नमस्कार दोस्तों आज हम धातु रोग की जानकारी प्राप्त करने वाले है | दोस्तों धातु रोग यह एक गुप्त रोग है;  जो कि स्त्री और पुरुष दोनों  को हो सकता है | धातु रोग यह जनेंद्रियो का रोग है | धातु रोग की स्त्री और पुरुष दोनों में पाया जाता है | क्योंकि स्त्री और पुरुष दोनों का वीर्य स्खलित होता है | आजकल की भागदौड़ भरी जीवन शैली के कारण  स्त्री और पुरुष में धातु रोग होने की सम्भावना बढ़ जाती है | धातु रोग होने के अन्य कारन भी है; जैसे की पोषक आहार की कमी, तनाव भरी जीवनशैली, पोषक आहार की कमी,एक्सरसाइज की कमी, लगातर तनाव, गुस्सा , चिढ चिढ़ा मूड रहना, ज्यादा हस्तमैथुन करना, लगातर सेक्स के बारे में सोचते रहना इन आदतों के वजह से धातु रोग जैसी बीमारी जल्द ही होने लगती है | तो आइये आगे की जानकारी में हम जानेंगे की धातु रोग है क्या ? उसके बारे में हम सपूर्ण जानकारी आपको बताने वाले है | तो आइये देखते है धातु रोग की जानकारी |

धातु रोग क्या होता है ? Dhatu Rog Ka Matalb Kya hai ?

बिना घुमाये फिराए आपको सीधी भाषा में बता दे की धातु रोग यानी की सोते समय वीर्य स्खलित होना | यानी की रात को गहरी नींद में होते हुए अपने गुप्तांगो से वीर्य का निकलना | अब यह जानकारी लेते है, की यह होता कैसे है ? धातु रोग को night fall और वेट ड्रीम्स wet dreams भी कहा जाता है |  इसी तरह गीले सपनों को लेकर यह युवा लोगों में एक विशिष्ट मुद्दा है।

गीले सपनों की अनिवार्य गुणवत्ता अचानक और अनिवार्य निर्वहन है, यानी इच्छा ना होते हुए वीर्य निकलना । फिर चाहे आप नींद में हो या फिर आप पेशाब कर रहे हो तो पेशाब के जरिये वीर्य का निकलना अनिवार्य माना जाता है | अगर यह दुर्लभ है, यानी शुरुवाती दौर में यह काफी कम होता हो तो यह आगे जाकर बढ़ता है, और ज्यादा होने लगता फिर धीरे धीरे यह क्रिया  एक बीमारी में बदल जाती है | और यह स्थिर प्रकृति यानी अच्छी सेहत होने के बावजूद  काफी समय तक होती रहती है।

हर कोई अपने किशोर जीवन में गीले सपनों का सामना करता है। और कइयो को तो यह बीमारी उम्र भर झेलनी पड़ती है | अगर सोते समय आपको किसी विशिष्ट प्रकार का सपना आता है जैसे की आप किसी और के साथ या अपने मनचाहे इन्सान के साथ सेक्स कर रहे है; और सोते समय आपका वीर्य स्खलित हो जाता है, तो यह बहुत अच्छी तरह से कहा जायेगा कि आपको शायद एक गीला सपना आया और आपके धातु गिर गए। बड़ी संख्या में, युवा लोग अपने बाकी हिस्सों में असलियत में सेक्स करने की फीलिंग का अनुभव लेट है, फिर जब वे अपने जांघिया में गर्माहट और गीलापन महसूस करते हैं तब आपको night fall होने लगता है।

गीले सपनों की यह परेशानी युवा महिलाओं में भी होती है, हालांकि यह असामान्य है। युवा महिलाओं को कुछ समय अपने बाकी हिस्सों में चरमोत्कर्ष महसूस होता है, जो उनके जननांगों को जगाता है और बढ़ाता है। यह युवा महिलाओं के साथ कई मामलों में से एक है, फिर भी युवा पुरुषों के लिए, यह एक पेचीदा मुद्दा है।

धातु रोग होने पर क्या नुकसान होता है ? Dhatu Girne Ke Nuksan Kya hai ?

