नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज का आर्टिकल होने वाला है, फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के कारण लक्षण और उपचार इस विषय के बारे में। दोस्तों, महिलाओं के शरीर की बनावट किसी चमत्कार से कम नहीं है! महिलाओं को भगवान ने इस तरीके से बनाया है; कि वह प्रकृति के नियम के अनुसार एक जीव को अपने अंदर पालती हैं और बच्चे को जन्म देती है।

पिछले कुछ सालों से महिलाओं के शरीर में बढ़ती हुई फर्टिलिटी की समस्याएं पूरी ही विश्व में चिंता का कारण माना जा रहा है। महिलाओं में बांझपन आने की वजह से वह प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करने में तथा बच्चे को जन्म देने में असमर्थ हो जाती हैं।

महिलाओं के मासिक धर्म अनियमितता, पीसीओडी, पीसीओएस, गर्भाशय की कमजोरी, फॉलिकल्स का निर्माण ना होना या फॉलिकल्स के क्वालिटी में कमी, फैलोपियन ट्यूब के ब्लॉक होना जैसे अनगिनत समस्याओं की वजह से महिलाएं अपने आप में यौन रूप से कमजोरी का अनुभव करने लगती हैं और उनके यौन जीवन पर इसका बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है।

महिलाओं के फेलोपियन ट्यूब में रुकावट होना या ब्लॉक होना एक ऐसे ही समस्या है; जिससे कई सारी महिलाएं परेशान हो जाती हैं। फैलोपियन ट्यूब महिलाओं के जननांगों का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है; जो गर्भधारण करने में काफी हद तक जिम्मेदार माना जाता है। अगर फेलोपियन ट्यूब में किसी तरह की रुकावट आती है या ब्लॉक हो जाते हैं; तो वह प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करने में असमर्थ हो जाती हैं।

तो आइए दोस्तों, आज जानेंगे; फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के कारण, लक्षण तथा उपचार के बारे में पूरी जानकारी।

फैलोपियन ट्यूब में रूकावट क्या होती हैं ? Fallopian Tube Blockage Kya Hoti hai ?

फैलोपियन ट्यूब में रूकावट क्या होती हैं ?
फैलोपियन ट्यूब में रूकावट क्या होती हैं ?

दोस्तों, महिलाओं के गर्भाशय के दोनों ओर दो पतली ट्यूब होती हैं; जो एक विकसित अंडे को ओवरी से गर्भाशय तक लाती आती हैं; इन्हीं दोनों ट्यूब को “फैलोपियन ट्यूब” कहां जाता हैं। जब विकसित अंडे फेलोपियन ट्यूब से होते हुए गर्भाशय तक आते हैं; तब फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया होती है और फैलोपियन ट्यूब फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।

ऐसे में, अगर मान लो फेलोपियन ट्यूब में किसी तरह की रुकावट या ब्लॉक है; तो अंडाशय से गर्भाशय तक अंडा नहीं पहुंच पाता है और फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया भी नहीं हो पाती हैं; जिसके चलते महिला गर्भवती होने में नाकाम हो जाती हैं। जब किसी समस्या की वजह से अंडाशय से अंडे गर्भाशय तक नहीं पहुंच पाते हैं; तो इस समस्या को “फैलोपियन ट्यूब में रूकावट” या “फेलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज” कहा जाता है। फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉक होने के कई अनगिनत कारण मौजूद होते हैं तथा उसके विविध प्रकार के लक्षण भी दिखाई देते हैं; जिनके बारे में हम पूरी जानकारी प्राप्त करने वाले हैं।

फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के प्रकार क्या है ? Fallopian Tube Blockage Ke Types

दोस्तों, फैलोपियन ट्यूब में रूकावट होने के प्रकार रूकावट होने के स्थानों के अनुसार निर्धारित किए जाते हैं। फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के तीन प्रकार होते हैं। पहला होता है, प्रॉक्सीमल फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज; को गर्भाशय के पास होता है। दूसरा, मिडिल; जो फैलोपियन ट्यूब के बीच में होता है। तीसरा, डिस्टल अवरोध; जो फैलोपियन ट्यूब के अंत में फिंब्रिया के पास होता है। इन तीनों प्रकारों के स्थानों के अनुसार उसके कारण, लक्षण तथा उपचार पद्धति निर्धारित होते हैं।

