमारे शरीर में तनाव कम होने में और हमें खुशी का अहसास होने में मदद मिल पाती हैं। जो महिलाएं लंबे समय तक सेक्स नहीं करती है; वह हमेशा तनावपूर्ण जीवन का अनुभव करने लगती है।

४) कमजोर इम्यूनिटी –

अध्ययन के अनुसार यह साबित हो चुका है; कि जो लोग नियमित रूप से सेक्स का आनंद लेते हैं; उनके प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत होने में मदद मिल पाती है। लेकिन, लंबे समय तक सेक्स ना करने की वजह से रोग प्रतिकारक क्षमता कम हो जाती हैं। जो महिलाएं अधिक समय तक सेक्स नहीं करती हैं; उनके शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है।

५) हस्थमैथुन की आदत –

अधिक देर तक सेक्स ना करने की वजह से हमारे जननांगों में पैदा हुई उत्तेजना को शांत करने के लिए लोग हस्तमैथुन करने लगते हैं। ऐसे में, कई लोगों को जननांगों की उत्तेजना शांत करने के लिए हस्तमैथुन की लत लग जाती है।

जो महिलाएं नियमित रूप से सेक्स नहीं करती है और किसी शारीरिक पीड़ा या मानसिक पीड़ा का अनुभव कर रहे हैं; वह अपने सेक्सुअल डिजायर को शांत करने के लिए हस्तमैथुन का सहारा लेती हैं। लेकिन, बार-बार हस्तमैथुन करने से महिलाओं को इसकी लत लग जाती है; जो उनके स्वास्थ्य के लिए खतरा साबित हो सकता है।

पत्नी का प्यार बरकरार रखने के लिए कितनी बार सेक्स करना चाहिए ? Pyar Pane Ke Liye Kitna Sex Kare :

दोस्तों, वैवाहिक जीवन में एक दूसरे के प्यार को और सम्मान को बरकरार रखने के लिए महिला एवं पुरुष दोनों को हमेशा ही प्रयत्नशील रहना चाहिए। चाहे कोई भी बात हो, बड़ी या छोटी; उस को समझने में दोनों का बराबरी में हिस्सा होना चाहिए। सिर्फ एक तरफा प्यार यह सम्मान किसी भी रिश्ते के लिए घातक साबित हो सकता है।

अगर आपको अपने पत्नी का प्यार बरकरार रखना है; तो उसके शारीरिक एवं भावनिक जरूरतों का भी आपको सम्मान करना जरूरी होता है। पत्नी का प्यार बरकरार रखने के लिए शारीरिक संबंध बनाना भी उतना ही जरूरी होता है।

पत्नी की भावनिक एवं शारीरिक जरूरतें होती हैं; जो वह खुले तौर पर बताने में हमेशा ही शर्माती है। इसीलिए, यह पति की जिम्मेदारी होती है; कि वह उसके भावनाओं को समझें और उसकी जरूरतों को पूरा करने की कोशिश करें।

कई बार ऐसा भी होता है; कि एक बार शारीरिक संबंध बनाने के बावजूद पत्नी पूरी तरीके से संतुष्ट नहीं हो पाती है। ऐसे में, पति को उसकी जरूरत का ख्याल रखते हुए एक ही दिन में दो बार शारीरिक संबंध बनाना चाहिए।

ऐसा करने से पत्नी शारीरिक और मानसिक रूप से खुशी का अनुभव करती है और उसे यह एहसास हो जाता है; कि मेरा पति मेरा सम्मान करता है। दोस्तों, पत्नी का प्यार पाने के लिए ना सिर्फ उसकी शारीरिक जरूरतों का ख्याल रखना होता है; बल्कि उसकी भावनाओं का आदर करना भी उतना ही जरूरी होता है।

अगर सही में आप अपने पत्नी से प्यार करते हैं; तो आप उसकी शारीरिक जरूरतों का ख्याल जरूर रखेंगे और उसकी मर्जी के हिसाब से ही शारीरिक संबंध बनाना पसंद करेंगे।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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