रात में होने वाले धातु स्खलन के कारन कम सहनशक्ति, सेक्स करते वक्त स्टैमिना की कमी, और जननांगों में कभी-कभी दर्द, शीघ्रपतन, स्तंभन दोष, कम शुक्राणु की संख्या और सबसे महत्वपूर्ण मूल बात यह है कि हर एक धातु स्खलन के बाद और अनैच्छिक स्खलन के साथ, शरीर आवश्यक तरल पदार्थ खो देता है और कमजोर हो जाता है। इससे शारीरिक प्रगति भी रुक जाती है | और तो और धातु रोग होने से मुख तौर पर यह नुकसान होता है , की इन्सान अपनी एनर्जी खोने लगता है उसे थकावट महसूस होने लगती है |

आँखों के सामने काले गोलाकार धब्बे दिखाई देना, चक्कर आना, वीकनेस महसूस करना, लिंग या  योनी के भीतर पेशाब करते समय जलन महसूस होना | इन सभी सम्स्योके साथ साथ मुख्य समस्याओं में यह तथ्य शामिल है कि जो व्यक्ति इससे पीड़ित है, उसे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं होंगी। एक सामान्य नुकसान जो हो सकता है वह यह है कि व्यक्ति अपने साथी के साथ होने वाले संभोग का आनंद नहीं ले सकता इसमें जब जब वह सेक्स करेगा तब बड़ी जल्दी ही उसका वीर्य निकल जायेगा । इसका कारण यह है कि लगातार रात के सपने के बाद धातु निकलना,इससे पुरुष बहुत थक जाता है | और इससे गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती  हैं।

धातु रोग में क्या खाए क्या नहीं ? Dhat Rog Me Kya Kare ?

धातु रोग होने के बाद सबसे पहले तो अपने खाने पिने पर ध्यान देना है | तो आइये पहले देखते है की क्या खाए ?

  • लौकी के पत्तों का अगर सेवन किया जाता है तो रात में अनिद्रा और धातु गिरने यानी वीर्य स्खलन को ठीक करने में मदद मिल सकती है।
  • हर दिन 2-3 कटोरी दही का सेवन करने से आपको गीले सपनों का सामना करने में मदद मिलेगी। और दही खाने से आपका धातु गिरना कम हो जायेगा |
  • सेज टि यानी की सेज का एक आयुर्वेदिक पौधा होता, उस पौधे के पत्तियों की चाय बनाकर अगर रोजाना सेवन करते हो, तो भी रात के गिले सपनो से छुटकारा पा सकते है | सेज की चाय को ऋषि चाय भी कहते है इस चाय का रोजाना २ कप सेवन करना अत्यंत प्रभावी होता है |
  • Gooseberries,यानी की करौंदे तो यह  प्राचीन ग्रंथों में लगभग हर चिकित्सा का उपाय माना जाता है। उसी तरह से, Gooseberries वास्तव में बहुत महत्वपूर्ण हैं एंटीऑक्सिडेंट के स्रोत के रूप में नाइटफॉल को रोकने की शक्ति इसमें होती है।
  • आंवले का सेवन करना एक उपयुक्त प्रभावी माना जाता है इससे वीर्य बढने में भी मदद होती है।
  • ज्यादा से ज्यदा मौसम के अनुसार सभी फलो का और सब्जिओ का सेवन करे |

अगर इन चीजो का सेवन करने से भी धातु रोग कम न हो रहा हो तो आपको डॉक्टर् की सलाह लेकर जो आपको आवश्यक परीक्षण और दवाइयाँ लिख कर देंगे उसका नियमित सेवन करना जरुरी है। आमतौर पर, नाइटफॉल के  पुष्टि करने के लिए कुछ लैब परीक्षणों के बाद ही आपको नुस्खे मिलेंगे। ऐसे मामलों में हमेशा अपने डॉक्टर से खुले में चर्चा विमर्श करे |

धातु रोग होने पर क्या नहीं खाये ? Dhat Rog me Kya Khana Parhej Kare ?

सबसे पहले तो आपको अगर गन्दी फिल्मे यानी पोर्न मूवी देखने की आदत हो तो उसे बंद कर दे | उससे आपके दिमाग में सेक्स ही चलता रहेगा और वह बीमारी और भी बढ़ सकती है | अब आते है क्या ना खाए तो चले देखते है \

खाने में अपना भोजन साधारण ही रखे, जैसे की मसालों का सेवन कम करे, तीखा कम खाए, प्यास और लहसुन को खाने में इस्तेमाल न करे जिससे आपकी उत्तेजना कम होने में मदद मिलेगी |

अगर आपको शराब, गांजा, ड्रग्स की आदत है तो तुरंत अभी ही छोड़ दे | क्यों की यही सबसे बड़ी जड़ होती है धातु रोग की | अपने आप को इन आदतों से दूर रखे | हो सखे तो कुछ दिन नोन वेज भी बंद करे | इत्यादि चीजो का सीवन कम से कम करे | ताकि आप जल्द ही धातु रोग से रहत पा सकेंगे |

 

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