फैलोपियन ट्यूब में रुकावट आने के लक्षण क्या है ? Fallopian Tube Blockage Ke Lakshan

फैलोपियन ट्यूब रुकावट आने के निम्नलिखित लक्षण होते हैं।

  1. गर्भधारणा करने में परेशानियां उत्पन्न होना।
  2. मासिक धर्म की अनियमितता होना।
  3. पेल्विक एरिया में दर्द होना।
  4. एक्टोपिक प्रेगनेंसी होना।
  5. बांझपन आना।
  6. मासिक धर्म के दौरान अतिरिक्त रक्तस्त्राव होना और पेट दर्द होना।

फैलोपियन ट्यूब रुकावट के प्रमुख कारण क्या है ? Fallopian Tube Blockage Ke Karan

फैलोपियन ट्यूब रुकावट के प्रमुख कारण
फैलोपियन ट्यूब रुकावट के प्रमुख कारण

फैलोपियन ट्यूब रुकावट के निम्नलिखित कारण होते हैं।

१) यौन संचारित रोग –

महिलाओं में क्लैमीडिया, गोनोरिया जैसे यौन संचारित रोगों के कारण फैलोपियन ट्यूब रुकावट उत्पन्न हो सकती हैं। हालांकि, इन समस्याओं का इलाज तथा समाधान होने के बावजूद महिलाओं के फेलोपियन ट्यूब में यह बाधा उत्पन्न कर सकते हैं।

२) पीआईडी –

पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज की स्थिति में पेल्विस में दर्द तथा सूजन हो जाती हैं। पीआईडी की इस समस्या के तहत भी कई महिलाओं के फेलोपियन ट्यूब में रुकावट आ जाती हैं।

३) हार्मोनल इंबैलेंस –

महिलाओं में हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या काफी आम मानी जाती हैं। परंतु, इस हार्मोनल परिवर्तन या असंतुलन की वजह से महिलाओं के फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉक उत्पन्न हो सकता है।

४) सर्जरी –

अगर महिलाओं में फैलोपियन ट्यूब से जुड़ी किसी भी तरह की सर्जरी हुई होती हैं; तो इससे भी उनके फैलोपियन ट्यूब में रुकावट पैदा हो सकती हैं।

५) एंडोमेट्रियोसिस –

महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस की यह समस्या दिन पर दिन बढ़ते जा रही हैं; जिसके तहत उनके गर्भाशय में मौजूद ऊतक गर्भाशय के बाहरी हिस्से में भी असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं। जिन महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस की समस्या होती है; उनके गर्भाशय में मौजूद परत मासिक धर्म के दौरान बाहर निकलने की बजाय वही जमा होने लगती है; जिसके चलते उन्हें फैलोपियन ट्यूब में रुकावट की समस्या हो जाती हैं। एंडोमेट्रियोसिस फैलोपियन ट्यूब में रुकावट होने का सबसे आम कारण माना जाता है।

६) अपेंडिक्स –

जिन महिलाओं को अपेंडिक्स से जुड़ी कोई समस्या होती है; उन्हें अक्सर फैलोपियन ट्यूब में रुकावट की समस्या हो सकती हैं।

फैलोपियन ट्यूब रुकावट से बचाव के उपाय क्या है ? Fallopian Tube Blockage se Bachav

फैलोपियन ट्यूब रुकावट से बचाव
फैलोपियन ट्यूब रुकावट से बचाव

दोस्तों, फेलोपियन ट्यूब में रुकावट आने से सुरक्षित रहने के लिए आप निम्नलिखित बचाव के तरीके तथा उपाय अपना सकती हैं।

  1. अपने जीवन में योगासन को समाविष्ट करें तथा रोजाना तौर पर योग प्राणायाम का अभ्यास करें; जिससे आपके प्रजनन अंगों का स्वास्थ्य निरंतर अच्छा बना रहता है और आप फैलोपियन ट्यूब में रुकावट की समस्या से सुरक्षित भी रह पाती हैं।
  2. महिलाओं को अपने जीवन में धूम्रपान, शराब तथा अन्य नशीली चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि, यह सारी ही गलत आदतें उनके प्रजनन अंगों पर बहुत ही बुरा प्रभाव डालती हैं।
  3. बाहर के खाने का सेवन बिल्कुल भी ना करें। जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक्स, सॉफ्ट ड्रिंक, इंस्टेंट पदार्थ को अपने से जितना हो सके; उतना दूर ही रखें और इनका सेवन बिल्कुल भी नहीं करें।
  4. घर के बने ताजे अन्न का सेवन करें। अपने आहार में सभी प्रकार के हरी पत्तेदार सब्जियां, ताजे फल, साबुत अनाज, सभी प्रकार की दालें, स्प्राउट, अंडे जैसे पोषक तत्वों से और एंटीऑक्सीडेंट से भरे पदार्थों का सेवन करें।
  5. अत्यधिक शारीरिक एवं मानसिक तनाव से सुरक्षित रहने के लिए तथा उसको मैनेज करने के लिए अपने जीवन में ध्यान धारणा, मेडिटेशन जैसे अच्छी आदतों का पालन करें।
  6. नियमित रूप से विटामिन सी का सेवन करते रहे। विटामिन सी के प्राकृतिक सोर्स का अपने आहार में समावेश करें।

फैलोपियन ट्यूब के रुकावट में अधिक जोखिम में कौन है ? Fallopian Tube Blockage Ke Problems

दोस्तों, कई मामलों में फैलोपियन ट्यूब में रुकावट की समस्या के लिए कई जोखिम कारक मौजूद होते हैं। जैसे; अगर किसी महिला को गर्भपात होने के बाद यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन हुआ हो, अगर किसी महिला की एक्टोपिक प्रेगनेंसी रही हो, अगर किसी महिला को पहले से ही किसी फैलोपियन ट्यूब से जुड़ी समस्या रही हो तथा अगर किसी महिला के पहले ही कोई पेट की सर्जरी हुई हो; तो ऐसी महिलाएं फैलोपियन ट्यूब में रुकावट की समस्या के लिए अतिरिक्त ससेप्टिबल हो जाती हैं और यह उनके लिए अधिक जोखिम भरा होता है।

फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज के साथ गर्भवती होना संभव है क्या ? Fallopian Tube Blockage Ke Sath Pregnant Hona

दोस्तों, जैसे कि हमने पहले भी कहा; फैलोपियन ट्यूब गर्भधारणा की प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है; जिसमें वह फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं। परंतु अगर फैलोपियन ट्यूब में किसी तरह की रुकावट आ जाती हैं; तो महिला को प्राकृतिक रूप से गर्भधारणा करने में काफी परेशानियां उत्पन्न हो जाती हैं।

अगर किसी महिला के दोनों फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉक है; तो ऐसे अवस्था में वह प्राकृतिक रूप से गर्भधारण नहीं कर सकती है। कई महिलाएं आईवीएफ का सहारा लेते हुए गर्भधारण कर सकती हैं। अगर किसी महिला के एक ही फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉक है; तो वह गर्भधारणा करने की संभावना बनी रहती है।

फैलोपियन ट्यूब में रुकावट का निदान कैसे किया जाता है ? Fallopian Tube Blockage Ka Ilaj

फैलोपियन ट्यूब में रुकावट का निदान या डायग्नोसिस निम्नलिखित तरीके से किया जाता है।

१) अल्ट्रासाउंड –

अल्ट्रासाउंड के तहत फैलोपियन ट्यूब में रुकावट का निदान करने के लिए फैलोपियन ट्यूब की तस्वीर बनाने के लिए ध्वनि का प्रयोग किया जाता है।

२) एचएसजी या हिस्टेरोसेलपिंगोग्राम –

इस प्रक्रिया के तहत महिलाओं के गर्भाशय में सुई के माध्यम से एक डाई डालते हैं; यह डाई फैलोपियन ट्यूब तक जाती हैं और इस इंटरनल भाग को डॉक्टर सही तरीके से देख पाते है। यह डाई हानिकारक नहीं होती हैं और अगर यह डाई आपके फैलोपियन ट्यूब तक नहीं जाती हैं; तब फैलोपियन ट्यूब में रुकावट का निदान हो पाता है। एचएसजी की यह प्रक्रिया आपके डॉक्टर की निगरानी के द्वारा ही की जाती हैं।

३) लेप्रोस्कोपी – 

लेप्रोस्कोपी एक तरह की छोटी सर्जरी होती है; जिसमें आपके पेट को छोटा सा चीरा लगाते हुए डॉक्टर अंदर कैमरा डालते हैं और फेलोपियन ट्यूब की जांच करते हैं। अंदर डाला हुआ कैमरा आपके फैलोपियन ट्यूब की तस्वीरें लेता है; जिससे फैलोपियन ट्यूब में रुकावट का सही और सटीक निदान संभव हो पाता है। हालांकि, शुरुआती दौर में डॉक्टर लेप्रोस्कोपी करवाने की सलाह किसी को भी नहीं देते हैं; क्योंकि यह एक सर्जरी होती है और इसके लिए आपको चीरा लगाना होता है।

फैलोपियन ट्यूब में रुकावट का इलाज कैसे किया जाता है ? 

फैलोपियन ट्यूब में रुकावट का निम्नलिखित तरीके से इलाज और उपचार किया जाता है।

  1. अगर दोनों ही तरफ की फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक है; तो डॉक्टर आपको लेप्रोस्कोपी करवाने की सलाह देते हैं। क्योंकि, दोनों ही फैलोपियन ट्यूब में रूकावट होने की वजह से इसका केवल दवाई से उपचार संभव नहीं हो पाता है। लेप्रोस्कोपी सर्जरी के तहत डॉक्टर रूकावट को ठीक कर देते हैं या उस ऊतक को हटा देते हैं; जिससे फेलोपियन ट्यूब में रुकावट पैदा हो रही है। जिन महिलाओं की उम्र कम होती है; उन महिलाओं में लेप्रोस्कोपी करते हुए फैलोपियन ट्यूब का सही और सटीक इलाज संभव हो पाता है।
  2. अगर किसी महिला की एक तरफ की फेलोपियन ट्यूब में ही सिर्फ रुकावट है; तो इसका इलाज करना कठिन नहीं होता है। सिर्फ एक ही तरह की फैलोपियन ट्यूब में रुकावट है; तो महिलाओं को गर्भधारण करने में ज्यादा दिक्कत नहीं आनी चाहिए। क्योंकि, फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया और अंडाशय से अंडा गर्भाशय तक पहुंचने की प्रक्रिया दूसरे फैलोपियन ट्यूब के जरिए भी संभव हो सकती हैं।
  3. अगर महिलाओं की दोनों ही तरह की फैलोपियन ट्यूब बंद है; तो वह प्राकृतिक रूप से गर्भधारणा नहीं कर पाती हैं। ऐसे कई मामलों में डॉक्टर खुद आईवीएफ करवाने की सलाह देते हैं; जिससे वह गर्भवती भी होती है और बच्चे को भी जन्म दे पाती हैं।

फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के लिए घरेलू उपचार : Fallopian Tube Blockage Home Remedies In Hindi

दोस्तों, फेलोपियन ट्यूब में रुकावट की समस्या का उपचार करने के लिए कुछ घरेलू उपचार भी उपलब्ध होते हैं।

१) विटामिन सी –

विटामिन सी हमारे पूरे ही स्वास्थ्य के लिए बहुत ही सेहतमंद माना जाता है। शरीर में विटामिन सी की मात्रा उचित हो; तो हम विविध प्रकार के समस्याओं से सुरक्षित भी रह सकते हैं। विटामिन सी एंटी ऑक्सीडेंट की तरह कार्य करता है; जो हमारे शरीर में इम्यूनिटी को बढ़ाता है और इन्फ्लेमेशन की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित करता है। साथ ही, विटामिन सी प्रोटीन कोलेजन के निर्माण में जिम्मेदार होता है; जो शरीर में चोट को ठीक करने के लिए महत्वपूर्ण होता है। इस लिहाज से हम कह सकते हैं; कि फैलोपियन ट्यूब में आई रुकावट की समस्या को नियंत्रित करने के लिए विटामिन सी मददगार साबित हो सकता है।

२) हल्दी –

हमारे भारतीय किचन में हमेशा मिलने वाली हल्दी में करक्यूमिन तत्व पाए जाते हैं। हल्दी नैचुरल हीलिंग एजेंट की तरह कार्य करती हैं। हल्दी में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल जैसे औषधीय तत्व हमारे शरीर में आई सूजन की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित कर पाते हैं। हम रोजाना तौर पर हल्दी का सेवन मसाले के स्वरूप में तो करते ही है। परंतु, हल्दी का सेवन कई अन्य रूपों में भी किया जा सकता है। महिलाओं के फैलोपियन ट्यूब में रुकावट की समस्या को नियंत्रित करने के लिए महिलाओं को हल्दी का सेवन जरूर करना चाहिए; परंतु सीमित मात्रा में ही हल्दी का सेवन किया जाना चाहिए।

३) एक्सरसाइज –

महिलाओं के फेलोपियन ट्यूब में रुकावट की समस्या का इलाज करने के लिए एक्सरसाइज करने से भी काफी लाभ देखने को मिलते हैं। कई ऐसे विशिष्ट प्रकार के एक्सरसाइज का अभ्यास किया जा सकता है; जिससे महिलाओं के जननांगों के स्वास्थ्य को बढ़ाया जा सकता है और फेलोपियन ट्यूब में रुकावट की समस्या को भी नियंत्रित किया जा सकता है। एक्सरसाइज करने से हमारे शरीर में ब्लड सरकुलेशन बढ़ता है और शरीर में मौजूद मांसपेशियों में भी लचीलापन बढ़ता है; जिसके चलते हमारे शरीर में किसी भी रक्त संचार में रुकावट पैदा नहीं होती है और रक्त परिसंचरण सुचारू रूप से होता रहता है।

४) ओमेगा थ्री फैटी एसिड –

हमारे शरीर में उत्पन्न हुई सूजन को कम करने के लिए ओमेगा थ्री फैटी एसिड काफी हद तक मददगार साबित होता है। ओमेगा थ्री फैटी एसिड से युक्त पदार्थ जैसे अलसी, ड्राई फ्रूट्स, अखरोट, मछली और कैनोला ऑयल आदि का सेवन महिलाओं को रोजाना तौर पर सीमित मात्रा में अवश्य करना चाहिए। फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉक उत्पन्न होने की समस्या का उपचार करने के लिए घरेलू उपायों के तहत ओमेगा थ्री फैटी एसिड युक्त पदार्थों का सेवन अवश्य किया जाना चाहिए।

भारत में फैलोपियन ट्यूब की रुकावट को दूर करने की सर्जरी हो सकती है क्या ? Fallopian Tube Blockage Removal Surgery

दोस्तों, भारत देश में मेडिकल साइंस ने काफी तरक्की कर ली है और हमारे भारत देश में ऐसा कोई भी रोग नहीं है; जिसका सही और सटीक इलाज संभव नहीं होता है। भारत देश में फेलोपियन ट्यूब में रुकावट को दूर करने वाली सर्जरी आसानी से संभव हो पाती है। हालांकि, इस सर्जरी में काफी ज्यादा खर्चा होता है; जिसके चलते डॉक्टर का मरीजों को यह सर्जरी करवानी की सलाह देती नहीं है और मेडिटेशन प्रोसेस ही इस समस्या का इलाज करने की कोशिश करते है।

लेप्रोस्कोपिक सर्जिकल ट्रीटमेंट करवाने में काफी खर्चा आता है और हर मरीज इस खर्चे को अफोर्ड नहीं कर सकता है। लेकिन, इस सर्जरी के बाद महिलाओं के फैलोपियन ट्यूब में आई रुकावट की समस्या को दूर किया जा सकता है और यही इसका सही, सटीक इलाज माना जाता है। भारत देश में ऐसे कई बड़े-बड़े हॉस्पिटल है; जिसमें फैलोपियन ट्यूब में आए रुकावट की समस्या का इलाज करने के लिए लेप्रोस्कोपी सर्जरी करवाई जाती है।

तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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